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किचन किसी भी महिला की ज़िंदगी का अहम् हिस्सा होता है और इसमें ही उनका अधिकांश समय भी बीतता है, मगर बदलते व़क्त के साथ यदि आप स्मार्ट होम मेकर बनना चाहती हैं, तो अपने किचन में कुछ ज़रूरी चीज़ें रखें, जिससे न स़िर्फ आपका समय बचेगा, बल्कि कुकिंग भी आसान हो जाएगी.
मॉड्यूलर किचन कैबिनेट
मॉड्यूलर किचन कैबिनेट होने पर किचन न स़िर्फ साफ़-सुथरा दिखता है, बल्कि चीज़ें भी व्यवस्थित रखी जा सकती हैं और काम पड़ने पर आसानी से मिल जाती हैं. इसमें कई कंपार्टमेंट और अलमारी बनी रहती है जिसमें अपनी सुविधानुसार आप सामान अरेंज करके किचन के रोज़ाना का काम आसान बना सकती हैं, जैसे- रोज़ाना इस्तेमाल में होने वाली चीज़ें एकसाथ रखें.
कंवेक्शन माइक्रोवेव
झटपट खाना गरम करना हो या कम तेल में कोई डिश बनानी हो, कंवेक्शन माइक्रोवेव बेस्ट होता है. समय की बचत करना चाहती हैं, तो किचन में इसे जगह ज़रूर दें.
डबल डोर फ्रिज
फ्रिज में आप न स़िर्फ हफ़्ते भर की सब्ज़ियां व फल लाकर इकट्ठे रख सकती हैं, बल्कि बचे हुए खाने को भी सुरक्षित रखा जा सकता है. स्टोरेज के लिए ज़्यादा जगह होने पर आप बाज़ार से इकट्ठे ढेर सारी चीज़ें ख़रीदकर रख सकती हैं, जिससे आपको रोज़ाना बाज़ार नहीं जाना पड़ेगा.
चाकू सेट
किचन में चाकू का पूरा सेट रखें, क्योंकि अलग-अलग काम के लिए चाकू भी अलग होते हैं, जैसे- छीलने वाले चाकू, बोनिंग चाकू आदि. सख़्त और नरम चीज़ों को काटने के लिए अलग-अलग तरह के चाकू होते हैं. एक अच्छा शेफ हमेशा अच्छी क्वालिटी का चाकू ख़रीदता है, भले ही वो महंगा ही क्यों न हो, क्योंकि इससे न स़िर्फ कटिंग/चॉपिंग का काम आसान हो जाता है, बल्कि चाकू चलते भी ज़्यादा हैं.
कटिंग बोर्ड
पालक, मेथी जैसी पत्तेवाली सब्ज़ियों को अक्सर कई लोग किचन प्लैटफॉर्म पर रखकर ही काटने लगते हैं, इससे चाकू ख़राब हो जाता है, इसलिए किचन में अच्छी क्वालिटी का वुडन कटिंग बोर्ड ज़रूर रखें. प्लास्टिक के कटिंग बोर्ड से भी परहेज़ करें. कटिंग बोर्ड पर रखकर आप आसानी से और जल्दी सब्ज़ियां काट सकती हैं.
फूड प्रोसेसर
सुबह ऑफिस निकलने की जल्दबाज़ी और रात को लेट आने के बाद ज़ाहिर है आप खाना बनाने में ज़्यादा समय नहीं गंवाना चाहती, ऐसे में फूड प्रोसेसर आपके बहुत काम आ सकता है. कटिंग-चॉपिंग जैसे काम मिनटों में निपटाकर ये आपकी कुकिंग को आसान बना देता है, जिससे आपकी एनर्जी और समय दोनों की बचत होती है.
वॉटर प्यूरीफायर
अशुद्ध पानी से ढेरों बीमारियां होती हैं, अतः खाना बनाने और पीने के लिए हमेशा फिल्टर्ड वॉटर का इस्तेमाल करें. अपने परिवार को स्वस्थ रखने के लिए किचन में वॉटर प्यूरीफायर ज़रूर लगवाएं. इन दिनों मार्केट में कई वैरायटी, डिज़ाइन व रेंज के वॉटर प्यूरीफायर मौजूद हैं.
हैंड ब्लेंडर
केक, इडली, डोसा का बैटर फेंटना हो या अंडा व दही हैंड ब्लेंडर से ये काम आसानी से व मिनटों में हो जाता है, तो अपने किचन टूल्स में इसे शामिल करना न भूलें.
इलेक्ट्रिक तंदूर
आमतौर पर तंदूरी डिशेज़ लोग होटल में ही खा पाते हैं, क्योंकि घर पर तंदूर रखना संभव नहीं होता, मगर अब मार्केट में इलेक्ट्रिक तंदूर उपलब्ध हैं जो साइज़ में छोटे और हल्के होने के कारण आसानी से आपके किचन में फिट आ जाते हैं और आप घर पर ही हेल्दी-टेस्टी तंदूरी खाने का मज़ा ले सकती हैं, तो अपने किचन में इलेक्ट्रिक तंदूर ज़रूर रखें. इसमें आप बेकिंग, ग्रिलिंग, बार्बेक्यू, रोस्टिंग आदि आसानी से कर सकते हैं. लाइट वेट और आसानी से साफ़ होने वाला इलेक्ट्रिक तंदूर ऑयल फ्री कुकिंग के लिए बेहतरीन है.
एयरफ्रायर
कम तेल में टेस्टी चीज़ें बनाना चाहती हैं, तो एयरफ्रायर से अच्छा विकल्प दूसरा कुछ नहीं हो सकता. फ्रेंच फ्राइस से लेकर फ्राई चिकन/फिश आप सब कुछ इसमें बना सकती हैं. आमतौर पर कुछ भी फ्राई करने के लिए आपको कड़ाही में ढेर सारा तेल डालना पड़ता है, मगर एयरफ्रायर में ज़रा-सा तेल डालकर आप फ्राई चीज़ों का मज़ा ले सकती हैं.
डिशवॉशर
अगर बर्तन घिसकर आप अपने हाथ ख़राब नहीं करना चाहतीं और न ही कामवाली बाई का झंझट मोल लेना चाहती हैं, तो डिशवॉशर ले आइए. इसमें अलग-अलग साइज़ के बर्तनों के लिए अलग-अलग रैक्स बने होते हैं. बस एक बटन दबाते ही आपके बर्तन चका-चक हो जाएंगे.
इंडक्शन कुकटॉप
स्मार्ट कुकिंग के लिए किचन में पुराने गैस चूल्हे की जगह इंडक्शन कुकटॉप तो जगह दें. इको फ्रेंडली इंडक्शन कुकटॉप पर आप रोटी-सब्ज़ी बनाने के साथ ही चीज़ें उबाल और फ्राई भी कर सकती हैं. इंडक्शन चूल्हे में कोई वायर नहीं होता जिससे आप इसे कहीं भी आसानी से रख सकती हैं. बिजली से चलने वाले इंडर्शन कुकटॉप में टेम्प्रेचर कम-ज़्यादा करने का विकल्प मौजूद रहता है. इसमें गैस के मुकाबले खानी जल्दी पकता है. इसमें पैन डिटक्शन, चाइल्ड लॉक ऑप्शन के साथ टाइमर फंक्शन भी है.
मिक्सर ग्राइंडर
मसाला पीसना हो, इडली/डोसे का बैटर तैयार करना हो या फिर कुछ और सूखा/गीला पीसना हो मिक्सर आपका काम आसान बना देता है.
स्टीमर
यदि आपको स्टीम्ड वेजीटेबल पसंद है या फिर सेहत को ध्यान रखते हुए स्टीम्ट चीज़ें ही खाती हैं, तो स्टीमर ज़रूर रखें. इसमें सब्ज़ी के अलावा इडली, मोमोज़, पोहा और चावल भी बना सकती हैं. इसमें खाने के पोषक तत्व नष्ट नहीं होते. स्टीमर में आप कई तरह की चाइनीज़ कुकिंग भी कर सकती हैं. इसकी देखरेख आसान है और इसमें बिजली भी कम ख़र्च होती है. स्टीमर में बने छेद से भाप ऊपर रखी चीज़ों तक पहुंचती है. मल्टी कंपार्टमेंट स्टीमर में आप एकसाथ कई चीज़ें बना सकती हैं.
इलेक्ट्रिक केटल
थोड़ा पानी गरम करना हो या 2-4 लोगों के लिए चाय/कॉफी बनानी हो, इलेक्ट्रिक केटल में ये काम मिनटों में हो जाता है.
चिमनी
खाना बनाते समय तेल मसालों की गंध और धुआं अंदर ही जमा होने से आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है, अतः किचन में चिमनी ज़रूर लगवाएं ताकि धुआं व गंध बाहर निकल जाए और किचन का वातावरण साफ़ रहे.
गार्लिक लेयर रिमूवर
लहसुन छीलना और काटना हमेशा बहुत मुश्किल काम लगता है, मगर आपका ये मुश्किल काम आसान हो सकता है, बाज़ार में मिलने वाले गार्लिक लेयर रिमूवर से. आजकल मार्केट में सिलिकॉन सेबना गार्लिक लेयर रिमूवर मिलता है. छोटी सी दिखने वाली ये चीज़ बहुत काम की है. इसमें एक-एक करके लहसुन की कली अंदर डालकर दबाइए और कली छिलकर बाहर आ जाएगी.
कॉर्न पीलर
भुट्टे से दाना निकालना वाक़ई आसान नहीं होता और दांतों से खाते व़क्त उसमें अक्सर भुट्टे के दाने फंस जाते हैं, तो अपनी मुश्किल हल करने के लिए कॉर्न पीलर ले आएं. कॉर्न पीलर को भुट्टे के ऊपर रखकर नीचे की ओर ले जाएं, दाने आसानी से निकलते जाएंगे.
– कंचन सिंह

किचन यदि बड़ा हो तो सारी चीज़ें अरेंज करना आसान हो जाता है, मगर शहरों में खासकर मेट्रो सिटीज़ में बड़ा किचन किसी सपने से कम नहीं है. वैसे आप थोड़ी-सी स्मार्टनेस दिखाकर अपने छोटे-से किचन को न स़िर्फ स्पेशियस लुक दे सकती हैं, बल्कि सारी चीज़ें अच्छी तरह अरेंज भी कर सकती हैं. कैसे दिखेगा आपका किचन बड़ा? आइए, जानते हैं.
स्टैैंड बनवाएं
यदि आपका किचन मॉड्यूलर नहीं है, तो दरवाज़े के पीछे से लेकर स्लैब तक बर्तनों व डिब्बों के लिए स्टैंड फिट करवाएं. इससे प्लेटफॉर्म पर बर्तनों का ढेर नहीं लगेगा. बर्तन और डिब्बे स्टैंड पर करीने से सजाकर रखने से किचन साफ़-सुथरा और व्यवस्थित दिखेगा.
पुलआउट ड्रॉअर
आजकल किचन में स्लाइडर वाले या बाहर की तरफ़ खींचने वाले (पुलआउट ड्रॉअर) का चलन है. इसमें सामान रखना और निकालना आसान होता है. ऐसे ड्रॉअर जगह कम घेरते हैं और इनमें सामान भी ज़्यादा आता है.
करें दीवारों का इस्तेमाल
यदि आपका किचन छोटा है तो दीवार पर हैंगर या बर्तन स्टैंड बनावकर किचन को व्यवस्थित कर सकती हैं. स्टैंड पर टूटने वाले बर्तनों की बजाय स्टील के बर्तन रखें और उसकी हाइट उतनी रखें जहां तक आप आसानी से पहुंच जाएं. हैंगर पर आप पैन, पॉट्स, लकड़ी के सर्विंग स्पून आदि हैंग कर सकती हैं.
लॉबी स्पेस
यदि आपके किचन के साथ लॉबी है, तो कैबिनेट और कुछ बड़े बर्तन वहां रखें. इससे किचन की जगह तो बचेगी ही, साथ ही लॉबी का भी सही इस्तेमाल हो जाएगा.
करें डायनिंग स्पेस का सही उपयोग
आपका किचन छोटा है, मगर उसके साथ यदि डायनिंग स्पेस है, तो आप डायनिंग टेबल में बॉक्स या स्टैंड बनवाकर क्रॉकरी या रोज़ाना इस्तेमाल में आनेवाले बर्तन रखकर किचन की जगह बचा सकती हैं.
रोज़ाना इस्तेमाल न होने वाले अप्लायंसेस
कॉफी मेकर, ब्लेंडर, टोस्टर जैसे अप्लायेंसेस जिन्हें आप रोज़ाना इस्तेमाल में नहीं लातीं, उन्हें प्लेटफॉर्म पर रखकर भीड़ लगाने की बजाय कैबिनेट में ही रखें. ज़रूरत के समय निकाल लें और इस्तेमाल के बाद वापस उसी जगह रख दें.
गहरा सिंक
आमतौर पर किचन में सिंक छोटा होता है, आप चाहें तो उसे रिप्लेस करके गहरा सिंक लगवाएं. इससे आप सिंक में ज़्यादा बर्तन रख पाएंगी और जगह भी बचेगी.
रखें लाइट का ध्यान
दिन में किचन की खिड़की हमेशा खोलकर रखें. नेचुरल लाइट में किचन बड़ा और सुंदर दिखता है. किचन में हमेशा हल्की लाइटिंग का इस्तेमाल करें.
लाइट कलर का चुनाव
किचन के लिए हमेशा ब्राइट कलर का इस्तेमाल करें. इससे किचन बड़ा नज़र आता है. किचन में बहुत ज़्यादा रंगों का इस्तेमाल न करें. हमेशा व्हाइट को बेसिक कलर रखें. इससे आपको सुकून का एहसास होगा.
छोटा फ्रिज
किचन यदि छोटा है, तो दूसरों की देखा देखी बड़ा फ्रिज ख़रीदने की ग़लती न करें. बड़ा फ्रिज रखने से किचन और भी छोटा दिखेगा और आपको काम करने में असुविधा होगी. अतः बेहतर होगा कि स्टैंडर्ड रेफ्रिजरेटर की बजाय छोटा फ्रिज ख़रीदें.
ग्लास कैबिनेट या स्टोरेज वाली जगह पर ग्लास के इस्तेमाल और ब्राइट लाइट से छोटा किचन भी बड़ा दिखता है.
– कंचन सिंह

यह बात सच है कि हमें अपने घर में जो सुकून मिलता है, वो दुनिया के किसी कोने में नहीं मिलता. ऐसे में हम सभी चाहते हैं कि हमारा घर हो कुछ ख़ास, कुछ अलग. तो बिना देर किए ये ईज़ी होम डेकोर रूल्स अपनाइए और अपने घर को सबसे हसीं बनाइए.
* घर में बहुत सारा फ़र्नीचर न इकट्ठा करें, इससे घर म्यूज़ियम नज़र आने लगता है.
* यदि घर छोटा है, तो पेंटिंग आइडियाज़ से आप घर को बड़ा लुक दे सकते हैं. लिविंग रूम की सारी दीवारें और सीलिंग व्हाइट रखें. चाहें तो फ्लोरिंग भी व्हाइट ही रखी जा सकती है.
* व्हाइट कलर के साथ ब्लू, पिंक, ऑरेंज, रेड, सिल्वर, ब्लैक आदि में से किसी एक कलर का कॉम्बिनेशन ट्राई करके कमरे को अलग थीम भी दे सकते हैं.
* कुशन, कर्टन, सोफ़ा कवर आदि के प्रिंट्स व डिज़ाइन्स बहुत बड़े नहीं होने चाहिए. हमेशा छोटे प्रिंट्स ही सिलेक्ट करें, क्योंकि छोटे प्रिंट्स के प्रयोग से कमरा बड़ा नज़र आता है.
* होम डेकोर में कुशन, कर्टन, बेड कवर आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि इनसे आप कम समय में घर का मेकओवर कर सकते हैं, इसलिए अलग-अलग ओकेज़न के लिए इनका ख़ास कलेक्शन रखें.
* ट्रांसपरेंट कर्टन भी घर को रिच लुक देते हैं.
* कर्टन की लंबाई सीलिंग से फ्लोर तक रखें. इससे रॉयल लुक मिलता है.
* बेडशीट्स के लिए ब्राइट और बोल्ड कलर अच्छा ऑप्शन है.
* एथनिक फ्रेमवाला बड़ा-सा आईना आपके वॉल डेकोर को न्यू लुक दे सकता है.
* अगर दीवारों पर सॉफ्ट कलर का पेंट है, तो एक्सेसरीज़ ब्राइट कलर की रखें. और अगर दीवारों का कलर हाईलाइट करना हो, तो एक्सेसरीज़ सॉफ्ट रखें. इससे घर को बैलेंस्ड लुक मिलता है.
* अगर आप घर को कंटेम्प्रेरी लुक देना चाहते हैं, तो रॉट आयरन के फर्नीचर का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करें.
* जूट के फर्नीचर भी घर को कंटेम्प्रेरी लुक देने में आपके काम आ सकते हैं.
* लाइट कलर की प्लेन दीवार पर ब्राइट कलर का ट्रेडिशनल वॉल पीस सजाएं.
* घर छोटा है, तो सेमी प्राइवेट एरिया क्रिएट करने के लिए बीडेड कर्टन का प्रयोग करें.
* घर में बेकार पड़ी बॉटल्स को मनपसंद डिज़ाइन में ब्राइट कलर्स से पेंट करें, फिर इनके अंदर प्लेन व्हाइट या मनपसंद कलर की कैंडल्स जलाएं और घर के एक कॉर्नर पर सजा दें.
* अगर डेकोर को रोमांटिक लुक देना हो, तो किसी फैब्रिक पर पार्टनर और अपनी फोटो प्रिंट करवाकर उसका कुशन कवर बनवा लें.
* कमरे में भीनी-भीनी ख़ुशबू के लिए गुलाब, लिली और ट्यूलिप फ्लावर्स के बंच सजाकर रखें.
* लाइटिंग का चुनाव करते वक़्त भी ज़रूरत और ओकेज़न का ख़्याल रखना ज़रूरी है. रेग्युलर यूज़ के लिए सॉफ्ट लाइटिंग का प्रयोग करें, ताकि आंखों पर ज़ोर न पड़े.
* मूड लाइटिंग के लिए लेड का प्रयोग करें, क्योंकि ये कम पावरवाले होते हैं.
* ख़ास मौक़ों के लिए डेकोरेटिव लाइटिंग का प्रयोग करें. इसके लिए वॉल लाइट्स या टेबल लैंप का प्रयोग किया जा सकता है.
* डिमर्स का प्रयोग भी किया जा सकता है. यह आपको एक ही लाइटिंग अरेंजमेंट में अलग-अगल इफेक्ट व मूड का मज़ा दे सकते हैं.
* फर्नीचर या डेकोरेटिव एक्सेसरीज़ को हाईलाइट करने के लिए हेलोजेन लाइट का इस्तेमाल किया जा सकता है.
* कुछ अलग करने के लिए दो या ज़्यादा तरह की लाइट्स का प्रयोग करें. ऐसा करते समय कलर कॉम्बिनेशन का ख़ास ध्यान रखें, ताकि लाइट का ख़ूबसूरत इ़फेक्ट देखने को मिले.
* आप टेबल डेकोर से भी लुक बदल सकते हैं. फॉर्मल लुक के लिए लिनेन के एम्ब्रॉयडर्ड टेबल क्लॉथ का प्रयोग किया जा सकता है.
* एलिगेंट टेबल मैट्स, नैपकिन रिंग, कैंडल स्टैंड आदि से डायनिंग टेबल को न्यू लुक दिया जा सकता है.
* डायनिंग टेबल पर डेकोरेटिव कैंडल्स, फ्रेश फ्लावर्स आदि का प्रयोग भी किया जा सकता है.
* बच्चों के कमरे को डेकोरेट करने के लिए भी आपको थोड़ा क्रिएटिव होना पड़ेगा. बच्चे बहुत इमैजिनेटिव होते हैं, इसलिए उनके कमरे को उनकी पसंद के अनुसार सजाएं.
* बच्चों के कमरे में पेंट कराते समय ब्राइट कलर्स, जैसे- ब्लू, पिंक, यलो, पर्पल, ऑरेंज आदि को प्राथमिकता दें.
* बच्चों के कमरे की दीवार पर उनकी पसंद के कार्टून कैरेक्टर के स्टिकर भी लगाए जा सकते हैं.
* बच्चों के कमरे की किसी एक दीवार पर पॉज़ीटिव मैसेज या जानकारी देनेवाले संदेश लगाएं, इससे उनमें पढ़ाई के प्रति रुचि जागेगी और जानकारी भी मिलेगी.
* बच्चे के कमरे की एक दीवार पर उसकी बहुत सारी तस्वीरें फ्रेम करके लगाएं.
* बच्चों के कमरे में कम से कम फ़र्नीचर रखें, ताकि उन्हें खेलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके.
* बच्चों की बेडशीट के लिए एनिमल, फ्लोरल, ग्राफिक डिज़ाइन्स या राजस्थानी प्रिंटवाले बेडशीट अच्छे होते हैं.

स्मार्ट वेव्स
सामग्रीः 100 ग्राम लाइट ग्रे रंग का ऊन, 50 ग्राम डार्क ग्रे ऊन, 25-25 ग्राम पिंक, पिस्ता, क्रीम और स़फेद ऊन, सलाइयां, बटन.
विधिः आगे का भागः ब्राउन ऊन से 150 फं. डालकर 2 उल्टी धारियां बुनें. दोनों किनारे के 8-8 फं. हर बार सादे ही बुनें. 8 फं. के बाद बुनाई डालें- 3 फं. का 1, 8 सी., 1 जाली, 1 सी., 1 जाली, 8 सी., 3 का 1, 8 सी.- इसी तरह पूरी सलाई बुनें. उल्टी सलाई पूरी उल्टी बुनें. चित्रानुसार रंग बदलते हुए बुनें. 16 इंच लंबाई हो जाने पर दोनों किनारों पर 1-1 फं. घटाते हुए बुनें. 12 इंच बाद घटाना बंद कर दें. 26 इंच लंबाई हो जाने पर मुड्ढे घटाएं. 3 इंच और बुनने के बाद बीच के 6 फं. बटनपट्टी के डार्क ग्रे से बुनें. गोल गला घटाएं.
पीछे का भागः आगे के भाग की तरह बुनें. पीछे के भाग में गला नहीं घटाना है. कंधे जोड़कर बटनपट्टी बनाएं. गले के फं. उठाकर पट्टी बुनें.
आस्तीनः 48-48 फं. डालकर आगे के भाग की तरह डिज़ाइन डालते हुए 23 इंच लंबी आस्तीन बुनें. हर 7वीं सलाई में दोनों तरफ़ से 1-1 फं. बढ़ाते जाएं. स्वेटर के सभी भागों को जोड़कर सिल लें. बटन टांकें.
शॉपिंग टाइम
सामग्रीः 550 ग्राम पिंक रंग का ऊन, थोड़ा-सा क्रीम ऊन, सलाइयां.
विधिः आगे का भागः 120 फं. क्रीम रंग से डालकर 2 फं. सी., 2 उ. की रिब बुनाई में 3 इंच का बॉर्डर बुनें. दोनों तरफ़ से 10 फं. बढ़ा लें. अब बुनाई डालें. 2 सलाई
सीधी-उल्टी सलाई की बुनाई में बुनें. 2 फं. उ., 1 सी., 2 उ. फं., 5 सी. फं. में शुरू के 2 फं. व बाद के 2 फं. को केबल की तरह पलटकर बुन दें. बीच का फं. सीधा बुनें. उल्टी सलाई पूरी उल्टी बुनें. ये दो सलाइयां एक बार और दोहराएं. अब इन्हें एक-दूसरे पर पलटकर बुनते जाएं. 19 इंच लंबाई हो जाने पर मुड्ढे घटाएं व बीच के उ. फं. एक साथ बंद कर दें. अब 10 इंच का मुड्ढा बुनें और आगे वी आकार में गला घटाते जाएं.
पीछे का भागः आगे के भाग की तरह बुनें. मुड्ढे घटाएं, कंधे जोड़ें. गले के फं. उठाकर 2 सी., 2 उ. का बॉर्डर बुनें. क्रीम रंग में पिंक रंग की धारी डालकर कॉलर बुनें.
आस्तीनः 50-50 फं. डालकर आगे-पीछे के भाग की तरह बुनते हुए 22 इंच लंबी आस्तीन बुनें. हर 5वीं सलाई में 1-1 फं. बढ़ाते जाएं. स्वेटर के सभी भागों को जोड़कर सिल लें.
पिंक पैशन
सामग्रीः 200 ग्राम पिंक रंग का ऊन, 200 ग्राम पेस्टल ग्रीन ऊन, सलाइयां, कुंदन.
विधिः आगे-पीछे का भागः पिंक रंग से 115 फं. डालकर उल्टी धारियों का बॉर्डर बुनें. 2 सलाई सीधी-उल्टी बुनाई में बुनें. ग्रीन रंग से भी 2 सलाई सीधी-उल्टी बुनें. दोनों किनारों पर 6-6 फं. उल्टी धारी के बुनते जाएं. 3 फं. को एक साथ उ. बुनें, 1 सी. फं. को 3 बार बुनें, ताकि 3 फं. बन जाएं. पूरी सलाई ऐसे ही 3 का 1 जोड़ा व 1 के 3 फं. बुनते हुए पूरी करें. उल्टी सलाई पूरी उल्टी बुनें. ग्रीन रंग से बुनें. 11 इंच लंबा बुनने के बाद 2 फं. सी., 2 उ. से ऊपर का पूरा भाग बुनें. 21 इंच लंबाई हो जाने पर मुड्ढे घटाएं. एक भाग में बीच में बटनपट्टी बना दें. 23 इंच बाद गोल गला घटाएं. कंधे जोड़कर गले के फं. उठाएं. 2 फं. सी. 2 उ. की बुनाई में गले की पट्टी बुनें.
आस्तीनः 50-50 फं. डालकर बॉर्डर बुनें. 6 इंच तक बुनाई डालते हुए बुनें. ऊपर 2 फं. सी., 2 उ. की बुनाई करते हुए 22 इंच लंबी आस्तीन बुनें. हर 5वीं सलाई में 1-1 फं. बढ़ाते जाएं. स्वेटर के सभी भागों को जोड़कर सिल लें.

किसी ने सच कहा है कि अगर आपको तरक्क़ी करनी है, तो एक ही नौकरी पकड़कर बैठे न रहें. इससे आप एक तरह के सेफ ज़ोन में दाखिल हो जाते हैं, जिसे तोड़ने की आप हिम्मत नहीं जुटा पाते. इस तरह की परिस्थिति करियर के लिए बाधक सिद्ध होती है. नई नौकरी के विचार मात्र से आपका मन कांप उठता है. भले ही आप दूसरों के सामने इसे प्रदर्शित न करें, लेकिन आपके भीतर एक अजीब-सा डर घर कर जाता है, जिसे निकालना बहुत मुश्किल होता है. कई सालों से एक ही कंपनी के लिए जी जान लगाकर नौकरी करने के बाद भी अगर मन मुताबिक़ तरक्क़ी नहीं हो रही है, तो बहुत जल्दी उस नौकरी को छोड़कर दूसरी जॉब की तलाश करें. इसके लिए आपको इंटरव्यू देने पड़ेंगे. ऐसे में इंटरव्यू के नाम से डरने की ज़रूरत नहीं है. बस, अपनाइए ये टिप्स और छा जाइए इंटरव्यू में.
स्ट्रॉन्ग फीलिंग
सबसे पहले अपने मन में ये तय कर लें कि अब आपको बहुत जल्द एक नई नौकरी ढूंढ़नी है. जिस दिन आप मन में ये सोच लेंगे, उस दिन से आपकी प्रतिक्रिया बदल जाएगी. आपका मन अब आपके अनुरूप सोचने लगेगा. ऐसे में आपके भीतर बैठा इंटरव्यू का डर धीरे-धीरे ग़ायब होने लगेगा.
सेल्फ एनालिसिस
अगर आप योग्यता और डिग्री होने के बाद भी नौकरी नहीं हासिल कर पा रहे हैं, मेहनत करने के बाद भी कंपनियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पा रहे हैं, तो आपकोे सेल्फ एनालिसिस की ज़रूरत है. इंटरव्यू से डरकर उसी नौकरी में लगे रहने की बजाय ख़ुद का मूल्यांकन करें और अपनी कमियों को सुधारें.
अप टु डेट रहें
आमतौर पर लंबे समय तक एक ही नौकरी में रहने से सीखने की क्षमता ख़त्म हो जाती है. ऐसा लगता है, सब कुछ तो आता है. यही ग़लती आपको नई नौकरी के लिए आगे बढ़ने नहीं देती और मन में इंटरव्यू का ख़्याल आते ही आप डरने लगते हैं. अपने फील्ड से जुड़ी हर बात को जानें. कब, क्या नया हो रहा है, यह जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी है. जब आपको नई नौकरी से जुड़ी सारी बातें पता होंगी, तो इंटरव्यू में आप घबराएंगे नहीं.
हताश न हों
बात बड़ी अजीब, लेकिन सच है, ऑफिस में कलीग के साथ लंच के समय जब भी नई नौकरी की बात होती है, तो अक्सर लोग ख़ुद को कम आंकने लगते हैं और ये कहने से परहेज़ नहीं करते कि अब जॉब देगा कौन? उनके अंदर वो क्षमता रही नहीं, जिससे उन्हें आसानी से जॉब मिल सके. यदि आप भी ऐसा सोचते हैं, तो अपनी सोच बदलें. ख़ुद को कभी भी हतोत्साहित न करें.
पॉज़िटिव एटीट्यूड
डर से उबरने के लिए यह सबसे बेहतरीन आइडिया है. लंबे समय से कोई इंटरव्यू न देने पर डर लगना लाज़मी है, लेकिन उस डर को हराया जा सकता है. बस, ज़रूरत है तो सकारात्मक रवैया अपनाने की. यक़ीन मानिए, इससे आपका सारा डर मिनटों में दूर हो जाएगा. अपने मन में यह बात बैठा लीजिए कि आपको एक जगह स्टिक होने की ज़रूरत नहीं. तरक्क़ी करने के लिए आपको एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाना ही होगा. सफलता के लिए यह बहुत ज़रूरी है.
सिक्योर ज़ोन से बाहर निकलें
कई सालों से एक ही कंपनी में जॉब करते रहने से आप सिक्योर महसूस करने लगते हैं. मन में यह बात घर कर जाती है कि यह नौकरी पूरी तरह से सिक्योर है. ऐसे में जब कंपनी में प्रमोशन और सैलरी नहीं बढ़ती, तब अचानक आपको सिक्योरिटी ख़त्म होती नज़र आने लगती है और नई नौैकरी के ख़्याल मात्र से आप चिंतित होने लगते हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि डे फर्स्ट से ही किसी भी कंपनी में ख़ुद को सिक्योर वाली फीलिंग से दूर रखें. मन में ये सोच लें कि कुछ समय बाद आपको दूसरी नौकरी करनी है. यह भाव आपको हमेशा हर तरह के डर से बचाएगा और इंटरव्यू फोबिया से आप दूर रहेंगे. बात बस विचारों की है. विचार बदलिए, डर अपने आप ख़त्म हो जाएगा.
डिप्रेशन से बचें
यह ख़तरनाक स्थिति है. नई नौकरी ढूंढ़नेे, इंटरव्यू देने के डर से कई बार लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं. इंटरव्यू के प्रेशर को वो ख़ुद पर इतना ज़्यादा हावी कर देते हैं कि नई नौकरी के चक्कर में वो वर्तमान नौकरी भी ठीक से नहीं कर पाते. ऐसी स्थिति से बचें और अपना आत्मविश्वास बनाए रखें. रिलैक्सेशन बूस्टिंग टेकनीक इंटरव्यू के डर को ख़त्म करने का ये बेहद आसान उपाय है. इसके लिए अपने मन-मस्तिष्क को इतना मज़बूत बनाएं कि डर जगह बनाने न पाए. इसके लिए आप ख़ासतौर पर मेंटल एक्सरसाइज़ करें.
एक्सपर्ट एडवाइज़
उपर्युक्त तरी़के अपनाने के बाद भी अगर आप में कॉन्फिडेंस नहीं आ पा रहा है, तो ऐसी स्थिति में एक्सपर्ट की सलाह लें. वो आपका माइंड बदलकर आपके भीतर सकारात्मक सोच और ऊर्जा का संचार करेंगे, जिससे आप नई नौकरी के लिए ख़ुद को तैयार कर सकेंगे.
कार्टून देखें
आपको सुनकर भले ही हंसी आए, लेकिन जानकार मानते हैं कि मनोबल गिरने पर ऐसे कार्टून देखना हमेशा अच्छा होता है, जो हर बार दुश्मनोंको हराते हैं. कार्टून आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा भरते हैं. इससे आपके अंदर बदलाव आता है.
इंप्रेसिव इंटरव्यू पढ़ें
इंटरव्यू के लिए ख़ुद को तैयार करने के लिए नामी हस्तियों के इंटरव्यू पढ़ें. इस तरह के इंटरव्यू में कई तरह के उतार-चढ़ाव भरे सवाल-जवाब होते हैं, जिससे आपको अपनी स्थिति को समझने में मदद मिलेगी.
– श्वेता सिंह

क्या आप उन लोगों में से हैं, जिन्हें हमेशा यात्रा करनी पड़ती है? कभी ऑफिस का काम, तो कभी फैमिली ट्रिप. अब ऐसे में आपकी जेब पर भार तो पड़ेगा ही, लेकिन कुछ स्मार्ट तरी़के से आप इससे बच सकते हैं. बढ़ती महंगाई में बचत करने की आपकी आदत को तब क्या हो जाता है, जब आप टूर पर निकलते हैं. सालभर की बचाई रकम यूं मिनटों में एक ही ट्रिप पर उड़ा देना समझदारी नहीं है. असली बचत तो तब होगी, जब आप ट्रैवलिंग में भी बचत कर सकें. चलिए, जानते हैं क्या हैं वो टिप्स, जिन्हें अपनाकर आप स्मार्ट ट्रैवलर बन सकते हैं.
ट्रैवल कार्ड का इस्तेमाल करें
किसी भी जगह का टूर प्लान करते समय ट्रैवल कार्ड का इस्तेमाल करें. जिस तरह आप शॉपिंग करने के लिए डेबिट/क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, ठीक उसी तरह ट्रैवलिंग के लिए ट्रैवल कार्ड का इस्तेमाल करें. इसे आप बैंक के ज़रिए बनवा सकते हैं. बेहतर होगा कि जिस बैंक में आपका अकाउंट है, उसी बैंक से ट्रैवल कार्ड बनवाएं. इस ट्रैवल कार्ड की ख़ासियत यह है कि ज़रूरत पड़ने पर आप इसे रिचार्ज भी करा सकते हैं. हर छोटी-बड़ी चीज़ के लिए आपको कैश देने की ज़रूरत नहीं. इससे आप टेंशन फ्री रहेंगे और सफ़र का आनंद भी उठा पाएंगे.
अपने वॉलेट में ज़्यादा पैसे न रखें
आमतौर पर किसी भी ट्रिप पर जाने से पहले लोग अपने पर्स में एक्स्ट्रा अमाउंट रख लेते हैं. वो ऐसा इसलिए करते हैं ताकि इमर्जेंसी के व़क्त अगर कोई एटीएम मशीन आसपास न दिखे, तो वो इस कैश का इस्तेमाल कर सकें. हो सकता है, आपकी आदत भी कुछ ऐसी ही हो, लेकिन ये सही तरीक़ा नहीं है. इस तरह आपका पूरा ध्यान आपके पर्स पर ही रहता है और आप घूमने का आनंद नहीं ले पाते.
बैंक को इंफॉर्म करें
ट्रैवलिंग में पैसे बचाने का ये एक बेहतरीन तरीक़ा है. ट्रैवलिंग के बारे में अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनी को जानकारी दें. पूरा ट्रैवल प्लान बताएं. ऐसे में ग़लती से अगर आपका कार्ड खो जाता है, तो बैंक उसे ब्लॉक करके आपको दूसरी आईडी मुहैया कराती है ताकि आप आसानी से अपनी ट्रिप एंजॉय कर सकें. कई बार बैंक के पास घूमने के अच्छे प्लान होते हैं. ऐसे में आप काफ़ी पैसे बचा सकते हैं.
फ़र्जी एटीएम से बचें
आप अपने साथ चाहे जितना भी कैश ले जाएं, लेकिन यात्रा करते समय पैसों की कमी हो सकती है. ऐसे में पैसों को सुरक्षित रखने के लिए किसी भी एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकालें. उसी एटीएम से पैसा निकालें जिस बैंक के बारे में आपको जानकारी हो. कोशिश करें कि जिस बैंक में आपका अकाउंट है, उसी बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करें.
पब्लिक कंप्यूटर का यूज़ न करें
कई बार ऐसा होता है कि सफ़र के दौरान हमें नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करना पड़ता है. ऐसे में आप अपना लैपटॉप लेकर जाएं. कभी भी होटल या साइबर कैफे के कम्प्यूटर का इस्तेमाल न करें. आपके नेट बैंकिंग की निजी जानकारी आसानी से कोई भी हैक कर सकता है, इसलिए पब्लिक कंप्यूटर से नेट बैंकिंग न करें. प्रकित नंदी जो एक एडवर्टाइज़िंग कंपनी में काम करते हैं, उनका कहना है कि एक साल पहले वो अपने परिवार के साथ सिंगापुर छुट्टियां बिताने गए थे. वहां उन्होंने होटल के कंप्यूटर से नेट बैंकिंग की. जब वो सफ़र से वापस आए, तो कुछ दिनों बाद उन्हें पता लगा कि उनके अकाउंट से 15,000 रुपए किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर हुए थे. आपके साथ ऐसा कुछ न हो, इसलिए सतर्क रहें.
स्मार्ट टिप्स
- सफ़र के दौरान अपने बैंक का पासवर्ड, एटीएम पिन आदि की जानकारी फोन पर किसी को न दें.
- सफ़र पर जाने के बाद अगर बैंक का कस्टमर केयर आपसे आपका पासवर्ड मांगे, तो भूल से भी उन्हें अपना पासवर्ड या एटीएम पिन न बताएं. ये फ़र्जी कॉल हो
सकता है.
- अगर आपको और पैसों की ज़रूरत लगे, तो आप मनी ट्रांसफर में जाएं और अपने किसी ख़ास दोस्त या रिश्तेदार को पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहें.
- बहुत से देशों में अपने राष्ट्रीयकृत बैंक आपको मिल जाएंगे. उन्हीं बैंकों से पैसे निकालें. ऐसा करने से पहले एक बार छानबीन अवश्य करें.
- अगर दूसरे देश में कोई आपको आपकी करेंसी के बदले उनकी करेंसी देने को कहे, तो भूलकर भी ऐसा न करें. वो आपको धोखा देकर फेक करेंसी दे सकता है.
– सुषमा विश्वकर्मा