- Entertainment
- Story
- Relationship & Romance
- Sex Life
- Recipes
- Health & Fitness
- Horoscope
- Beauty
- Others
- Shop
- Apps
Filmy Friday
Home » Filmy Friday

कहानी-
विश्वरूपम 2 कहानी और स्क्रिप्ट के मामले में एक औसत फिल्म है. यह फिल्म वन मैन शो है, क्योंकि इसकी स्क्रिप्टिंग, डायरेक्शन की पूरी बागडोर कमल हासन ने ख़ुद संभाली थी. इस फिल्म की कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां पर पिछली फिल्म की कहानी ख़त्म हुई थी. फिल्म में रॉ एजेंट मेजर विशाम अहमद कश्मीरी (कमल हासन) अपनी पत्नी निरूपमा (पूजा कुमार) और अपनी सहयोगी अस्मिता (एंड्रिया जेरेमिया) के साथ अलकायदा के मिशक को पूरा करने के बाद वापस लौटते हैं. पिछली फिल्म से कहानी आगे बढ़ती है और इस बार आतंकी उमर कुरैशी (राहुल बोस) ने भारत में 60 से भी ज़्यादा बम लगा दिए हैं, जिन्हें ढूंढकर उसके मकसद को नाकाम करने की चुनौती मेजर विशाम अहमद कश्मीरी के सामने है. फिल्म का हीरो आंतक के इस ख़ौफनाक खेल को रोकने में क़ामयाब होता है या नहीं, इसके लिए यह फिल्म देखनी पड़ेगी.
डायरेक्शन-
विश्वरूपम 2 में कमल हासन ने निर्माता, निर्देशक, लेखक और एक्टर जैसी कई ज़िम्मेदारियां निभाई है. फिल्म का फर्स्ट हाफ स्लो है, लेकिन सेकेंड हाफ इससे बेहतर है. फिल्म का स्क्रीन प्ले कमज़ोर है, लेकिन संवाद बेहतर हैं. ख़ुफियागिरी और एक्शन ही इस फिल्म का मुख्य आधार है, बावजूद इसके फिल्म बार-बार अपने मुद्दे से भटकती हुई दिखाई देती है. अगर आपने इस फिल्म का प्रीक्वल नहीं देखा तो विश्वरूपम 2 को समझने में आपको दिक्कत हो सकती है.
एक्टिंग-
एक्टिंग के मामले में 63 साल के कमल हासन एक कमाल के अभिनेता है, लेकिन जब वो एक्शन करते दिखाई देते हैं तो उसपर उनकी उम्र भारी पड़ती दिख रही है. अभिनेत्रियों में पूजा कुमार और एंड्रिया जेरेमिया ने अच्छा अभिनय किया है. फिल्म में आतंकी का किरदार निभाने वाले राहुल बोस खलनायक के रूप में थोड़े कमज़ोर पड़ते दिख रहे हैं. वहीदा रहमान फिल्म में कमल हासन की मां बनी हैं, जो अल्ज़ाइमर से पीड़ित हैं. इसके अलावा शेखर कपूर और जयदीप अहलावत ने भी अच्छी एक्टिंग की है.
अगर आप कमल हासन के ज़बरदस्त फैन हैं और उनकी किसी भी फिल्म को देखना नहीं भूलते, तो इस वीकेंड आप अपने पसंदीदा हीरो कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम 2 देख सकते हैं.
यह भी पढ़ें: Karwaan Movie Review: भागदौड़ भरी ज़िंदगी के बीच सुकून के तलाश की कहानी है फिल्म ‘कारवां’ (Karwaan Movie Review)
Bhagya Lakshmi Women's Pride Traditional Gold Plated Mangalsutra Necklace pendant Black bead Chain For Women
Cosco Light Cricket Tennis Ball (Pack of 6)
PUMA Men's Athletic Socks (Pack of 3) (IN91099001_White/ Black/ Grey_37/40)

नेशनल हॉकी टीम के कैप्टन और अर्जुन अवॉर्ड विनर संदीप सिंह के जीवन पर बनी फिल्म ‘सूरमा’ (Soorma) आज सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई है. डायरेक्टर शाद अली की इस फिल्म में संदीप सिंह का किरदार निभाते दिख रहे हैं मशहूर पंजाबी एक्टर और सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh). तो चलिए, ज़िंदगी और मौत के बीच हौसले व संघर्ष की गाथा को बयान करती इस फिल्म के बारे में विस्तार से जानते हैं.
मूवी- सूरमा.
स्टार कास्ट- दिलजीत दोसांझ, तापसी पन्नू, अंगद बेदी, विजय राज, दानिश हुसैन.
डायरेक्टर- शाद अली.
अवधि- 2 घंटे 11 मिनट.
रेटिंग- 3/5.
कहानी-
फिल्म की कहानी साल 1994 के शाहाबाद से शुरू होती है, जहां संदीप सिंह (दिलजीत दोसांझ) अपने बड़े भाई विक्रमजीत सिंह (अंगद बेदी), पिता (सतीश कौशिक) और मां के साथ रहता है. दोनों भाईयों का यही सपना है कि वो भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बनें, लेकिन कोच के सख़्त रवैए से नाराज़ होकर संदीप अपने इस सपने से पीछे हटने लगता है. अचानक एक दिन संदीप की मुलाक़ात महिला हॉकी खिलाड़ी हरप्रीत (तापसी पन्नू) से होती है और उसे पहली नज़र में ही उससे प्यार हो जाता है.
हरप्रीत ही संदीप के दिल में एक बार फिर से हॉकी खेलने का जज़्बा जगाती है और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. जिससे एक बार फिर हॉकी प्लेयर बनना संदीप के जीवन का मक़सद बन जाता है और इसमें उसके बड़े भाई विक्रमजीत सिंह भी उसका पूरा साथ देता है, लेकिन इस कहानी में दिलचस्प मोड़ तब आता है, जब अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए संदीप सिंह ट्रेन से सफर करते हैं, तब गलती से वो किसी की गोली का शिकार हो जाते हैं और उनके शरीर के नीचे का हिस्सा पैरालाइज्ड हो जाता है. यही से शुरू होता है संदीप सिंह की ज़िंदगी का असली संघर्ष, लेकन अपने हौसले के दम पर वो एक बार फिर मैदान में वापस लौटने में कामयाब रहते हैं.
एक्टिंग-
फिल्म में हॉकी प्लेयर बनें दिलजीत दोसांझ ने संदीप सिंह का किरदार बेहतरीन ढंग से निभाया है. फिल्म में उन्होंने जैसा अभिनय किया है वह बेहतरीन है. वो अपने किरदार के हर भाव और लम्हे को जीते और जीवंत करते दिखाई देते हैं. जबकि तापसी पन्नू हर बार की तरह इस बार भी एक्टिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देती दिख रही हैं. अंगद बेदी ने संदीप के बड़े भाई के रूप में अच्छा काम किया है. वहीं सतीश कौशिक ने पिता और विजय राज ने कोच की भूमिका बखूबी निभाई है.
डायरेक्शन-
डायरेक्टर शाद अली ने फिल्म के फर्स्ट हाफ में संदीप सिंह के हॉकी प्लेयर बनने की कहानी को दिखाया है. इंटरवल के पहले की कहानी आपको भावुक कर सकती है. शाद ने इसमें कस्बे के छोटे-छोटे लम्हों और फिल्म के मुख्य कलाकारों के रोमांस को अच्छी तरह से पर्दे पर उतारा है. फिल्म में हॉकी से जुड़े कई सीन हैं जो दर्शकों को पसंद आएंगे. फिल्म का स्क्रीनप्ले कमाल का है. सिनेमेटोग्राफी अच्छी है और फिल्म के कुछ वाकये देखकर आप ख़ुद को इमोशनल होने से नहीं रोक पाएंगे. हालांकि फिल्म का म्यूज़िक अपना कमाल दिखाने में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पाया है.
बहरहाल अगर आप यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि नेशनल हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की ज़िंदगी में कब, क्या और कैसे हुआ, तो इस वीकेंड आप यह फिल्म देख सकते हैं.
Bhagya Lakshmi Women's Pride Traditional Gold Plated Mangalsutra Necklace pendant Black bead Chain For Women
Cosco Light Cricket Tennis Ball (Pack of 6)
PUMA Men's Athletic Socks (Pack of 3) (IN91099001_White/ Black/ Grey_37/40)

साल 2018 की सबसे बड़ी और रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘संजू’ (Sanju) देशभर के कुल 4000 स्क्रीन्स पर रिलीज़ हुई है. फिल्म का फर्स्ट डे फर्स्ट शो भी हाउसफुल रहा. हालांकि फिल्म को रिलीज़ हुए अभी कुछ घंटे ही हुए हैं, लेकिन अब तक जिसने भी यह फिल्म देखी, वो इसकी तारीफ़ करने से ख़ुद को नहीं रोक पाया. सोशल मीडिया पर भी हर कोई इस फिल्म की तारीफ़ों के पुल बांध रहा है. डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने संजय दत्त की 37 साल की असल ज़िंदगी को 3 घंटे में बखूबी दर्शाने की कोशिश की है.
कहानी-
एक्टिंग-
रणबीर के अलावा विक्की कौशल ने फिल्म में कमाल की एक्टिंग की है. संजय दत्त के पिता सुनील दत्त के किरदार में परेश रावल बेहद शानदार नज़र आ रहे हैं, रणबीर और परेश रावल के इमोशनल सीन्स दर्शकों को भावुक कर देते हैं. इनके अलावा दीया मिर्ज़ा, अनुष्का शर्मा, मनीषा कोईराला, सोनम कपूर और करिश्मा तन्ना ने अपने-अपने किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है.
डायरेक्शन-
फिल्म के डायरेक्टर राजकुमार हिरानी ने फिल्म के पहले हिस्से में संजय दत्त के ड्रग्स एडिक्ट बनने और उस दलदल से बाहर निकलने की कहानी को दिखाया है. जिस तरह राजकुमार हिरानी ने फिल्म को ट्रीट किया है वो काबिले तारीफ़ है. इस बायोग्राफी में हिरानी ने ड्रग्स की अंधेरी दुनिया, संजू की गर्लफ्रेंड्स, टेरोरिज्म और जेल में सज़ा काटते संजय की विवादित ज़िंदगी को बहुत ही दिलचस्प तरीक़े से पेश किया है.
सिनेमेटोग्राफी-
बात करें फिल्म के सिनेमेटोग्राफी की, तो वो वाकई कमाल की है. फिल्म का म्यूज़िक एवरेज है, लेकिन इसके कुछ गाने बहुत ही बढ़िया हैं. एक ओर जहां यह फिल्म दर्शकों को हंसाती-गुदगुदाती है, तो वहीं दूसरी तरफ यह आपको भावुक भी कर देती हैं. फिल्म के इमोशनल सीन्स देख आंखें नम हो जाती हैं. बहरहाल, अगर आप संजू बाबा के फैन हैं तो इस वीकेंड यह फिल्म ज़रूर देखें.
यह भी पढ़ें: Sanju Movie: फिल्म संजू देखने पर हो जाएंगे मजबूर जब जानेंगे उससे जुड़ी ये 10 ख़ास बातें
Bhagya Lakshmi Women's Pride Traditional Gold Plated Mangalsutra Necklace pendant Black bead Chain For Women
Cosco Light Cricket Tennis Ball (Pack of 6)
PUMA Men's Athletic Socks (Pack of 3) (IN91099001_White/ Black/ Grey_37/40)

आज फिल्मी फ्राइडे है और सिनेमा घरों में दो अलग कॉन्सेप्ट वाली फिल्में रिलीज़ हुई हैं. एक तरफ है सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की फिल्म ‘102 नॉट आउट’ है तो वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म को टक्कर दे रही है अभिनेता राजकुमार राव की फिल्म ‘ओमेर्टा’. अमिताभ की यह फिल्म बुजुर्गों के एकाकीपन की कहानी बयां करती है तो राजकुमार राव की फिल्म एक आतंकी की कहानी को अलग अंदाज़ में दर्शकों के सामने पेश करती है.
फिल्म- 102 नॉट आउट
निर्देशक- उमेश शुक्ला
स्टार कास्ट- अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर, जिमित त्रिवेदी
अवधि- 1 घंटा 45 मिनट
रेटिंग- 3.5/5
फिल्म की कहानी-
उधर, बाबूलाल के 102 साल के पिता दत्तात्रेय वखारिया (अमिताभ बच्चन) एक ऐसे 102 साल का जवान हैं जो ज़िंदगी को ज़िंदादिली के साथ जीना पसंद करते हैं. एक दिन दत्तात्रेय अपने बेटे बाबूलाल के सामने कुछ शर्ते रखते हुए उसे वृद्धाश्रम भेजने की धमकी देते हैं. दरअसल वो अपने 75 साल के बेटे की जीवनशैली और सोच में इन शर्तों के ज़रिए बदलाव लाना चाहता हैं, लेकिन क्यों इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.
कैसी है फिल्म?
इस फिल्म के ज़रिए निर्देशक उमेश शुक्ला ने विदेश में रहने वाले एनआरआई बच्चों से मिलने के लिए तड़पने वाले माता-पिता तक एक भावनात्मक संदेश भी पहुंचाने की कोशिश की है. इस फिल्म का पहला हिस्सा थोड़ा धीमा है, लेकिन इसके दूसरे हिस्से में फिल्म अपनी रफ्तार पकड़ लेती है और क्लाइमेक्स आपको इमोशनल करने के साथ-साथ जीत की खुशी का एहसास भी करा जाता है.
एक्टिंग
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की जोड़ी क़रीब 27 साल बाद पर्दे पर साथ नज़र आ रही है. एक तरफ जहां दत्तात्रेय की भूमिका में अमिताभ बच्चन किरदार के नब्ज़ को पकड़ते हुए कभी दर्शकों को लुभाते तो कभी चौंकाते हुए नज़र आ रहे हैं तो वहीं बाबूलाल की भूमिका अदा कर रहे ऋषि कपूर ने भी अपने किरदार को बेहद सहजता और संयम के साथ निभाया है. एकाकीपन से लड़ते दो बुजुर्गों की मज़ेदार नोकझोंक आपको बेहद पसंद आएगी.
फिल्म- ओमेर्टा
निर्देशक- हंसल मेहता
स्टार कास्ट- राजकुमार राव, टिमोथी रायन, केवल अरोड़ा, राजेश तेलांग
अवधि- 1 घंटा 36 मिनट
रेटिंग- 3.5/5
फिल्म की कहानी-
फिल्म की शूटिंग-
एक्टिंग-
Bhagya Lakshmi Women's Pride Traditional Gold Plated Mangalsutra Necklace pendant Black bead Chain For Women
Cosco Light Cricket Tennis Ball (Pack of 6)
PUMA Men's Athletic Socks (Pack of 3) (IN91099001_White/ Black/ Grey_37/40)
