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film stars memories
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फिल्म इंडस्ट्री में आना जितना मुश्किल है, उससे कहीं ज्यादा मुश्किल है यहाँ बने रहना। कुछ फ़िल्मी सितारें यहाँ आकर शुरू में तो फेमस हुए लेकिन अपनी कुछ गलतियों की वजह से खुद ही इंडस्ट्री से आउट भी हो गए. उनकी गलतियों की वजह से जनता ने तो उन्हें नकारा ही साथ ही इंडस्ट्री ने भी अपनाने से इंकार कर दिया. इन दिनों कुछ ऐसे ही दर बदर भटक रही हैं रिया चक्रवर्ती। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद रिया के जीवन की मुसीबतें कम ही नहीं हो रही हैं. एक तरफ एनसीबी का शिकंजा दूसरी तरफ आशियाना ढूंढने की टेंशन. जी हाँ रिया जहाँ इससे पहल रेंट पर रह रही थी वहां से अब उन्हें परिवार सहित घर खाली करने के लिए कहा गया है. एक समय था जब रिया हमेशा ख़बरों की सुर्खियां रहती थीं. मॉडलिंग के बड़े असाइनमेंट किया करती थीं. रिया ने फिल्मों में भी काम किया है, हालाँकि बड़ी हिट फिल्म का रिया इंतज़ार कर रही थीं,लेकिन सुशांत की मौत से पहले उनके बॉलीवुड में शानदार एंट्री की ख़बरें जोरो पर थी. पर सुशांत की मौत के बाद से सब कुछ बदल गया. फिल्म निर्माताओं के दफ्तर के बजाय रिया पुलिस स्टेशन के चक्कर लगा रही हैं.फ़िल्मी करियर तो रिया का दांव पर लगा ही है, लेकिन उनकी लाइफ कब नार्मल होगी इसका अंदाज़ा खुद रिया को भी नही है.
कुछ ऐसे ही स्ट्रगल से इन दिनों गुजर रहे हैं सूरज पंचोली. आदित्य पंचोली के बेटे सूरज ने कभी सोचा भी नहीं होगा की उन्हें यूँ गुमनामी और बदनामी वाले दिन भी देखने पड़ेंगे. सूरज पंचोली ने जब फिल्म ”हीरो’ की शूटिंग शुरू की थी तब उनके फिल्मों में आने की ख़बरें जोरों पर थीं, खुद सलमान खान उनको प्रमोट कर रहे थे, लेकिन एक हादसे ने सूरज की लाइफ में तूफान ला दिया और स्टारडम देखने के पहले ही सूरज का करियर ख़त्म हो गया. जिया खान ख़ुदकुशी मामले में सूरज को तलब किया गया उनपर जिया की हत्या का आरोप लगा. इसके बाद से सूरज की इमेज को बड़ा दाग लग गया।
सूरज कई सालों तक अपनी छवि को ठीक करने की लगातार कोशिश कर ही रहे थे कि उनकी लाइफ में एक और मुसीबत तब आयी जब मीडिया में सुशांत सिंह की मौत के मामले में उनका नाम सामने आने लगा. मीडिया में खबरें आयीं की सुशांत की मौत के पीछे कहीं न कहीं वजह सूरज पंचोली हैं. पहले ही जिया की मौत से उन पर खफा लोगों ने सूरज को इस मामले पर जमकर ट्रोल किया. सूरज इन आरोपों से इतना आहत हुए की उन्होंने अपना सोशल अकॉउंट भी डिलीट कर दिया. कंट्रोवर्सी से घिरे सूरज फिल्मों में आने से पहले ही दर्शकों की नज़रों से दूर हो गए.
टीवी से फिल्म इंडस्ट्री में आये पुलकित सम्राट ने 2012 में फिल्म बिट्टू बॉस से बोल्लूवुड में डेब्यू किया था. डेब्यू करने से पहले पुलकित सलमान की राखी बहन श्वेता रोहिरा के साथ रिलेशन में थे. इसलिए सलमान ने पुलकित की पहली फिल्म का प्रमोशन खूब किया था. इसके बाद साल 2014 में पुलकित और श्वेता ने शादी कर ली थी.
पुलकित का फ़िल्मी करियर काफी अच्छा चल रहा था, फुकरे के बाद सलमान के कारण उन्हें फिल्म जय हो में भी काम करने का मौका मिला. लेकिन साल 2015 में पुलकित ने श्वेता से तलाक ले लिया और उसके बाद से उनके फ़िल्मी करियर की स्पीड कम हो गयी. फ़िलहाल पुलकित अच्छी फिल्म की तलाश में हैं. इस समय पुलकित और कृति खरबन्दा एक दूसरे के साथ रिलेशन में हैं.
एक समय की आइटम गर्ल और पसंदीदा हीरोइन रही कोइना मित्रा की तो खूबसूरती ही उनकी दुश्मन बन गयी. कोइना ने अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाई थी। लेकिन उनका नया चेहरा लोगों को पसंद नहीं आया और कोइना को फ़िल्में मिलनी ही बंद हो गई। काफी स्ट्रगल के बाद कोइना को फ़िल्में नहीं मिली और वे इंडस्ट्री से दूर होती चली गयीं. आखिरी बार कोइना को बिग बॉस 13 में देखा गया था. बिग बॉस में भी उनके बदले चेहरे को देखकर लोग हैरान थे.
- एक समय की सबसे चर्चित और हिट रही एक्ट्रेस मनीषा कोइराला ने भी अपना सुपर स्टारडम अपने ही हाथों बर्बाद कर लिया था. मनीषा कोइराला को नशे की लत लग चुकी थी. जिसके कारण उन्हें फिल्मों के ऑफर आने बंद हो गए. बाद में उन्हें अपनी हेल्थ प्रॉब्लम की वजह से फिल्म इंडस्ट्री से दूर होना पड़ा. हालाँकि मनीषा कुछ फिल्मों में काम कर रही हैं लेकिन पहले जैसा स्टारडम अब वे हमेशा के लिए खो चुकी हैं.
फरदीन खान भी कई हिट फिल्म देने के बाद नशे की लत के शिकार हो गए थे. नशे ने ना ही उनका फ़िल्मी करियर तबाह किया बल्कि उनके हेल्थ पर भी इसका बुरा असर पड़ा. फरदीन खान को ड्रग्स लेने की आदत पड़ गयी थी. साल 2011 में तो फरदीन को कोकीन लेते हुए गिरफ्तार भी किया गया था. इस कारण फरदीन खान फिल्मों से तो दूर हुए ही उनको लम्बी क़ानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ी. इस लम्बे संघर्ष के बाद अब जाकर कहीं फरदीन के जीवन में कुछ सुधार हुआ है और फरदीन फिल्मों में वापसी की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए फरदीन ने अपना वजन भी काफी कम किया है.
ऋतिक रोशन के साथ फिल्म कहो ना प्यार है से फिल्मों में जबरदस्त एंट्री करने वाली एक्ट्रेस अमीषा पटेल उस समय की चर्चित अभिनेत्रियों में एक थीं. लेकिन साल 2004 में अमीषा ने अपने पिता और परिवार पर उनके पैसों को गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. अमीषा ने
इसके लिए अपने पिता को लीगल नोटिस भी भेजा।इस नोटिस में अमीषा ने 120 करोड़ रुपयों के नुकसान होने की बात कही थी. इस नोटिस के बाद से ही अमीषा और उनका परिवार विवादों में घिर गया और केस लड़ने में अमीषा फिल्मों से दूर होती चलीं गयीं. इस विवाद के कारण दर्शकों ने भी उन्हें फिल्मों में स्वीकार नहीं किया। इसके बाद अमीषा को कभी भी अच्छा कमबैक करने का मौका नहीं मिला।
पहली फिल्म से ही नाम और अवार्ड पाने वाले एक्टर शाइनी आहूजा की एंट्री बॉलीवुड में जितनी दमदार थी उतना ही उनके करियर का बुरा अंत भी हुआ. साल 2005 में फिल्म हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी के लिए बेस्ट मेल डेब्यू अवार्ड पाने वाले शाइनी आहूजा ने सोचा भी नहीं होगा, उनका इतना बुरा हश्र होगा. साल 2009 में शाइनी की मेड ने उनपर रेप के आरोप लगाए. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. हालाँकि शाइनी इस आरोप से इंकार करते रहे ,लेकिन साल 2011 में उन्होंने अपनी गलती कुबूली और फिर उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गयी. फिल्म गैंगस्टर से पॉपुलरिटी पाने वाले शाइनी की रियल विलन वाली इमेज से लोग नफरत करने लगे और इंडस्ट्री से उनका नाता ख़त्म हो गया.
सुरेश ओबेरॉय के सुपुत्र विवेक ओबेरॉय ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था तो उन्हें बॉलीवुड का सुपरस्टार माना जाने लगा था. कुछ फिल्मों से ही विवेक ने अच्छी खासी फैन फॉलोविंग बना ली थी. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ की विवेक का करियर उड़ान भरते ही ज़मीन पर आ गिरा. एक दिन अचानक विवेक ओबेरॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया की सलमान उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और ऐश्वर्या से अलग होने का दबाव बना रहे हैं. विवेक का ये बयान काफी सुर्ख़ियों में आ गया. सलमान के साथ इंडस्ट्री में खुले आम पंगा लेना विवेक को इतना भारी पड़ा कि धीरे-धीरे उनका बॉलीवुड करियर पूरी तरह ख़त्म गया. बाद में विवेक ने सरेआम सलमान से माफ़ी भी मांगी लेकिन सलमान ने उन्हें माफ़ नहीं किया और विवेक आज भी अच्छी फिल्म के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं
इन सितारों ने फिल्म में कामयाबी का स्वाद चखा और फिर गलती ऐसी की जिसके कारण उनकी फिल्मों में वापसी नहीं हो सकी. गलत फैसले और गलत आदत के कारण ये स्टार्स अपनी चमक इंडस्ट्री और दर्शकों के दिलों में धूमिल कर गए.

बचपन से जुड़ी न जाने कितनी खट्टी-मीठी बातें आज भी याद आते ही दिल को ख़ुशगवार बना देती हैं. फिल्मी सितारे भी इससे अछूते नहीं हैं. स्टार्स के बचपन की कुछ ऐसी ही ख़ूबसूरत यादों को ताज़ा करने की कोशिश की है हमने.
रितिक रोशन
बचपन में मैं बहुत शरारती था. स्कूल में दो पेंसिल ले जाया करता था और दोनों को सोल्जर बनाकर लड़वाता रहता था. डैड मुझे बहुत प्यार करते थे, इसलिए कभी-कभी मेरे लिए ख़ुद खाना भी बनाया करते थे, जो उतना मज़ेदार तो नहीं होता था, पर उसमें उनका ढेर सारा प्यार झलकता था. मुझे साइकिल चलाने और छोटे-छोटे कार इकट्ठे करने का बहुत शौक़ था. मैं अक्सर कार-पेंसिल से खेलता था और उन पर कहानियां भी बनाता था. बचपन से ही मुझे इंडोर गेम्स खेलने में बहुत मज़ा आता था. स्कूली दिनों में मेरी हकलाने की आदत से क्लास के बच्चे मुझे बहुत चिढ़ाते थे. इससे बचने के लिए मैं अक्सर पेटदर्द-बुख़ार का बहाना करके ओरल एग्ज़ाम बंक (छुट्टी) कर देता था. मेरी हकलाने की आदत को ठीक करने के लिए डैड ने कई सारे टीचर रखे, पर कोई ख़ास फ़ायदा नहीं हुआ. फिर धीरे-धीरे मैंने रोज़ एबीसीडी बोलने की शुरुआत की. मैं यह अल्फाबेट बार-बार बोलता रहता था. बचपन से यह करते रहने से मैं अपनी हकलाने की समस्या पर कंट्रोल कर सका. आज भी सोने से पहले मैं इसकी प्रैक्टिस करता हूं.
श्रद्धा कपूर
मुझे कहो ना प्यार है मूवी देखने के बाद से ही रितिक रोशन पर क्रश हो गया था. मेरे पास रितिक के फोटोग्राफ्स का काफ़ी कलेक्शन था और मैं अपना अधिक समय रितिक के अलग-अलग पोज़ के फोटोग्राफ्स जुटाने में ही गुज़ारती थी. बचपन में मेरे दोस्त कहते थे कि उन्हें मेरे घर नहीं आना, क्योंकि मेरे पापा (शक्ति कपूर) विलेन हैं. फिर मैंनेे सभी दोस्तों को समझाया कि वे केवल फिल्मों में एक्टिंग करते हैं. फिर एक दिन सभी दोस्तों को घर पर इनवाइट किया और पापा से मिलवाया. जब वे लोग पापा से मिले, तब उन्हें वे बड़े फनी लगे. तब जाकर उनका भ्रम दूर हुआ.
अजय देवगन
बचपन में बरसात के दिनों में हम अक्सर लोनावला जाया करते थे. इसके लिए कभी स्कूल से बंक भी मार लेता था. बचपन में लोनावला बहुत खुला-खुला व छोटा-सा ख़ूबसूरत हिल स्टेशन था, पर अब यह शहर भी भीड़ भरा हो गया, बिल्कुल मुंबई जैसा. लेकिन आज भी जब भी मौक़ा मिलता है, तो वहां जाकर बचपन की यादों को ताज़ा करता हूं.
रणबीर कपूर
यूं तो बचपन की ढेर सारी यादें हैं, पर सबसे मज़ेदार घटना वो थी, जब बहन करीना कपूर एक गंदे नाले को स्विमिंग पूल समझकर कूद गई थी. मुझे बचपन से ही माधुरी दीक्षितजी को लेकर क्रश था और जब उनकी शादी हुई, तब तो मेरा दिल ही टूट गया.
कैटरीना कैफ़
बचपन में मैं काफ़ी सीधी-सादी थी. हांगकांग, हवाई, लंदन जैसी जगहों पर मेरा बचपन बीता. बचपन में मुझे मार्बल्स (कंचे) इकट्ठा करने का बहुत शौक़ था, पर ख़रीदने के लिए पैसे नहीं होते थे. तब मेरी बहन मार्बल्स का लालच देकर मुझसे घर का पूरा काम करवाती और फिर 3-4 मार्बल्स देती थी. मैं उसी में बहुत ख़ुश हो जाया करती थी, लेकिन बाद में पता चला कि वो मार्बल्स तो बहुत सस्ते आते थे.
सलमान ख़ान
शोले मूवी का प्रीमियर देखने के लिए मैं अपने भाई अरबाज़ ख़ान के साथ स्कूल यूनिफॉर्म में ही मिनर्वा थिएटर चला गया था. उस समय मुझे थोड़ा अजीब ज़रूर लगा था, पर मूवी देखने के बाद हम सबने काफ़ी एंजॉय किया. उस समय पहले दो हफ़्ते में फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला था, पर बाद में तो यह ऐतिहासिक फिल्म ही बन गई.
आलिया भट्ट
मैं बचपन से ही शाहिद कपूर को बेइंतहा पसंद करती रही हूं. टीनएज की ख़ूबसूरत बातें उनसे जुड़ी हुई हैं. अब जब उनके साथ शानदार और उड़ता पंजाब फिल्मों में साथ काम करने का मौक़ा मिल रहा है, तो मेरे तो पांव ही ज़मीं पर नहीं हैं, मैं वाकई आस्मां में उड़ रही हूं.
रणवीर सिंह
मेरी अपनी बहन रितिका से बचपन से ही मेरी एक स्पेशल बॉन्डिंग रही है. वो शुरू से ही मुझ पर जमकर बॉसिंग किया करती थी. फिर एक दौर ऐसा आया, जब मैं उसे परेशान करने लगा. हम दोनों की पढ़ाई एक ही स्कूल में हुई है, इसलिए शरारत करने के कई मौ़के मिलते रहते थे. बहन के साथ बचपन में बिताए गए यादगार पलों को यादकर आज भी दिल ख़ुश हो जाता है. अब तो मेरी बहन मेरी दूसरी मां बन गई है.
आमिर ख़ान
मुझे बचपन में कॉमिक्स पढ़ने का बहुत शौक़ था. महीने में मिलनेवाले जेबख़र्च के बीस रुपए से ढेर सारी कॉमिक्स ख़रीद लेता था. फिर अपने कमरे में आराम से लेटकर कॉमिक्स पढ़ता और साथ में सैंडविच खाता रहता था. मुझे अपनी बहनों पर हुकुम चलाने में भी ख़ूब मज़ा आता था. छोटेपन से ही मेरी इमेज रोमियो जैसी रही है. शरारत करना, लड़कियों को छेड़ना, परेशान करना मुझे बहुत अच्छा लगता था. मेरी हरक़तों से तंग आकर एक बार मेरी टीचर ने मां से यहां तक कह दिया कि मेरा एडमिशन किसी दूसरे स्कूल में करा दें.
अभिषेक बच्चन
बचपन में मुझे मेरी बहन श्वेता के सॉफ्ट टॉयज़ को अपने टॉय गन से शूट करने में बड़ा मजा आता था. जैसे पापा फिल्मों में विलेन को गोली मारते थे, उसी तरह मैं श्वेता के खिलौनों को उड़ाया करता था. बहुत कम लोग जानते हैं कि बचपन में मैं एक्टर नहीं बनना चाहता था, बल्कि बस पापा जैसा बनना चाहता था. मुझे लेकर श्वेता बहुत इमोशनल है. उसने न्यूज़पेपर पढ़ना केवल इसलिए छोड़ दिया कि एक बार मेरे बारे में अनुचित कमेंट्स किए गए थे.
रानी मुखर्जी
बचपन में मेरा भाई मुझसे छिन गया था. आज भी उसकी याद सताती रहती है. जब मैं ग्यारह-बारह साल की थी, तब मैं किसी को बेइंतहा चाहने लगी थी. मेरे मन में उस शख़्स के लिए प्यार, सम्मान और ढेर सारी भावनाएं थीं, पर उन्होंने उसकी कद्र नहीं की और सब कुछ अधूरा ही रह गया.
सोनू सूद
मेरा बचपन इंदौर शहर की गलियों में गुज़रा है. मैं गर्मियों की छुट्टियों में अपने अंकल-आंटी के साथ इस शहर की मशहूर चाट की दुकानों पर चाट खाने ख़ूब जाया करता था. यहां पर बिताए गए बचपन के दिन मेरे दिल के बेहद क़रीब हैं. आज भी यदि मुझे मौक़ा मिले, तो मैं अपनी बचपन की यादों को रिवाइव करने के लिए यहां पर बार-बार जाना चाहूंगा.
काजोल
लोनावला में हमारा बंगला है. यहां से मेरी बचपन की कई ख़ूबसूरत यादें जुड़ी हुई हैं. यहीं पर मैंनेे डैड से साइकिल चलाना सीखा. उन दिनों हम यहां पर अक्सर आया करते थे. बचपन में मॉम हमें दोपहर एक बजे तक कहीं पर भी घूम-फिरकर घर पर आ जाने के लिए कहा कहती थीं, पर दोस्त-कज़िन के साथ इधर-उधर घूमने, बस में चढ़ने, मौज-मस्ती करने में 4-5 घंटे कैसे गुज़र जाते थे, पता ही नहीं चलता था. सच! बहुत ही ख़ूबसूरत दिन थे वे.
सैफ अली ख़ान
स्कूली दिनों में मैं जब इंग्लैंड में रहता था, तब अपनी बहन सोहा अली ख़ान का काफ़ी ख़्याल रखता था. मैं एक बार उसे पब ले गया, तब सोहा छोटी थी. वहां पर मैंने उसे सभी विदेशियों को सलाम-आदाब करने के लिए कहा, तब सब ख़ूब हंसे थे. यह मेरे बचपन का सबसे मज़ेदार वाक्या था. स्कूल के दिनों में मौज-मस्ती के लिए अक्सर मैं सोहा की पॉकेटमनी भी उड़ा लेता था.