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ख़ूबसूरत तो हम सभी दिखना चाहते हैं, ऐसे में अगर कुछ छोटी-छोटी बातों का ख़्याल रखा जाए, तो ख़ूबसूरत बने रहना मुश्किल नहीं होगा. इन ब्यूटी बेसिक्स को समझिए और अपने ब्यूटी रूटीन में शामिल कर लीजिए, ताकि आप दिखें ब्यूटीफुल और सुपरकूल!

बदलें अपना ब्यूटी रूटीन: मौसम को देखते हुए हमारा शरीर भी बदलाव की डिमांड करता है. ऐसे में मौसम को देखते हुए अपने ब्यूटी रूटीन को प्लान करें, जैसे- सर्दियों में ज़्यादा मॉइश्‍चराइज़िंग क्रीम व लोशन्स अपनी ब्यूटी लिस्ट में शामिल कर लें और गर्मियों में एसपीएफ का इस्तेमाल ज़रूर करें.

बाउंसी और कर्ली बाल के लिए: अगर आपके बालों में नेचुरल कर्ल्स हैं, तो उन्हें हेयर ब्रश से ब्रश न करें. बेहतर होगा कि उंगलियों से ही सुलझाएं, इससे उन्हें बाउंस मिलेगा.

नेलपेंट रिमूव करना है, पर रिमूवर नहीं है, तो कैसे करें: आपको नेलपेंट रिमूव करनी है, लेकिन नेल पेंट रिमूवर ख़त्म हो गया तो एक कोट नेलपेंट लगाकर फ़ौरन कॉटन से रिमूव करें. इससे पुरानी नेल पॉलिश भी निकल जाएगी.

बेवजह सप्लीमेंट्स न लें: अच्छी स्किन और बालों की चाह में अक्सर लोग सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के यह ख़तरनाक हो सकता है. कुछ तरह के विटामिन्स और मिनरल्स को मिक्स करने पर उनका विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है.

ब्लश ऑन का ज़्यादा इस्तेमाल न करें: ब्लश ऑन आपकी ब्यूटी को भले ही बड़ा देता है, लेकिन अगर यह बहुत ज़्यादा हो जाए, तो आर्टिफिशियल लुक मिलेगा. ब्लश हमेशा ही सोच-समझकर लगाएं. दो उंगलियों जितनी चौड़ाई रखें, नाक से दूर और स़िर्फ गालों के उभार पर ही अप्लाई करें. इससे नेचुरल लुक मिलेगा.

Basic Beauty Rules

हेयरकलर को फेड होने से बचाएं: महीने में एक बार डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट करवाएं. इससे कलर लॉक हो जाएगा और बाल भी ड्राय व डैमेज होने से बचेंगे, क्योंकि हेयरकलर जब फेड होने लगता है, तो वो बहुत भद्दा लगने लगता है.

बालों को फुल और बाउंसी दिखाने के लिए करें हेयर लिफ्ट: ब्लो ड्राई करने से पहले बालों की जड़ों में वॉल्युमाइज़िंग स्प्रे लगाएं, उसके बाद ब्लो ड्राई करें.

हफ़्ते में एक बार क्लैरिफाई शैंपू ज़रूर यूज़ करें: क्लैरिफाइंग शैंपू से डैंड्रफ, केमिकल्स से जमा हुआ वेस्ट निकल जाएगा और बालों की शाइन वापस आएगी. यह स्काल्प को भी हेल्दी रखता है. हफ़्ते में एक बार यह ज़रूर यूज़ करें. 

दोमुंहे बाल यानी स्प्लिट एंड्स का इंस्टेंट सॉल्यूशन: दोमुंहे बालों को छिपाने का कारगर तरीक़ा है कि बालों को आयरन करने या ब्लो ड्राय से पहले भी और बाद में भी हैवी हेयर रिपेयर क्रीम लगाएं. इससे मॉइश्‍चर लॉक हो जाएगा और दोमुंहे बाल नज़र नहीं आएंगे.

Basic Beauty Rules

अगर आपके बाल चिपचिपे हैं, तो ये करें: बाल अगर ग्रीसी या चिपचिपे हैं, तो कंडीशनर को बालों की जड़ों में अप्लाई न करें. बेहतर होगा कि आप बालों के सिरों पर हैवी मॉइश्‍चराइज़िंग क्रीम लगाएं. 

अगर स्किन ऑयली है, तो कैसे मैनेज करें: ज़्यादा ऑयल फील होने पर ब्लॉटिंग पेपर का इस्तेमाल करें. इससे सारा एक्सट्रा ऑयल तो वो सोख ही लेगा, साथ ही ऑयल सेक्रिशन को भी कम करेगा और आपको फ्रेश लुक मिलेगा. 

अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए करें सही तरी़के से शेविंग: अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए अगर शेव करना हो, तो कुछ देर तक गुनगुने पानी से स्किन को वॉश करें. इससे फॉलिकल्स खुल जाते हैं और शेव अच्छी व आसान होती है. इसके अलावा शेविंग के बाद होनेवाले रैशेज़ से भी आप बच जाते हैं. 

फाउंडेशन का राइट शेड पहचानें: फाउंडेशन सिलेक्ट करना हो, तो उसे जॉ लाइन के पास अप्लाई करके देखें और वो भी नेचुरल लाइट में. आपके चेहरे की स्किन टोन आपकी गर्दन की नेचुरल स्किन टोन से बहुत ज़्यादा अलग नहीं होनी चाहिए. अगर आपको लगता है कि वो पैची नहीं लग रहा, तो आपका सही शेड वही है. 

Basic Beauty Rules

रेग्युलर एक्सफॉलिएट करें: फ्रेश लुक के लिए ज़रूरी है डेड स्किन और टॉक्सिन्स निकल जाएं.  आप रोज़ाना धूल-मिट्टी को सहते हैं, तो ऐसे में रोज़ाना एक्सफॉलिएट करना भी ज़रूरी है. लेकिन यह बहुत ही माइल्ड होना चाहिए. 

ऑयली स्किन को ओवर क्लीन न करें और उस पर भी ऑयल ज़रूर करें अप्लाई: जी हां, यह सच है, क्योंकि स्किन क्लींज़िंग के लिए या मेकअप रिमूव करने के लिए भी ऑयल बेस्ड प्रोडक्ट के इस्तेमाल से आपकी नेचुरल स्किन और अच्छी बनेगी. ओवर क्लींनिंग से तेल-ग्रंथियां ज़्यादा तेल का निर्माण करने लगती हैं, जिससे स्किन और ऑयली हो सकती है.

स्किन की नमी और सॉफ्टनेस के लिए: नहाने के फ़ौरन बाद स्किन पर कोई मॉइश्‍चराइज़िंग क्रीम या लोशन ज़रूर लगाएं, क्योंकि पानी से स्किन के नेचुरल ऑयल धुल जाते हैं. ऐसे में नमी बरक़रार रखने और स्किन को ड्राई होने से बचाने केलिए क्रीम लगाना बेहद ज़रूरी है. शरीर जब हल्का गीला हो, तो मॉइश्‍चराइज़ करना बेहतर होता है. इससे मॉइश्‍चर स्किन में लॉक हो जाता है. 

अपने लुक को लॉक करें: जब भी आप क्रीम बेस्ड प्रोडक्ट यूज़ करें, चाहे लिपस्टिक या फाउंडेशन, तो ऊपर से ड्राई फेस पाउडर ज़रूर अप्लाई करें. इससे मेकअप या आपका लुक लॉक हो जाएगा. इसी तरह क्रीम ब्लश के बाद भी उस पर पाउडर ब्लश अप्लाई करें. न स़िर्फ आपका लुक लॉक होगा, बल्कि आपको मिलेगा क्लीन और फ्रेश लुक और मेकअप ज़्यादा समय तक टिकेगा. 

Basic Beauty Rules

सेक्सी और फुलर लिप्स के लिए: अगर आपके लिप्स पतले हैं और आप उन्हें फुल और सेक्सी दिखाना चाहती हैं, तो न्यूट्रल टोन की लिप लाइनर पेंसिल से लिप्स की नेचुरल लाइन से बाहर लाइन ड्रॉ करें. लिपस्टिक अप्लाई करें. यहां यह ध्यान रखें कि आउटलाइन नेचुरल लाइन बहुत ज़्यादा भी बाहर न हो. चाहें तो लिपग्लॉस अप्लाई करें या फिर ग्लास का एक डॉट सेंटर में लगाएं. 

फेक आईलैशेज़ पर भी मस्कारा लगाएं: इससे आपको मिलेगा नेचुरल लुक, क्योंकि फेक आईलैशेज़ आपके नेचुरल लैशेज़ के साथ ब्लेंड हो जाएंगे और आंखें सुंदर नज़र आएंगी.

मस्कारा को फ्लेकी होने से ऐसे बचाएं: अगर आपका मस्कारा अप्लाई करने के बाद सूखकर चेहरे पर यहां-वहां बिखर जाता है, तो यह सिग्नल है कि मस्कारा या तो पुराना हो गया या फिर आप उसे यूज़ करने के बाद सील पैक नहीं करतीं. हमेशा उसका कैप टाइट बंद करें, ताकि वो ज़्यादा समय तक चले और बिखरे भी नहीं और आपका लुक भी ख़राब न हो. 

हेयर इनग्रो से कैसे बचाव करें: विच हेज़ल या फिर एज़ुलेनयुक्त प्रोडक्ट अप्लाई करें. विच हैज़ल एक तरह का एंस्ट्रिंजेंट होता है और एज़ुलेन दरअसल गहरे नीले रंग काकैमोमॉइल एक्स्टैक्ट होता है. ये हर्बल रेमिडीज़ और कॉस्मेटिक्स दोनों में इस्तेमाल किए जाते हैं. इन्हें अप्लाई करने से इनग्रो से होनेवाली सूजन व जलन कम होगी. यह अप्लाई करने के बाद ट्वीज़र की मदद से इनग्रो हेयर को बाहर निकालें, पर उसे उखाड़ें नहीं, वरना वो दोबारा उसी तरह इनग्रो होगा. यह प्रोडक्ट्स आपको आसानी से एरोमा सेंटर, ब्यूटी क्लीनिक या केमिकल ऑयल सप्लायर्स के पास से मिल जाएंगे. आप इन्हें ऑनलाइन भी ख़रीद सकती हैं. 

इस तरह करें पेडिक्योर का ख़र्चा कम: अगर आप रोज़ाना अपने पैरों की नियमित देखभाल करेंगी, तो पार्लर में जाकर पेडिक्योर की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. रोज़ाना नहाते समय एड़ियों को स्क्रब करें और नहाने के बाद पैरों पर मॉइश्‍चराइज़िंग क्रीम अप्लाई करें. इससे आपके पैर लंबे समय तक सुंदर बने रहेंगे और पेडिक्योर कम करना पड़ेगा.

Basic Beauty Rules

अलग से क्यूटिकल क्रीम की ज़रूरत नहीं, आपकी आई क्रीम भी कर सकती है ये काम: अलग से क्यूटिकल क्रीम ख़रीदने की बजाय ड्राई क्यूटिकल्स पर आई क्रीम लगाएं. यह उन्हें हाइड्रेट व मॉइश्‍चाइज़ करेगी और आपका ख़र्चा भी बचेगा. 

क्लीन लुक के लिए ब्रॉन्ज़र को यूं करें इस्तेमाल: ब्रॉन्ज़र लगाने से पहले उसमें दो-तीन ड्रॉप्स मॉइश्‍चराइज़िंग लोशन की मिक्स करके ब्लेंड करें और फिर ब्रॉन्ज़र को अप्लाई करें. इससे वो स्किन में अच्छी तरह से ब्लेंड हो जाएगा और स्किन को क्लीन लुक भी मिलेगा.

पिंपल्स से परेशान हैं, तो ये है इंस्टेंट सॉल्ूशन: पिंपल्स पर टूथपेस्ट लगाने से वो जल्दी सूखते हैं. आप माने या न माने, लेकिन यह सच है. बेहतर होगा कि व्हाइट टूथपेस्ट अप्लाई करें और अगर यह नहीं करना चाहतीं, तो ब़र्फ रगड़ें, इससे उसकी लालिमा कम हो जाएगी. 

चीकबोन को सेक्सी लुक देने के लिए: चीकबोन को और उभार व शेप देने के लिए ब्रॉन्ज़र सीधे-सीधे चीकबोन के नीचे अप्लाई करें. चाहें तो चीकबोन पर हाईलाइटर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं. इससे आपका लुक अट्रैक्टिव लगेगा. 

मेकअप टूल्स को नियमित तौर पर क्लीन करें और बदलें भी: जो भी टूल्स हों, चाहे रेज़र, मेकअप ब्रश, फेस स्पॉन्ज आदि इन्हें इस्तेमाल करने के कुछ समय बाद ही इनमें बैक्टिरिया पनपने लगते हैं, ऐसे में अगर उन्हें नियमित रूप से साफ़ नहीं किया गया या बदला नहीं गया, तो स्किन इंफेक्शन या त्वचा संबंधी अन्या समस्या हो सकती है. बेहतर होगा हाईजीन का ख़्याल इनमें भी रखा जाए.

Basic Beauty Rules

मेकअप व ब्यूटी प्रोडक्ट्स को नियमित रूप से बदलते रहें: मेकअप टूल्स की तरह ही ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर भी समय व बार-बार इस्तेमाल के साथ बैक्टिरिया जमा हो जाते हैं, इसलिए उनकी शेल्फ लाइफ को ध्यान में रखते हुए उन्हें समय पर बदल दें और लंबे समय तक उन्हें इस्तेमाल करने से बचें. 

एक्सपेरिमेंट करने से बचें और फेक ब्यूटी लेबल्स के दावों के झांसे में न आएं: कोई भी प्रोडक्ट अगर इंस्टेंट ग्लो या गोरापन का दावा करता है या यह दावा करता है कि वो पूरा दिन सन प्रोटेक्शन देगा, तो ज़रूरी नहीं कि सच में वो ऐसा करिश्मा कर दिखाएगा. इसलिए स्किन प्रोडक्ट्स में बहुत ज़्यादा एक्सपेरिमेंट न करके वही यूज़ करें, जो आपको सूट करता हो. कोई भी नया प्रोडक्ट मार्केट में आता है, जो ज़रूरी नहीं कि आपको भी वो सूट करे, बेहतर होगा जिस ब्रांड को आप ट्रस्ट करती हैं और जिससे आपको अब तक कोई परेशानी नहीं हुई उसी पर स्टिक करें. 

एक्सपायरी डेट ज़रूर चेक और एक्सपायर्ड प्रोडक्ट्स यूज़ न करें: अक्सर हम ब्यूटी या मेकअप प्रोड्क्ट्स में उन्हें ख़रीदते समय इतना एक्साइटेड रहते हैं कि एक्सपायरी डेट तक चेक नहीं करते, जबकि ऐसा न करना काफ़ी ख़तरनाक और रिस्की हो सकता है, ये आपकी स्किन व अन्य पार्ट्स को डैमेज तक कर सकता है, इसके अलावा अधिकांश महिलाओं की आदत होती है कि वो जब तक प्रोडक्ट पूरा ख़त्म नहीं हो जाता, उसे यूज़ करती ही रहती है, फिर चाहे उसकी शेल्फ लाइफ उतनी न हो, इस लालच से ख़ुद को बचाएं, क्योंकि ये काफ़ी रिस्की है. आपकी स्किन, लिप्स, बाल और आंखें तक दाव पर लग सकती हैं. अवेयर रहें, अलर्ट रहें और ज़िम्मेदारी से काम लें. 

बिट्टू शर्मा 

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नमक (Salt) हमारे जीवन में बहुपयोगी भूमिका निभाता है. एक तरफ़ जहां यह भोजन के स्वाद के लिए ज़रूरी है, वहीं इसमें कई औषधीय गुण भी हैं, जिससे कई तरह के दर्द और समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

Benefits Of Salt

नमक कई प्रकार के होते हैं, जैसे- सेंधा नमक, काला नमक, समुद्री नमक, सामान्य नमक आदि. नमक के कई फ़ायदे हैं. यह कब्ज़ दूर करने, कोलेस्ट्रॉल कम करने, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, दिल के दौरे की संभावना को कम करने में सहायक है. आइए, दर्दनिवारक नमक के बहुपयोगी नुस्ख़ों के बारे में जानते हैं.

* अपच होने पर नींबू के रस में नमक मिलाकर पीएं. तुरंत आराम मिलेगा.

* यदि आधासीसी यानी माइग्रेन की तकलीफ़ हो, तो लहसुन में नमक मिलाकर पीस लें और माथे पर इसका लेप लगाएं.

* यदि पेटदर्द हो, तो केले का जूस बना लें और उसमें काला नमक मिलाकर पीएं.

* खट्टी डकार की समस्या होने पर आधा-आधा टीस्पून पुदीना, बड़ी इलायची, कालीमिर्च, अजवायन, सेंधा व काला नमक लेकर पीस लें. दो-दो घंटे पर सौंफ के पानी के साथ ये चूर्ण एक टीस्पून लेते रहें.

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* गठिया की शिकायत हो, तो नमक और राई बराबर मात्रा में लेकर पीस लें. अब इसे हल्का गर्म करके दर्दवाली जगह पर लेप करके पट्टी बांध लें.

* ज़ुकाम होने पर तुलसी के रस में थोड़ा-सा नमक घोलकर नाक में कुछ बूंद टपकाएं.

* तिल के तेल में नमक को अच्छी तरह से भूनकर जोड़ों के दर्द में मालिश करने से आराम मिलता है.

* चेहरे पर दाग़-धब्बे व झाइयां हों, तो खीरे को सिरे से काटकर उस पर नमक लगाकर खाएं.

* छाले होने पर नमकवाले गुनगुने पानी से कुल्लाकरने से लाभ होता है.

* शरीर में थकान हो और बदन टूट रहा हो, तो एक खुले बर्तन या बाल्टी में गर्म पानी डालकर दो-तीन चम्मच नमक मिला लें. फिर घुटनों तक पैरों को अच्छी तरह से धोएं. बाद में काफ़ी देर तक पैर को डुबोएं रखें.

* दांत में कीड़े लग गए हों, तो आधा ग्लास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर अच्छी तरह से घोल लें. फिर इसे घूंट-घूंट भरकर कुल्ला करें.

* नज़ले की समस्या होने पर गुनगुने नमकवाले पानी से नथुनों से पानी खींचें और छोड़ें, जैसे जलनेती करते हैं.

* पेशाब की रुकावट की समस्या हो, तो नमक पीसकर नाभि में डालें और बूंद-बूंद पानी डालें. जल्द ही समस्या दूर हो जाएगी.

* भूख न लगने की परेशानी हो, तो भोजन से आधे घंटे पहले एक चम्मच अदरक के रस में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पीएं.

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* सिरदर्द होने पर घी में नमक डालकर गुनगुना गर्म करें और इसे माथे पर और कनपटियों पर मलें.

* हिचकी की समस्या हो, तो सेंधा व काला नमक पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाएं और आधा कप पानी में घोलकर पीएं. इससे हिचकी से तुरंत आराम मिलेगा.

* चोट-मोच लगने पर घी गर्म करके उसमें नमक मिलाएं और चोटवाली जगह पर लगाएं.

* गर्दन में ऐंठन और मांसपेशियों में दर्द हो, तो नमक व हल्दी मिलाकर पोटली बना लें. इसे गुनगुने तेल में भिगोकर हल्के हाथों से मालिश करें.

* कब्ज़ में एक ग्लास गर्म पानी में आधा चम्मच सेंधा व काला नमक व आधा नींबू निचोड़कर खाली पेट पीएं. पंद्रह मिनट में पेट साफ़ हो जाएगा.

* तनाव दूर करने और तरोताज़गी के लिए भी नमक बेहद उपयोगी है. नहाने के गुनगुने पानी में दो कप सेंधा नमक मिलाकर स्नान करें. ऐसा हफ़्ते में कम-से-कम दो बार ज़रूर करें.

सुपर टिप

बदहज़मी होने पर प्याज़ के रस में नमक मिलाकर पीने से आराम मिलता है.

– रुचि ख़ुशी गुप्ता

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Tips To Look Slim In A Saree

साड़ी में कैसे नज़र आएं स्लिम? (Easy Tips To Look Slim In A Saree)

लिपटी है तुम्हारी काया जिस पैरहन में, समेटा है जैसे तुमने ख़ुद को शर्मोहया के दामन में… आंचल पर लिखा है शबाब… तुम्हारा हर अंदाज़ है लाजवाब… लिबास पर बिखरी हैं ढेरों ग़ज़ल, अंग-अंग पर खिले हैं लाखों कंवल… अपनी अदाओं में मत बांधों मेरे लफ़्ज़ों को, मेरा हर गीत महक जाता है… अपनी निगाहों से मत छुओ मेरी धड़कनों को, मेरा इश्क़ बहक जाता है… पलकों पर सजा लो मुझे, तुम्हारा ही ख़्वाब हूं मैं, जिसे ढूंढ़ रही हो कब से वही तो जवाब हूं मैं!

  • अगर आप भी इस डर से साड़ी पहनने से कतराती हैं कि कहीं आप उसमें मोटी न लगें, तो ट्राई करें ये टिप्स और साड़ी में भी नज़र आएं स्लिम… सेक्सी….अपनाएं ये ईज़ी ट्रिक्स
  • बड़े प्रिंटवाली साड़ी से बचें. छोटे प्रिंटवाली साड़ी सिलेक्ट करें. इसमें आप स्लिम नज़र आएंगी.
  • वर्कवाली साड़ी पहन रही हैं, तो ध्यान रखें कि डेलीकेट वर्कवाली साड़ी ही पहनें.
  • अगर आप स्लिम दिखना चाहती हैं तो शिफॉन, जॉर्जेट जैसा हल्का फैब्रिक ही चुनें.

Tips To Look Slim In A Saree

  • ऑर्गेन्जा, सिल्क, साउथ सिल्क में शरीर भारी दिखता है. ऐसे फैब्रिक से बचें.
  • डार्क कलर्स की साड़ी पहनकर भी आप स्लिम दिख सकती हैं. ऐसे में ब्राउन, ब्लैक, रेड और ब्लू रंग की साड़ी पहनें.
  • चौड़े बार्डर की साड़ी हैवी लुक देती है.
  • साड़ी में स्लिम नज़र आना चाहती हैं, तो हमेशा पतले बॉर्डरवाली साड़ी पहनें.
  • स्लीवलेस या शॉर्ट स्लीव्सवाले ब्लाउज़ अवॉइड करें. लॉन्ग स्लीव्स के ब्लाउज ही पहनें.
  • पल्लू को खुला छोड़ने की बजाय पिनअप करें. साथ ही पल्लू की प्लेट्स छोटी-छोटी बनाएं. इससे आप स्लिम दिखेंगी.
  • पतली-पतली प्लीट्स बनाएं, ताकि कमर और पेट के पास साड़ी फूली-फूली नज़र न आए.

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Tips To Keep Vagina Healthy

रखें वेजाइनल हेल्थ का ख़्याल (Easy Tips To Keep Your Vagina Healthy)

जागरूकता की कमी और शर्म-झिझक के कारण महिलाएं अक्सर वेजाइनल हेल्थ (Vagina Health) को अनदेखा कर देती हैं. नतीजा उन्हें कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स (Health Problems) की तकलीफ़ झेलनी पड़ती है. इसलिए ज़रूरी है कि वेजाइना (Vagina) की हेल्थ का भी ख़्याल रखा जाए और इसके लिए सबसे ज़रूरी है वेजाइनल हाइजीन (Vaginal Hygiene) का ख़्याल रखना.

कैसे रखें हाइजीन का ख़्याल?

क्लीनिंग के लिए सोप का इस्तेमाल न करें
कई लोग वेजाइना क्लीन करने के लिए परफ्यूमयुक्त साबुन या वेजाइनल डूशिंग का इस्तेमाल करते हैं, जो वेजाइनल हेल्थ के लिए ठीक नहीं. दरअसल, वेजाइना हानिकारक बैक्टीरिया से सुरक्षा के लिए अपने अंदर एक पीएच बैलेंस, नमी और तापमान बनाए रखती है, लेकिन साबुन और वेजाइनल डूशिंग के इस्तेमाल से ये पीएच संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. इसलिए ऐसा करने से बचें. इसकी बजाय सादे पानी का इस्तेमाल करें.

केमिकल्स का इस्तेमाल ना करें
वेजाइना में केमिकल बेस्ड क्रीम और लुब्रिकेशन का इस्तेमाल ना करें. वेजाइना सेल्फ लुब्रिकेटिंग होती है और इसमें नेचुरल नमी होती है, इसलिए आपको यहां आर्टिफिशियल लुब्रिकेंट इस्तेमाल करने की कोई ज़रूरत ही नहीं. अगर आप ऐसा करती हैं, तो इससे पीएच लेवल का संतुलन बिगड़ सकता है और बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है.

सेफ सेक्स संबंध बनाएं
अनसेफ सेक्स से आपको वेजाइनल इंफेक्शन हो सकता है, इसलिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं. सेक्स के दौरान प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें, ताकि आप एचआईवी, जेनिटल हर्पीस आदि बीमारियों से सुरक्षित रहें.

जेनिटल एरिया को ड्राई रखें
अधिक पसीना आने और हवा न लगने से जेनिटल एरिया में नमी के कारण हानिकारक बैक्टीरिया पनपने की संभावना होती है, जिससेे खुजली और रैशेज़ की समस्या हो सकती है, इसलिए जेनिटल एरिया को हमेशा ड्राई रखने की कोशिश करें. कॉटन की पैंटी ही पहनें, ताकि वो पसीना सोख सके. साथ ही गीली पैंटी पहनने से बचें.

किसी भी तरह के इंफेक्शन को नज़रअंदाज़ ना करें
वेजाइना में छोटे-मोटे इंफेक्शन को भी अनदेखा न करें. ये इंफेक्शन कई बार भविष्य में गंभीर समस्या बन सकते हैं. इसलिए आपको जैसे ही वेजाइना में कोई एब्नॉर्मेलिटी या इंफेक्शन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
प्रोबायोटिक्स लेंः अपनी वेजाइनल हेल्थ को बरक़रार रखने के लिए बेहतर होगा कि अपने डायट में दही या प्रोबायोटिक्स शामिल करें. इंफेक्शन से लड़ने के लिए आपके वेजाइना को हेल्दी बैक्टीरिया की ज़रूरत होती है. प्रोबायोटिक्स से वेजाइना में अच्छे बैक्टीरिया बने रहेंगे और आपका मूत्राशय भी शेप  में रहेगा.

इन बातों का भी रखें ख़्याल

1. पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल के समय हमेशा सतर्क रहें. एंटर होने से पहले फ्लश ज़रूर करें.

2. बहुत ज़्यादा टाइट पैंटी न पहनें. साथ ही बेहतर होगा कि रात में पैंटी निकालकर ही सोएं.

3. पैंटी की सफ़ाई किसी अच्छे डिटर्जेंट से करें.

4. पैंटी को अपने अन्य कपड़ों के साथ कभी न धोएं. उसे अलग से साफ़ करें.

5. पैंटी को हमेशा धूप में ही सुखाएं. इससे पैंटी बैक्टीरिया फ्री रहेगी.

6. रोज़ पहननेवाली पैंटी पर एक बार आयरन ज़रूर करें. आयरन की गर्मी से बैक्टीरिया पूरी तरह से ख़त्म हो जाते हैं और पैंटी इंफेक्शन से मुक्त हो जाती है.

7. पीरियड्स के दौरान हर छह घंटे के अंतराल पर पैड्स बदलें. इससे किसी तरह का इंफेक्शन होने का डर नहीं रहता.

8. डिटर्जेंट से धोने के बाद पैंटी को पानी में एंटीसेप्टिक की कुछ बूंदें डालकर ज़रूर साफ़ करें. ऐसा करने से आप फंगल या ऐसे किसी संक्रमण से सुरक्षित रहेंगी.

9. सिंथेटिक की बजाय कॉटन की पैंटी इस्तेमाल करें और पैंटी हर तीन महीने में चेंज करें.

10. एक्सरसाइज़ या धूप से आने के बाद पसीने से भीगी पैंटी को तुरंत बदल लें. नमी के कारण उसमें बैक्टीरिया पनपने का ख़तरा बढ़ जाता है.

11. वेजाइना को गुनगुने पानी से अच्छी तरह से साफ़ करें.

12. प्राइवेट पार्ट्स में टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल न करें. इससे ओवेरियन कैंसर का ख़तरा बढ़ जाता है.

मेंस्ट्रुअल हाइजीन की 5 बातें
पीरियड्स के दौरान भी महिलाओं को हाइजीन का विशेष ध्यान रखना चाहिए. फर्टिलिटी संबंधी अधिकतर प्रॉब्लम्स की वजह पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ख़्याल न रखना है, इसलिए पीरियड्स के दौरान हाइजीन से जुड़ी इन बातों का ख़्याल रखें.

1. सैनिटेशन का तरीक़ा: गांवों में आज भी लोग सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल नहीं करते, नतीजा उन्हें प्रजनन संबंधी कई तरह की प्रॉब्लम्स झेलनी पड़ती हैं, इसलिए पीरियड्स के दौरान सही सैनिटेशन का इस्तेमाल ज़रूरी है. आज मार्केट में कई तरह के साधन उपलब्ध हैं, जैसे- सैनिटरी नैपकिन, टैंपून्स और मैंस्ट्रुअल कप, ये पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ध्यान रखते हैं.

2. रोज़ नहाएं: आज भी कई जगहों पर यह मान्यता है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को नहाना नहीं चाहिए. लेकिन ये सही नहीं है, नहाने से न स़िर्फ बॉडी क्लीन होती है, बल्कि गर्म पानी से स्नान करने से पीरियड्स के दौरान होनेवाली ऐंठन, दर्द, पीठदर्द, मूड स्विंग जैसी परेशानियों से भी राहत मिलती है.

3. साबुन इस्तेमाल न करें: पीरियड्स के दौरान साबुन से वेजाइना की सफ़ाई करने पर अच्छे बैक्टीरिया के नष्ट होने का ख़तरा रहता है, जो इंफेक्शन का कारण बन सकता है. लिहाज़ा, इस दौरान वेजाइना की सफ़ाई के लिए सोप की बजाय गुनगुना पानी इस्तेमाल करें.

4. हाथ धोना ज़रूरी: सैनिटरी पैड, टैंपून या फिर मैंस्ट्रुअल कप बदलने के बाद हाथ ज़रूर धोएं. हाइजीन की इस आदत का हमेशा पालन करें. इसके अलावा इस्तेमाल किए गए पैड या टैंपून को पेपर में अच्छे से रैप करके डस्टबिन में ही डालें, फ्लश न करें.

5. अलग अंडरवियर यूज़ करें: पीरियड्स के दौरान अलग अंडरवियर का इस्तेमाल करें. इन्हें स़िर्फ पीरियड्स के दौरान ही इस्तेमाल करें और अलग से गुनगुने पानी और साबुन से धोएं. एक एक्स्ट्रा पैंटी साथ ज़रूर रखें, ताकि ज़रूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके.

हेल्दी वेजाइना के लिए ईज़ी एक्सरसाइज़
कीगल एक्सरसाइज़ः घुटने मोड़कर आराम की स्थिति में बैठ जाएं. अब पेल्विक मसल्स को टाइट करके स्क्वीज़ यानी संकुचित करें. 5 तक गिनती करें. फिर मसल्स को रिलीज़ कर दें. ध्यान रखें ये एक्सरसाइज़ भरे हुए ब्लैडर के साथ न करें. यूरिन पास करने के बाद ही करें.
लेग लिफ्टिंगः सीधे लेट जाएं. दोनों हाथ बगल में हों. अब एक पैर ऊपर उठाएं. थोड़ी देर इसी स्थिति में रहें. पूर्व स्थिति में आ जाएं. यही क्रिया दूसरे पैर से भी दोहराएं. अब दोनों पैरों को एक साथ लिफ्ट करके यही क्रिया दोहराएं. इससे पेल्विक एरिया के मसल्स मज़बूत होते हैं.
स्न्वैट्सः सीधे खड़े रहें. दोनों हाथ सामने की ओर खुले रखें. अब घुटनों को मोड़ते हुए ऐसे बैठें जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठ रहे हों. थोड़ी देर इसी अवस्था में रहें. पूर्वस्थिति में आ जाएं.

– प्रतिभा तिवारी

Tricks To Sleep Better At Night

सुकूनभरी गहरी नींद के लिए अपनाएं ये स्मार्ट ट्रिक्स (Smart Tricks To Sleep Better At Night)

अगर आप भी बिस्तर पर पहुंचकर देर रात तक करवटें बदलते रहते हैं या फिर रात को बार-बार आपकी नींद (Sleep) खुल जाती है, तो इन छोटे-छोटे स्मार्ट ट्रिक्स (Smart Tricks) से आपकी यह समस्या (Problem) दूर हो जाएगी.

–    सोने से एक घंटे पहले कमरे में मौजूद सभी ब्लू लाइट्स को बंद कर दें. दरअसल जब रात को हम सोने जाते हैं, तो हमारे शरीर से मेलाटोनिन नामक हार्मोन का स्राव होता है, जो हमें सुकूनभरी नींद देता है, लेकिन मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी, आईपैड और वीडियोगेम से निकलनेवाली ब्लू लाइट के कारण मेलाटोनिन का स्राव तुरंत बंद हो जाता है.

–    दोपहर के बाद कैफीन न लें. कैफीन आपकी नींद को प्रभावित करता है, क्योंकि उसे पचने में चार से छह घंटे का समय लगता है. अगर गहरी नींद चाहते हैं, तो शाम को चाय या कॉफी पीना छोड़ दें.

–    दिन में आधे घंटे से ज़्यादा की नींद आपके रात की नींद को डिस्टर्ब करती है. दरअसल, दिन में ज़्यादा देर तक सोने से हमारा बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब हो जाता है, इसलिए रात की नींद ख़राब होती है. अगर दिन में नींद लेने की आदत है, तो स़िर्फ आधे घंटे का पावर नैप लें.

–    आपका बिस्तर भी आपकी नींद में बाधा डाल सकता है. अगर बेडशीट, गद्दे और तकियों की क्वालिटी ख़राब हो गई हो, तो वो भी आपको ठीक से सोने नहीं देंगे.

–    स्टडी में यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग रोज़ाना एक्सरसाइज़ करते हैं, उन्हें बाकी लोगों के मुक़ाबले अच्छी नींद आती है. इसलिए कोशिश करें कि कम से कम हफ़्ते में पांच दिन फिज़िकल एक्टिविटीज़ करें.

–    आप चाहें, तो अच्छी नींद के लिए एरोमा थेरेपी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. तकिये पर लैवेंडर एसेंशियल ऑयल स्प्रे करें. इससे नींद काफ़ी अच्छी आती है.

–    दिनभर का तनाव भी आपके मस्तिष्क को अशांत किए रहता है, जिसके कारण आप चाहकर भी सुकून से सो नहीं पाते. इसके लिए सुबह-शाम जब भी समय मिले थोड़ी देर मेडिटेशन करें. ध्यान मस्तिष्क को शांत करता है, जिससे आप गहरी नींद सो पाते हैं.

–    सोने से एक घंटे पहले ही बेडरूम की लाइट मद्धिम कर दें. इससे बॉडी को सिग्नल मिलता है कि सोने का व़क्त करीब आ रहा है.

–   बेड पर जाने से पहले पार्क या खुले में वॉक करें. पेड़-पौधे और खुली हवा आपके शरीर को रिलैक्स कर देते हैं, जिससे आप अच्छी तरह सो पाते हैं.

–    सोने से दस मिनट पहले गुनगुने पानी में पैरों को डुबोकर रखें. पैर गर्म रहने पर नींद जल्दी और अच्छी आती है.

–    गुनगुने सरसों के तेल से पैरों के तलवों में मालिश करें.

–    सोने से पहले गुड़ खाना भी फ़ायदेमंद होता है.

–    गुनगुना मीठा दूध पीने से भी अच्छी नींद आती है.

–    सोते समय नाभि में सरसों के तेल की कुछ बूंदें डालें.

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Winter Health Care

सर्दियों में यूं रखें सेहत का ख़्याल (Winter Health Care)

ठंड का मौसम अपने साथ सर्दी-ज़ुकाम और कई तरह की एलर्जी (Allergies) और इंफेक्शन्स (Infections) लेकर आता है. ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपना और अपनों का ख़ास ख़्याल रखें, ताकि सर्दियों (Winter) के सुहाने मौसम का लुत्फ़ उठा सकें.

विंटर हेल्थ प्रॉब्लम्स

सर्दी के मौसम में गठिया और अस्थमा के मरीज़ों की द़िक्क़तें काफ़ी बढ़ जाती हैं. किसी को सालभर पुरानी चोट परेशान करने लगती है, तो किसी को मसल पेन. इनके अलावा और

कौन-कौन-सी बीमारियां हैं, जो सर्दियों के मौसम में आपको परेशान कर सकती हैं, आइए जानें.

सर्दी-खांसी

सर्दी-खांसी एक आम समस्या है, लेकिन सर्दी के मौसम में यह आपको काफ़ी परेशान कर सकती है. यह  रोग काफ़ी संक्रामक होता है, इसलिए अगर घर में किसी को सर्दी है, तो वह  छींकते-खांसते व़क्त रुमाल का इस्तेमाल करे. बहती नाक, सीने में जकड़न, छींकें आना, सिरदर्द, गले में खराश और हल्का बुख़ार इसके लक्षण हैं.

होम रेमेडीज़

–    जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है, वे बार-बार सर्दी-ज़ुकाम से परेशान रहते हैं. ऐसे लोगों को, ख़ासतौर से सर्दियों में, आंवले का मुरब्बा खाना चाहिए.

–     आधा टीस्पून शहद में कुछ बूंदें नींबू का रस और चुटकीभर दालचीनी पाउडर मिलाकर दिन में दो बार लें.

–    गुनगुने नींबू पानी में शहद मिलाकर लेने से सर्दी-खांसी से राहत मिलती है.

–     सर्दी-खांसी से राहत पाने के लिए एक कप पानी में थोड़ी-सी अलसी मिलाकर उबालें. पांच मिनट बाद आंच से उतार लें. छानकर उसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर पीएं.

–    घी में लहसुन की कुछ कलियां गरम करके खाएं. गरम-गरम लहसुन खाने से खांसी में काफ़ी राहत मिलती है.

–     रात को सोने पर खांसी की समस्या बढ़ जाती है, क्योंकि लेटने पर नाक में मौजूद कफ़ धीरे-धीरे गले तक जाने लगता है, जिससे खांसी बढ़ जाती है. इसके लिए बेहतरीन उपाय है कि आप सिर को थोड़ा ऊंचा रखें. इससे खांसी कम होगी और आप सो भी पाएंगे.

गले में इंफेक्शन

गले में खिचखिच और ड्राईनेस, जो धीरे-धीरे दर्द का कारण बनता है, यह गले के इंफेक्शन के कारण होता है. मौसम में आई ठंडक और इंफेक्शन्स के कारण ऐसा होता है.

होम रेमेडीज़

–    इसके लिए हमारी दादी-नानी का फेवरेट नुस्ख़ा है गरारा करना. गुनगुने पानी में चुटकीभर नमक डालकर गरारा करने से बैक्टीरिया निकल जाते हैं, जिससे गले की खराश से छुटकारा मिलता है. इसे दिन में दो-तीन बार करें.

–     हल्दीवाला दूध भी एक ऐसा ही रामबाण नुस्ख़ा है. यह गले की सूजन और दर्द से राहत दिलाता है. बार-बार होनेवाली खांसी में भी हल्दीवाला दूध काफ़ी राहत पहुंचाता है.

–     एप्पल साइडर विनेगर को आप हर्बल टी या गरारेवाले पानी में डालकर इस्तेमाल करें.

–     लहसुन की एक कली चूसने से भी गले के इंफेक्शन और दर्द से राहत मिलती है.

–     इसके अलावा हर्बल टी और गरमागरम सूप आपके लिए काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगा.

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अस्थमा

यह फेफड़े की बीमारी है, जिसमें श्‍वासनली में जलन और दर्द होने लगता है. सीने में जकड़न, छींकें आना, खांसी और सांस फूलना इसके लक्षण हैं. यह दो तरह का होता है, एलर्जिक और नॉन एलर्जिक. एलर्जिक अस्थमा धूल, धुएं, पेंट आदि के कारण होता है, जबकि नॉन एलर्जिक अस्थमा कोल्ड, फ्लू, स्ट्रेस और ख़राब मौसम के कारण होता है.

होम रेमेडीज़

–    एक कप पानी में आधा टीस्पून मुलहठी पाउडर और आधा टीस्पून अदरक मिलाकर चाय बनाकर पीएं.

–     एक ग्लास दूध में आधा टीस्पून कद्दूकस अदरक और आधा टीस्पून हल्दी पाउडर डालकर दिन में दो बार लें.

–     एक कप उबलते पानी में एक टीस्पून दालचीनी पाउडर और 1/4 टीस्पून कालीमिर्च, पिप्पली और सोंठ का समान मात्रा में मिलाया हुआ चूर्ण मिलाकर 10 मिनट तक उबालें. पीने से पहले एक टीस्पून शहद मिलाएं. यह अस्थमा अटैक्स से काफ़ी राहत देता है.

–    एक बाउल गरम पानी में पांच-छह बूंदें लैवेंडर ऑयल डालकर भाप लें.

इन्फ्लूएंज़ा

सर्दियों के मौसम में सर्दी और फ्लू कभी भी किसी को भी अपनी गिरफ़्त में ले सकते हैं. यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें आपकी सारी एनर्जी ख़त्म हो जाती है. नाक बहना, सिरदर्द, बदनदर्द, बुख़ार और थकान फ्लू के आम लक्षण हैं.

–     आधा टीस्पून गिलोय को पीसकर एक कप पानी में उबालकर पीएं. इससे फ्लू के लक्षणों से काफ़ी राहत मिलती है.

–     समान मात्रा में शहद और प्याज़ का रस मिलाकर दिन में तीन बार फ्लू जाने तक लें.

–     एक टीस्पून शहद में 10-12 तुलसी की पत्तियों का रस मिलाकर दिन में एक बार लेने से भी राहत मिलती है.

–     गरम पानी में कुछ बूंदें नीलगिरी तेल की डालकर भाप लेने से काफ़ी राहत मिलेगी.

–    एक कप पानी में कालीमिर्च पाउडर, जीरा और गुड़ डालकर उबालें. यह चाय फ्लू के लक्षणों से राहत दिलाती है. आप चाहें, तो गुड़ में तिल मिलाकर उसके लड्डू बनाकर खाएं.

जोड़ों में दर्द

ठंड के कारण मसल्स और हड्डियों में अकड़न-सूजन के कारण यह मौसम कुछ लोगों के लिए कष्टदायक बन जाता है. इसके लिए सबसे अच्छा उपाय है कि सोकर उठने पर आप स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करें.

हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ आपको जोड़ों के दर्द से छुटकारा दिला सकती है.

–     आधी बाल्टी गरम पानी में दो कप सेंधा नमक मिलाकर उसमें टॉवेल डुबोकर प्रभावित जोड़ की सिंकाई करें.

–    रोज़ाना सुबह एक टीस्पून मेथी पाउडर फांककर एक ग्लास गुनगुना पानी पीएं.

–     नीलगिरी के तेल से जोड़ों पर मालिश करें. इससे दर्द और जलन दोनों में आराम मिलता है.

–    रात को सोने से पहले गुनगुने सरसों के तेल से जोड़ों पर मसाज करें. यह प्रभावित जोड़ों में रक्तसंचार बढ़ाता है, जिससे दर्द और अकड़न से राहत मिलती है.

–     एक कप गुनगुने पानी में एक टीस्पून एप्पल साइडर विनेगर और थोड़ा-सा शहद मिलाकर दिन में दो बार खाने से पहले लें.

हार्ट प्रॉब्लम्स

आपको जानकर हैरानी होगी कि ठंड में हार्ट अटैक्स के मामले बढ़ जाते हैं, क्योंकि ठंड के कारण हार्ट की कोरोनरी आर्टरीज़ सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो जाता है.

–     जिन्हें हार्ट प्रॉब्लम्स हैं, उन्हें ख़ासतौर से सर्दियों में रोज़ाना चार-पांच लहसुन की कलियां खानी चाहिए. यह खून को पतला करने का काम करता है, जिससे ब्लड फ्लो सही तरी़के से होता है.

–     एक ग्लास गुनगुने पानी में आधा टीस्पून अर्जुन की छाल का पाउडर और शहद मिलाकर लें. इससे आपको काफ़ी राहत मिलेगी.

–     अदरक-लहसुन के रस में शहद या गुड़ मिलाकर खाने से भी हार्ट प्रॉब्लम्स में राहत मिलती है.

–     इसके अलावा खानपान का ध्यान रखें. दो बार में हैवी खाने की बजाय चार-पांच बार में थोड़ा-थोड़ा खाएं. अपने वज़न को नियंत्रित रखें. अगर वज़न अचानक से बढ़ने लगे, तो डॉक्टर को बताएं.

– सुनीता सिंह

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Ways To Reduce Wrinkles

रिंकल फ्री स्किन के टॉप 10 सीक्रेट्स… (10 Best Ways To Reduce Wrinkles)

हेल्दी, ग्लोइंग और यंगर स्किन हम सभी चाहते हैं, लेकिन कभी लापरवाही में, तो कभी जानकारी के अभाव में हम कुछ ईज़ी स्किन केयर रूटीन (Easy Skin Care Routine) को इग्नोर कर देते हैं, जिससे रिंकल्स (Wrinkles) और अनहेल्दी स्किन की समस्या (Problems) हो जाती है. ऐसे में स्टेमजेन थेराप्यूटिक्स के सीईओ डॉ. प्रभु मिश्रा कुछ सीक्रेट्स बता रहे हैं, जिससे एजिंग प्रोसेस के साथ होनेवाली स्किन एजिंग की प्रक्रिया को धीमा किया जा सके.

सन एक्सपोज़र को अवॉइड करें: प्रीमैच्योर एजिंग और रिंकल्स का सबसे बड़ा कारण होती हैं सूर्य की तेज़ हानिकारक किरणें. इसलिए जब भी बाहर जाएं सन ब्लॉक ज़रूर लगाएं. आंखों के आसपास की स्किन पतली होती है, तो यहां सबसे पहले फाइन लाइन्स उभरती हैं. सनस्क्रीन आपको प्रोटेक्शन देता है. साथ ही फूल स्लीव्स, स्कार्फ और सन ग्लासेस भी पहनें.

हेल्दी डायट: शरीर के अन्य अंगों की तरह आपकी स्किन को भी सही पोषण की ज़रूरत होती है. संतुलित डायट लें, जिसमें मौसमी फल, सब्ज़ियां हों. यलो, पर्पल, ऑरेंज और रेड कलर के फ्रूट्स व सब्ज़ियां ख़ासतौर से लें, क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं. फिश, वॉलनट्स, फ्लैक्स सीड, ऑलिव ऑयल स्किन को मॉइश्‍चराइज़्ड और नरिश्ड रखते हैं.

हाइड्रेटेड रहें: पानी भरपूर मात्रा में पीएं. रूखेपन से ही रिंकल्स जल्दी उभरते हैं. आपको भीतर से भी नमी की ज़रूरत होती है. यदि पानी ज़्यादा नहीं पी सकतीं, तो विटामिन सी, नींबू पानी, वॉटरमेलन जूस, नारियल पानी या छाछ का सेवन ज़रूर करें.

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कैफेन, अल्कोहल और तंबाकू से दूर रहें: ये तीनों ही चीज़ें आपकी स्किन को बहुत जल्दी मैच्योर दिखाने लगती हैं. इनकी अत्यधिक सेवन से बचें. साथ ही जंक फूड और अत्यधिक ऑयली फूड से भी बचें.

एक्टिव रहें: हल्की एक्सरसाइज़ बेहद ज़रूरी है. यह आपकी स्किन की इलास्टिसिटी बरक़रार रखती है. बेहतर होगा एक्टिव रहें. योग-प्राणायाम भी करें. इन सबसे स्किन के टॉक्सिन्स निकल जाते हैं.

स्ट्रेस से दूर रहें: आज की लाइफस्टाइल में यह थोड़ा मुशिकल है, लेकिन नामुमकिन नहीं. अगर आप चाहती हैं ग्लोइंग, यंग और हेल्दी स्किन, तो स्ट्रेस को ख़ुद पर हावी न होने दें, वरना समय से पहले ही रिंकल्स आने की आशंका बन जाएगी.

कोलाजन को बूस्ट करें: कोलाजन ही वो प्रोटीन है, जो स्किन को फर्म और टोन रखता है. स्किन की कसावट और लचीलापन बनाने के लिए यह सबसे ज़रूरी है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ इसमें कमी आने लगती है और रिंकल्स उभरने लगते हैं. आप बाहर से कोलाजन क्रीम लगाकर और भीतर से पोषक आहार खाकर कोलाजन को बूस्ट कर सकते हो. बींस, अंडे का स़फेद भाग, हरी सब्ज़ियां, चीज़ कोलाजन को बूस्ट करता है. विटामिन सी का भी भरपूर सेवन करें.

नींद पूरी लें: कम से कम 7-8 घंटे की नींद आपकी त्वचा की हेल्थ के लिए भी ज़रूरी है. भरपूर नींद से त्वचा रिफ्रेश हो जाती है और रिंकल्स की संभावनाएं कम हो जाती हैं.

अपनी त्वचा को हार्श केमिकल्स से बचाएं: डेली स्किन केयर रूटीन फॉलो करें, लेकिन बहुत ज़्यादा केमिकल्स के इस्तेमाल से बचें. साथ ही त्वचा को बहुत ज़्यादा रगड़-रगड़कर न पोंछें. मेकअप लगाकर न सोएं. रिंकल्स की एक बड़ी वजह यह भी है कि बिना मेकअप रिमूव किए ही सो जाना. इससे रोमछिद्र बंद ही रह जाते हैं और त्वचा सांस नहीं ले पाती.

अच्छा स्किन केयर रूटीन फॉलो करें: क्लींज़िंग, मॉइश्‍चराइज़िंग के साथ-साथ एक्सफोलिएट भी करें. नियमित रूप से मसाज और ऑयल्स का इस्तेमाल करें. इससे ब्लड फ्लो बेहतर रहता है और स्किन हेल्दी रहती है.

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फैशन (Fashion) की दुनिया में यूं तो रंग (Colors) बदलते ही रहते हैं, लेकिन पेस्टल कलर्स (Pastel Colors) कभी भी आउट ऑफ फैशन नहीं होते और वो हमेशा ही लगते हैं बेहद ख़ूबसूरत. सर्दियों ने दस्तक दी है, तो इनमें ये कलर्स और भी भाते हैं. कैसे इन्हें आप नए तरी़के या अन्य कलर्स के साथ कंबाइन कर सकती हैं, आइए जानें.

Pastel Color Combination

पेस्टल कलर कॉम्बीनेशन ट्रिक्स  (Pastel Color Combination Tricks)

 

  • इन कलर्स की सबसे बड़ी ख़ासियत यह होती है कि ये मूड रिफ्रेश कर देते हैं.
  • भावनाओं को भी ये प्रभावित करते हैं.
  • पेस्टल कलर कॉम्बीनेशन की बात करें, तो आप फ्रेश एंड ब्राइट की थीम ले सकती हैं यानी पेस्टल में हल्का-सा ब्राइट कलर एड कर सकती हैं.
  • प्रोफेशनल थीम रखनी हो, तो पेस्टल्स के साथ रेड और ब्लू का कॉम्बीनेशन ट्राई करें.
  • डार्क एंड अर्दी कलर स्कीम भी ट्राई की जा सकती है, जहां बहुत ज़्यादा कंट्रास्ट देखने को मिलता है. इसमें कुछ अनएक्सपेक्टेट कलर कॉम्बीनेशन ट्राय करें, जैसे- प्लम और रेडिश ऑरेंज.
  • क्रिस्प और ड्रामेटिक कलर स्कीम के लिए आप टॉप पर ग्रेइश टोन्स के साथ बॉटम में ब्राइट कूलर ग्रीन ट्राई करें. डार्कर और लाइटर शेड्स की रेंज बहुत अट्रैक्टिव लगती है.
  • कूलर ब्लूज़ बहुत ही लुभाते हैं. मोनोक्रोमैटिक कलर स्कीम्स बहुत ही वर्सटाइल होती हैं.
  • वॉटरी ब्लू-ग्रीन्स के शेड्स ट्राई करें.
  • नेचुरल में ब्राउन और ग्रीन का कॉम्बीनेशन ट्राई करें.
  • आईसी ब्लू के साथ ग्रे कलर बेहद रिफ्रेशिंग लगता है.
  • बबलगम पिंक और टरकॉयज़ ह्यूज़ का कॉम्बीनेशन मूड को फ्रेश कर देगा.
  • सनसेट टु डस्क कलर थीम भी ट्राई करने में बुराई नहीं. इसके अलावा वॉर्म नेचुरल्स से लेकर समर सनफ्लावर तक कलर कॉम्बीनेशन ट्राई करें.

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वो टूटकर न गिरे एक ख़्वाब मेरा, उसे पलकों के दरमियान कैद कर लूं मैं… मेरी आंखों ने जो देखे हैं तेरी मुहब्बत के हसीन सपने, उन्हें अपने लबों पर ताउम्र के लिए सजाकर रख लूं मैं… कभी तू चांद बनकर आ जाना, कभी तू रात बन जाना, कभी बारिश की फुहारों-सी बेपनाह बरस जाना, कभी धूप-सी खिल जाना… और मैं बस तुझे सोचता रहूं… मैं बस तुझे देखता रहूं… यूं ही… ख़ामोशी ओढ़े अपने इश्क़ का इज़हार करता रहूं…

Festival Fashion Mantra

फेस्टिवल फैशन मंत्र

यूं तो हम फेस्टिव सीज़न में ट्रेडिशनल वेयर ही पहनना पसंद करते हैं, लेकिन अब समय बदल रहा है और लोगों का टेस्ट भी. आजकल लोग एक्सपेरिमेंट करना पसंद करते हैं और फेस्टिव सीज़न में भी मॉडर्न लुक चाहते हैं. वैसे भी फेस्टिवल टाइम में हम सभी चाहते हैं कि सबसे अलग लगें, ताकि सबकी नज़रें हम पर ही हों. ऐसे में यहां हम कुछ फैशन ट्रेंड्स और टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें आज़माकर आप कुछ अलग लुक क्रिएट कर सकती हैं.

ट्रेडिशनल वेयर कभी नहीं होता आउट ऑफ फैशन

– ट्रेडिशनल वेयर फेस्टिवल की पहली पसंद होता है.

– आप इसे मॉडर्न लुक के साथ पहन सकती हैं.

– आजकल साड़ियों को अलग-अलग तरह से ड्रेप किया जाता है. आप ड्रेपिंग स्टाइल से डिफरेंट लुक क्रिएट कर सकती हैं.

– साड़ी के फैब्रिक से भी फ़र्क़ पड़ता है. फेस्टिवल टाइम ही होता है, जब आप हैवी साड़ियां पहन सकती हैं. बनारसी से लेकर चंदेरी, सिल्क आदि.

–  लहंगा-चोली भी सबको बहुत पसंद होता है, इनमें भी काफ़ी वेरायटी मिल जाएगी.

– लहंगा स्टाइल में फ्लेयर्ड के अलावा फिटेड, फिश कट, ए लाइन लहंगे आदि आप अपनी बॉडी टाइप के अनुसार ट्राई कर सकती हैं.

– चोली में भी आजकल ट्रेंड्स बदल गया है. आप ट्रेंडी टॉप को भी चोली की तरह पहन सकती हैं.

– हाई नेक टॉप, लेसी टॉप, क्रॉप टॉप, ब्लैक कलर टॉप, ब्लिंग या सीक्वेंस का टॉप- इनमें से कुछ भी पेयर कर सकती हैं.

– फ्लोर लेंथ अनारकली ड्रेसेस बेहद ग्लैमरस लगती हैं. वो भी ऑप्शन है.

– आप अगर ड्रेस सिंपल रखना चाहती हैं, तो उसे हैवी दुपट्टे और ज्वेलरी के साथ पेयर करके फेस्टिवल लुक दे सकती हैं.

लहंगा होगा पॉप्युलर

–  लॉन्ग लहंगा टाइप घाघरा फेस्टिवल में इन होंगे. अपने ड्रेस को मुगल और राजस्थानी लुक दें.

– अनारकली इस फेस्टिव सीज़न में भी इन होगा. हां इसका लुक थोड़ा बदल गया है.

– घाघरा पैंट और शरारा भी फेस्टिव सीज़न के लिए परफेक्ट हैं.

–  एसिमेट्रिकल कुर्ता के साथ वाइड सलवार सिलेक्ट करें.

– अनारकली कुर्ता भी ट्राई कर सकती हैं. ये लंबे समय से फैशन में है और इस सीज़न में भी इन रहेगा.

– इसी तरह ब्रोकेड की शॉर्ट जैकेट को पेंसिल स्कर्ट के साथ पहनें.

– स्कर्टटेड ड्रेस, वेरायटी ऑफ पैंट्स, फ्लेयर्ड ट्यूनिक्स, लूज़ पायजामा- इनमें से आप कुछ भी ट्राई कर सकती हैं.

–  कॉटन या सिल्क का प्लेन घाघरा सिलेक्ट करें. इसके हैवी बॉर्डर और लटकन लगवा लें. क्रॉप्ड टॉप के साथ कंबाइन करके पहनें. कम बजट में आपका ख़ूबसूरत फेस्टिव ड्रेस रेडी हो जाएगा.

Festival Fashion Mantra

साड़ी है फेवरेट चॉइस

– साड़ी तो ऑलटाइम फेवरेट है ही, इसलिए अपने फेस्टिव वार्डरोब में डिज़ाइनर साड़ी शामिल करें.

– डिफरेंट लुक के लिए साड़ी के साथ वेस्टकोट ट्राई करें. ये ख़ूबसूरत लगता है.

– आजकल कॉलर वाले और बंद गले के ब्लाउजेज़ ट्रेंड में हैं.

– आजकल लहंगा और गाउन साड़ी भी बहुत पॉपुलर है और यंगस्टर्स की पहली पसंद भी.

– डिफरेंट लुक के लिए धोती साड़ी, पैंट साड़ी भी ट्राई कर सकती हैं.

– शॉर्ट कुर्ता के साथ साड़ी पेयर करें. ये भी फेस्टिव सीज़न में आपको डिफरेंट लुक देगा.

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Festival Fashion Mantra

क्रॉप टॉप्स

–  ब्लिंग में कोई क्रॉप टॉप सिलेक्ट करें या फिर आप प्लेन ब्लैक भी पहन सकती हैं. इन्हें हाई वेस्ट स्कर्ट, लहंगा या फ्लेयर्ड पैंट्स के साथ पेयर करें.

– आप सीक्वेंसवाला या कोई एंब्रायडर्ड टॉप भी पहन सकती हैं. ये आपको परफेक्ट फेस्टिव लुक देगा.

–  अगर आपका टॉप सिंपल है, तो आप लोअर्स के साथ एक्सपेरिमेंट करके फेस्टिव लुक क्रिएट कर सकती हैं.

–  आप सीक्वेंसवाली या शिमरी पैंट या स्कर्ट पहन सकती हैं.

कलर्स इन ट्रेंड

–  सॉफ्ट कलर्स सिलेक्ट करें. ये ट्रेंड में हैं और फेस्टिवल के लिए परफेक्ट चॉइस भी.

–  बेज, ऑफ व्हाइट के साथ गोल्ड वर्क का कॉम्बीनेशन रॉयल लुक देता है.

–  पेस्टल शेड्स भी इस फेस्टिव सीज़न में काफी पॉप्युलर रहेंगे. पेस्टल ग्रीन, पीच, पिंक जैसे सॉफ्ट पेस्टल कलर्स ट्राई करें.

– चाहें तो एक ही कलर के दो शेड को कंबाइन करें. ये लेटेस्ट फैशन मंत्र है.

– ऑफ व्हाइट कलर सिलेक्ट कर रही हैं तो उसके साथ ऑलिव ग्रीन का कॉम्बीनेशन ट्राई करें. ये आपको ट्रेंडी लुक देगा.

– गोल्ड कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होता और त्योहारों व स्पेशल ओकेज़न पर रॉयल लुक भी देता है. इसलिए अपने वार्डरोब में इन्हें भी शामिल करें.

फ्रिंजेस का है फैशन

– आजकल फ्रिंजेस काफ़ी इन है. यह बहुत ही अलग लगता है और अपने फेस्टिवल सीज़न को कूल बनाने के लिए आप भी इसे ट्राई कर सकती हैं.

– टॉप्स में या पैंट्स में या लेयर्स, हैंड बैग्स… सभी में फ्रिंजेस उपलब्ध हैं. आपकी चॉइस है कि आपको इसे कैसे पहनना है.

मेश यानी नेट भी है कूल

–  ये लाइटवेट भी होता है और कूल लुक देता है. आप सिंपल प्लेन इनर के ऊपर नेट पहन सकती हैं.

–  नियॉन कलर्स पर भी आप नेट पहनकर डिफरेंट लुक ट्राई कर सकती हैं.

–  मेटालिक इनर्स पर भी आप ब्लैक मेश पहन सकती हैं.

नियॉन ट्राई करें

–  नियॉन कलर्स सिंपल-सी ड्रेस को भी फेस्टिव लुक देते हैं.

–  अगर बहुत ज़्यादा ब्राइट कलर्स पहनने से परहेज़ है, तो स़िर्फ टॉप्स में एक्सपेरिमेंट करें. लाइट लोअर के साथ नियॉन टॉप्स पहनें.

– आप ट्रेडिशनल वेयर में भी इन कलर्स को ट्राई कर सकती हैं.

गॉर्जियस गाउन्स

–  इनकी सबसे बड़ी ख़ूबी यह होती है कि ये कभी भी आउट ऑफ फैशन नहीं होते.

– आप गाउन्स भी पहन सकती हैं.

–  ये हर ओकेज़न पर ग्लैमरस और ख़ूबसूरत ही लगते हैं.

– ट्रेडिशनल लुक के लिए एम्ब्रॉयडरीवाला या कॉटन गाउन पहनकर ट्रेडिशनल हैवी ज्वेलरी पहनें.

– अगर मॉडर्न लुक चाहती हैं, तो शिमरी, सीक्वेंस या मेटालिक गाउन्स ट्राई करें.

बॉडी ज्वेल्स

– ये भले ही आपको थोड़ा एक्स्ट्रा लगे, पर यक़ीन मानें, ये फेस्टिवल लुक में मैजिक क्रिएट कर देंगे. आपके सिंपल से आउटफिट को भी अलग दिखाएंगे.

– अगर आप पूरा नया आउटफिट नहीं लेना चाहतीं, तो बॉडी पर ग्लिटर और स्टोन्स अप्लाई करें. फेस पर भी अपने मेकअप में आप ग्लिटर और ज्वेल ऐड कर सकती हैं.

फेस्टिवल मस्टहैव्स

फेस्टिवल मस्टहैव्स: एम्ब्रॉयडर्ड कुर्तीज़ या टॉप्स, सीक्वेंसवेय, शिमरी आउटफिट्स, लेसी वेयर, साड़ियां, लहंगा-चोली, अनारकली, स्टाइलिश चोली और ट्रेंडी ब्लाउज़ेस, कोर्सेट, अलग-अलग तरह के दुपट्टे, चंकी ज्वेलरी, हील्स और ट्रेडिशनल फ्लैट्स.

– योगिनी भारद्वाज

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फेस्टिवल मेकअप टिप्स (Festival Makeup Tips)

ख़्वाबों में मिला था अक्सर तुमसे, रू-ब-रू जब देखा, तो पाया… कहते थे जिसे परी या अप्सरा, वो है तेरे ही हुस्न का साया… रंगों-सी ख़ूबसूरत, चांदनी-सी हसीन… संदली ख़ुशबू-सी महकती, रेशम-सी हो तुम नाज़नीन… फेस्टिवल टाइम में आप भी चाहती होंगी कि हर नज़र आप पर ही ठहर जाए, तो ऐसे में यहां बताए गए फेस्टिवल मेकअप (Festival Makeup) से अपना लुक क्रिएट करें और लगें सबसे जुदा, सबसे हसीन.

रेड लिप्स…

 

Festival Makeup Tips

 

–   रेड लिप्स हमेशा ही हॉट और इन रहते हैं.

–   ये ग्लैमरस लुक देते हैं और हर ओकेज़न पर कूल लगते हैं.

–    ईवनिंग लुक के लिए जहां ये हॉट लगते हैं, वहीं डे में आपको इंस्टेंट फ्रेश लुक देते हैं.

–   इस लुक के लिए फेस मेकअप करें. प्राइमर और फाउंडेशन लगाने के बाद ब्लश ऑन करें.

–    आई मेकअप सिंपल रखें. अपर आईलिड पर ब्लैक आईलाइनर अप्लाई करें. चाहें तो विंग्ड लाइनर यूज़ करें.

–    लिप्स पर हॉट चिली रेड कलर अप्लाई करें. एक कोट के बाद टिश्यू से एक्स्ट्रा लिप कलर को हटा दें, फिर से लिप कलर अप्लाई करें. अगर मैट फिनिश पसंद है, तो मैट लिपस्टिक यूज़ करें, पर फेस्टिवल में थोड़ा शाइनी इफेक्ट चाहती हैं, तो ग्लॉसी लिप कलर अप्लाई करें.

–    रेड लिप कलर का शेड आप अपनी स्किन टोन के अनुसार सिलेक्ट कर सकती हैं.

गोल्डन ग्लो

Makeup Tips

–   फेस्टिवल टाइम हो, तो शिमरी लुक और गोल्ड को अवॉइड नहीं किया जा सकता. आप अपने लुक में भी ला सकती हैं यही गोल्डन ग्लो.

–    फेस मेकअप करें. ब्रॉन्ज़र यूज़ करें.

–    शिमरी गोल्ड आईशैडो अप्लाई करें.

–    फेस्टिवल लुक के लिए क्रीमी आईशैडो यूज़ करेंगी, तो बेहतर होगा. चाहें तो अलग से गोल्डन ग्लिटर अप्लाई कर सकती हैं या ग्लिटरी शैडो लगाएं.

–    अपर आईलिड पर ब्लैक आईलाइनर लगाएं. आंखों में काजल और उसके बाद मस्कारा अप्लाई करें.

–    लिप्स को भी गोल्डन टच दें. मेटालिक लिप कलर यूज़ करें.

–    गोल्डन हेयर एक्सेसरीज़ से अपने लुक को कंप्लीट करें.

फ्रूटी कलर्स

Diwali Makeup Tips

–   फेस्टिवल टाइम वैसे भी कलर्स और ग्लो का होता है. यही कलर्स आपके फेस पर आकर ठहर जाएं, तो ग्लो अपने आप आ जाता है.

–    बेसिक फेस मेकअप के बाद आप अपनी आईज़ और लिप्स को कलर्स से हाईलाइट करें.

–    आंखों पर कलरफुल मैट यानी पाउडर आईशैडो अप्लाई करें, जैसे- इनर कॉर्नर पर पिंक या यलो कलर और आउटर पर ऑरेंज या रेड या फिर अपने आउटफिट के अनुसार कलर्स अप्लाई करें.

–    मस्कारा ज़रूर लगाएं.

–   लिप्स पर भी आप दो-तीन शेड्स का कॉम्बीनेशन ट्राई कर सकती हैं.

–   ब्राइट पिंक कलर अप्लाई करें और बीच में गोल्ड लिक्विड लिप कलर लगाकर शिमर अप्लाई करें.

–    लिप कलर्स ग्लिटरी और ग्लॉसी रखें, ताकि फेस्टिवल लुक हाईलाइट हो.

–    स्ट्रेट सिल्की हेयर इस लुक को कॉम्प्लीमेंट करेंगे.

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सिल्वर लुक, स्मोकी आईज़

Makeup Tips For Diwali

–   फ्रेश और कूल लुक के लिए आप सिल्वर लुक ट्राई कर सकती हैं.

–    आउटफिट सिल्वर और व्हाइट रखें और इसी को कॉम्प्लीमेंट करता हुआ मेकअप करें.

–    बेस फेस मेकअप करें. क्लीन लुक रखें. मैट फिनिश होगा, तो बेहतर रहेगा.

–    आंखों में काजल लगाएं.

–    अब स्मोकी लुक के लिए शिमरी ग्रे ब्लैक आईशैडो अप्लाई करें. स्मजर से स्मज करें. अच्छी तरह ब्लेंड कर लें.

–   अपर आईलिड पर अंदर की तरफ़ डार्क ब्लैक रखें, बाहर की तरफ़ शेड लाइट करती जाएं, ताकि स्मोकी इफेक्ट क्रिएट हो.

–    मस्कारा अप्लाई करें.

–    लिप्स पर लाइट पिंक कलर अप्लाई करें.

–    सिल्वर ईयररिंग्स और हेयर एक्सेसरीज़ से लुक को कंप्लीट करें.

बी नेचुरल

Natural Makeup Tips

–    अगर आपको बहुत ज़्यादा कलर्स या लाउड मेकअप पसंद नहीं, तो आप अपना लुक सिंपल और नेचुरल भी रख सकती हैं.

–    आपका आउटफिट अगर बहुत कलरफुल है, तो बेहतर होगा न्यूड मेकअप ही सिलेक्ट करें.

–   बेसिक फेस मेकअप करें. मैट फिनिश के लिए कॉम्पैक्ट यूज़ करें या लूज़ पाउडर भी लगा सकती हैं.

–    आंखों में ख़ूब सारा काजल लगाएं.

–    मस्कारा अप्लाई करें.

–    चाहें, तो अपर आईलिड पर आईलाइनर लगा सकती हैं.

–    लिप्स पर नेचुरल पिंक, ब्राउन या न्यूड लिप कलर लगाएं. बेहतर होगा मैट फिनिश हो, ताकि लुक नेचुरल लगे.

–   नेचुरल कर्ली हेयर इस लुक को कॉम्प्लीमेंट करेंगे.

– गीता शर्मा

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Healthy Shiny Hair
ये रेशमी ज़ुल्फ़ें…हेल्दी बालों के लिए स्मार्ट टिप्स (Smart Tips For Healthy-Shiny Hair)

आप भी अपने बालों को रेशमी और घना करना चाहती हैं, तो इन ईज़ी टिप्स को फॉलो करें-आप भी अपने बालों को रेशमी और घना करना चाहती हैं, तो इन ईज़ी टिप्स को फॉलो करें-प हेयर केयर रूटीन फॉलो करें.

कोई रेशम कहता है इन्हें, तो कोई सावन की घटा… कोई ग़ज़ल कहता है इन पर, तो कोई ढूंढ़ता है अपनी वफ़ा… मेरे लिए मुहब्बत की पनाह हैं ये तेरी ज़ुल़्फें, इन्हीं में बसा है मेरी हसरतों का मुकम्मल जहां…

  • बालों को क्लीन रखना बेहद ज़रूरी है.
  • हफ़्ते में 2-3 बार माइल्ड शैंपू से हेयर वॉश करें.
  • कंडीशनर यूज़ करना न भूलें.
  • बाल धोने के बाद हमेशा उन्हें थपथपाकर सुखाएं, रगड़कर न पोंछें,  वरना बाल टूटने लगेंगे.
  • गीले बालों को बांधें नहीं, इससे फंगल इंफेक्शन का ख़तरा हो सकता है.
  • बेहतर होगा नेचुरल तरी़के से ही बालों को सूखने दें.
  • हेयर ड्रायर का अधिक इस्तेमाल न करें.
  • हेयर वॉश से पहले ऑयल मसाज ज़रूर करें.
  • स्काल्प मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है.
  • बहुत अधिक केमिकल्स के प्रयोग से बचें.
  • बाहर जाते समय बालों को धूप से बचाने के लिए स्कार्फ बांधें या छतरी लें.
  • हेल्दी डायट भी हेल्दी बालों के लिए बहुत ज़रूरी है.
  • प्रोटीन, विटामिन ई और सी से भरपूर डायट लें. डेयरी प्रोडक्ट्स, बादाम, फिश, अंडे, साबूत अनाज, गाजर, पालक, आंवला, टमाटर आदि डायट में शामिल करें.
  • दोमुंहे बालों की समस्या से बचने के लिए बालों को नियमित रूप से ट्रिम करवाती रहें.
  • अगर बहुत ज़्यादा स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स और हार्श केमिकल्स के प्रयोग से आपके बाल डैमेज हो गए हैं, तो बनाना और ऑलिव ऑयल का मास्क अप्लाई करें.
  • मिल्क मास्क से बाल सॉफ्ट और शाइनी होते हैं, दूध में अंडा और नारियल तेल मिक्स करके बालों पर अप्लाई करें.
  • दही भी बालों को हेल्दी रखता है. आप उसका भी मास्क यूज़ कर सकती हैं.
  • फ्रिज़ी बालों के लिए एवोकैडो पल्प बेहतरीन मास्क का काम करता है. आप चाहें तो इसमें अंडा या मेयोनीज़ भी मिक्स कर सकती हैं.
  • अगर आपके बाल बहुत ड्राई हैं, तो शहद और नारियल तेल का मास्क आपके लिए परफेक्ट है.
  • स्ट्रॉबेरी हेयर मास्क बालों को मॉइश्‍चराइज़ करेगा और एक स्वीट-सी ख़ुशबू भी बालों को मिलेगी.
  • एलोवीरा पल्प बेहतरीन हेयर मास्क है. इसमें हीलिंग प्रॉपर्टीज़ होती हैं. यह बालों को हेल्दी रखता है.
  • जोजोबा ऑयल से नियमित रूप से स्काल्प मसाज करें. इससे ब्लड सर्कुलेशन तो बढ़ेगा ही, बालों को मॉइश्‍चर भी मिलेगा.
  • आधा कप दही में एक टीस्पून विनेगर मिलाकर बालों में लगाएं. यह डैमेज्ड बालों के लिए बेहतरीन मास्क है. यह बालों से एक्स्ट्रा ऑयल निकालकर उनका चिपचिपापन कम करेगा, डैंड्रफ से भी राहत मिलेगी.
  • बालों में वॉल्यूम और शाइन चाहिए, तो मेयोनीज़ बेहतरीन मास्क है. आधा कप मेयोनीज़ में कुछ बूंदें किसी भी एसेंशियल ऑयल की मिलाकर बालों व स्काल्प में अप्लाई करें. आधे घंटे बाद शैंपू कर लें.

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Monsoon Health Care
मॉनसून में कैसे रखें सेहत का ख़्याल? (Monsoon Health Care)

गर्मी की तपिश से राहत दिलानेवाली बारिश की फुहारें अपने साथ कई हेल्थ प्रॉब्लम्स भी लेकर आती हैं. सर्दी-ज़ुकाम जैसी आम समस्याओं के अलावा टायफॉइड, हैजा, मलेरिया जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियां भी इसी मौसम की देन हैं, लेकिन सही खानपान और कुछ हेल्दी आदतें अपनाकर आप बरसात में होनेवाली बीमारियों से बच सकते हैं.

मॉनसून हेल्थ प्रॉब्लम्स

बारिश का मौसम अपने साथ कई आम व गंभीर बीमारियां भी लेकर आता है, इसलिए ज़रूरी है कि हम पहले से ही उसके लिए सावधान रहें. एटलांटा हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. फतेह सिंह ने बरसाती बीमारियों से बचाव के बारे में हमें जानकारी दी.

डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया 

जहां डेंगू में तेज़ बुख़ार, बहुत ज़्यादा सिरदर्द और जोड़ों में दर्द होता है, वहीं बुख़ार, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द और कमज़ोरी आना मलेरिया के लक्षण हैं. चिकनगुनिया के भी लक्षण लगभग यही हैं.

बचाव

–    इससे बचाव का सबसे आसान तरीक़ा यही है कि घर के आसपास कहीं भी पानी का जमाव न होने दें, ताकि मच्छरों को पनपने के लिए जगह न मिले.

–    घर में कबाड़ जमा करके न रखें. जितना हो सके, घर साफ़ रखें.

–    बारिश से पहले घर में पेस्ट कंट्रोल ज़रूर करवाएं.

हैजा

बारिश के मौसम में फैलनेवाली यह एक गंभीर व जानलेवा बीमारी है, जो दूषित भोजन या पानी के कारण होती है. गंदगी और हाइजीन की कमी इस बीमारी को बढ़ावा देती है. उल्टी और पतली दस्त इस बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं.

बचाव

–    सबसे ज़रूरी है कि आप हैजे का टीका लगवाएं, इससे 6 महीनों तक आप सुरक्षित रहेंगे.

–   हाथ धोने के लिए लिक्विड हैंड सोप का ही इस्तेमाल करें.

–   साफ़ और शुद्ध पानी के लिए प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें अथवा पानी उबालकर पीना सबसे बेहतरीन उपाय है.

–    दूध व दूध से बनी चीज़ें, जैसे- आइस्क्रीम, मलाई वगैरह ज़्यादा न खाएं.

–    स्ट्रीट फूड से दूर रहें.

टायफॉइड

बारिश के दौरान होनेवाली यह एक आम बीमारी है. यह भी दूषित पानी व खाने के कारण ही होती है. इसमें सबसे ख़तरनाक बात यह है कि ठीक होने के बावजूद इसका इंफेक्शन मरीज़ के गॉल ब्लैडर में रह जाता है. बुख़ार, पेटदर्द और सिरदर्द इसके लक्षण हैं.

Monsoon Health Tips

बचाव

यह एक संक्रामक बीमारी है, जो बहुत तेज़ी से फैलती है, इसलिए मरीज़ को अलग कमरे में दूसरों से थोड़ा दूर रखें.

–    उबला व साफ़ पानी ही पीएं.

–    डिहाइड्रेशन से बचने के लिए मरीज़ को लगातार लिक्विड डायट लेते रहना चाहिए.

–    खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह ज़रूर धोएं.

–    होमियोपैथिक ट्रीटमेंट ज़्यादा मददगार होती है.

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डायरिया/ पेट के इंफेक्शन्स

इस मौसम में पेट की बीमारियां, जैसे- डायरिया और गैस्ट्रो सबसे ज़्यादा लोगों को परेशान करती हैं, जो वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण हो सकती हैं. पेट के ज़्यादातर इंफेक्शन्स में उल्टी और दस्त होते हैं, जिसके लिए तुरंत डॉक्टर से मिलना बहुत ज़रूरी है.

बचाव

–    खानपान के साथ-साथ पर्सनल हाइजीन का  भी ख़ास ख़्याल रखें. टॉयलेट के बाद और डायपर बदलने पर हैंडवॉश से हाथ ज़रूर धोएं.

–    बर्तनों और कटिंग बोर्ड को अच्छी तरह साफ़ रखें.

–    ऐसे फल और सब्ज़ियां खाएं, जिनके छिलके निकाल सकते हैं.

–   अगर ट्रैवेल करनेवाले हैं, तो हेपेटाइटिस ए का टीका ज़रूर लगवाएं.

पीलिया

मॉनसून के दौरान लिवर में वायरल इंफेक्शन काफ़ी आम बात है. हेपेटाइटिस के वायरस पानी के ज़रिए तेज़ी से फैलते हैं. यह इंफेक्शन गंभीर हो सकता है, क्योंकि हेपेटाइटिस का कारण पीलिया होता है, जिससे आंखें और यूरिन आदि पीले पड़ जाते हैं.

बचाव

–    हेपेटाइटिस ए और बी का वैक्सीन लें.

–    दूषित खाने और पानी से बचें.

–    हाइजीन का ख़ास ख़्याल रखें.

हेल्थ अलर्ट्स

–    अगर तीन दिन से बुख़ार आ रहा है, तो ख़ुद से दवा खाने की बजाय डॉक्टर को दिखाएं, क्योंकि यह कोई गंभीर बुख़ार भी हो सकता है.

–   शरीर पर किसी भी तरह के रैशेज़ या फोड़े-फुंसी नज़र आएं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, यह कोई इंफेक्शन भी हो सकता है.

–    अगर आपको अस्थमा या कोई और ब्रीदिंग प्रॉब्लम है, तो ध्यान रखें कि सीलनवाली दीवार से चिपककर न बैठें. घर की दीवारें गीली न रखें, वरना फंगस के कारण आपको तकलीफ़ हो सकती है.

–    अस्थमा और डायबिटीज़ के मरीज़ ज़्यादा तीखा और मसालेदार खाना न खाएं, वरना उन्हें हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं.

–   डायबिटीज़ के मरीज़ नंगे पांव गीली ज़मीन पर न चलें, वरना जर्म्स और बैक्टीरिया से आपको इंफेक्शन हो सकता है.

मॉनसून डायट

मॉनसून में हमारी पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो जाती है और शारीरिक क्षमता पर भी इसका असर पड़ता है. इस मौसम में खाना ठीक तरी़के से पचता नहीं, जिससे एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं. ऐसे में आपको खानपान का ख़ास ध्यान रखना चाहिए.

–    बारिश में उबालकर छाना हुआ पानी ही पीएं, वरना दूषित पानी के कारण बीमार पड़ सकते हैं.

–    मॉनसून में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाने से बचें, क्योंकि बारिश में उनमें कीड़े लगने लगते हैं, जो आपके खाने के साथ पेट में जा सकते हैं.

–    मसालेदार और तले हुए खाने से अपच, उबकाई आना, वॉटर रिटेंशन आदि की समस्या हो सकती है.

–    रोज़ाना गर्म दाल या सूप ज़रूर पीएं. उसमें हल्दी, लौंग, कालीमिर्च और सौंफ ज़रूर डालें. यह इंफेक्शन से लड़ने में आपकी मदद करेगा.

–    खाने के बाद सौंफ का पानी पीने से गैस और एसिडिटी की समस्या नहीं होती. घर के सभी सदस्यों को खाने के बाद ये पानी दें.

–    उबला व अच्छी तरह पका हुआ खाना मॉनसून में आपकी सेहत की देखभाल करेगा.

–   एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर हर्बल टी और ग्रीन टी इस मौसम में काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होती हैं. इसे डेली डायट का हिस्सा बनाएं.

–    गाय का दूध पीएं. यह हल्का व सुपाच्य होता है, जिससे आपको इंस्टेंट एनर्जी मिलती है.

–    खाने में गेहूं के आटे और मैदा की जगह जौ और चने के आटे का इस्तेमाल करें.

–    रोज़ाना अरहर की दाल की बजाय मूंगदाल का इस्तेमाल करें.

–    फ्रेश फ्रूट्स में आप सेब, अनार, मोसंबी और केला खाएं. ड्रायफ्रूट्स को अपने डेली डायट का हिस्सा बनाएं.

–    इस मौसम में जितना हो सके, प्रोसेस्ड फूड अवॉइड करें.

–   नॉन वेज के शौक़ीन बरसात में इसका सेवन कम कर दें.

–    अगर आप दही खाना पसंद करते हैं, तो ज़रूर खाएं, पर उसमें नमक या शक्कर मिला लें.

–    इस मौसम में गाय का घी खाना काफ़ी फ़ायदेमंद होता है, क्योंकि वो न स़िर्फ आपकी पाचन क्रिया  को दुरुस्त रखता है, बल्कि रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर आपकी याद्दाश्त को बेहतर बनाता है.

–   कच्ची सब्ज़ियां और सलाद खाने से बचें. अगर घर पर खा रहे हैं, तो सब्ज़ियों को अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करें.

हेल्दी लाइफस्टाइल

–   बहुत ज़्यादा भीड़भाड़वाली जगह पर जाना अवॉइड करें, क्योंकि वहां वायरल इंफेक्शन होने की संभावना ज़्यादा रहती है.

–    फुल स्लीव शर्ट और फुल पैंट पहनें, ताकि मच्छर काट न सकें.

–    जिन्हें एलर्जी और इंफेक्शन्स की समस्या है, वो नीम की पत्तियों को उबालकर उसे नहाने के पानी में मिलाकर नहाएं.

–    एक्सरसाइज़ इस मौसम में भी उतनी ही ज़रूरी है, जितनी हर मौसम में.

–    हो सके तो शाम को घर पहुंचने पर नहाएं.

अपनाएं ये होम रेमेडीज़

–    सर्दी-खांसी से राहत के लिए एक कप पानी में सोंठ पाउडर उबालकर पीएं, राहत मिलेगी.

–    गले में ख़राश या दर्द है, तो गुनगुने पानी में नमक और हल्दी मिलाकर गरारे करें.

–    सर्दी से नाक बंद हो गई हो, तो गर्म पानी में नीलगिरी तेल कीकुछ बूंदें डालकर भाप लें या फिर रुमाल में उसकी कुछ बूंदें छिड़ककर सूंघें.

–    अगर वायरल फीवर है, तो एक कप पानी में तुलसी और अदरक मिलाकर उबाल लें. आंच से उतारकर शहद मिलाएं और चाय की तरह पीएं.

–    अपच व बदहज़मी से बचने के लिए हर बार खाने से पहले अदरक के एक छोटे से टुकड़े पर सेंधा नमक लगाकर खाएं.

–    रोज़ाना हल्दीवाला दूध न स़िर्फ आपको दूषित पानी के कारण होनेवाली बीमारियों से बचाएगा, बल्कि आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाएगा.

– सुनीता सिंह

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