सजना, संवरना, रिश्तेदारों से मिलना, गजक, तिल के लड्डू खाने का वक़्त है ये, क्योंकि आ गई है लोहड़ी. कहते हैं कि लोहड़ी की रात सबसे ठंड रात होती है और इस रात महिलाएं और पुरुष दोनों ही सजे-धजे रहते हैं. तो चलिए आप भी अपनों के साथ मनाइए लोहड़ी और ख़ुशियां बांटिए.
लोहड़ी की कहानी
ऐसा माना जाता है कि होलिका और लोहड़ी दोनों बहनें थीं. कई जगह लोहड़ी को पहले तिलोड़ी कहा जाता था. यह शब्द तिल और रोड़ी के मेल से बना है, जो समय के साथ बदलकर लोहड़ी के रूप में प्रसिद्ध हो गया.
बॉलीवुड फिल्मों में लोहड़ी
पंजाब की लोहड़ी ने बॉलीवुड पर अपना ऐसा रंग छोड़ा कि फिल्मोंमें इसे अलग अंदाज़ में मनाया जाने लगा. फिल्म वीर ज़ारा की लोहड़ी काफ़ी पॉप्युलर हुई थी.
फुल मेकअप और ड्रेसअप
महिलाओं के लिए ये दिन बहुत ही ख़ास होता है. इस दिन कई महिलाएं अपने शादी का जोड़ा, तो कुछ नई ड्रेस ख़रीदती हैं. उनके ड्रेसअप और मेकअप में किसी तरह की कमी नहीं होती.
मेरी सहेली की ओर से सभी को लोहड़ी की ढेर सारी बधाइयां!..