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वास्तु से जुड़े 20 सवाल-जवाब (20 Questions and answers related to architectural)

  4 वास्तुशास्त्र के अनुसार पति-पत्नी को कहां सोना चाहिए? आपको बिस्तर पर दक्षिण-पश्‍चिम की ओर तथा आपकी पत्नी को दक्षिण-पूर्व की ओर सोना चाहिए. हमारे बेडरूम की दक्षिण दिशा की दीवार में दरार आ गई है. क्या इससे कोई नुक़सान है? वैसे तो किसी भी रूम की किसी भी दीवार पर दरार का होना अशुभ माना जाता है, पर दक्षिण दिशा में दरार का रहना उस रूम विशेष में होनेवाले कार्यों में बाधा डालता है, जैसे- आपके बेडरूम की दक्षिण दिशा की दीवार पर दरार काम सुख में कमी एवं वैचारिक मतभेदों को बल दे सकता है. अक्सर यह सुनने में आता है कि बड़ों को दक्षिण में सिर व उत्तर में पैर रखकर सोना चाहिए. क्या यही नियम बच्चों पर भी लागू होता है? जी हां, यह नियम सभी पर लागू होता है, पर यदि बच्चे पूर्व की तरफ़ सिर एवं पश्‍चिम की ओर पैर रखें, तो और उत्तम होगा. उत्तर दिशा की तरफ़ कभी भी सिर करके नहीं सोना चाहिए. हमारे मकान में यदि अज्ञानतावश दक्षिण में ज़्यादा खिड़कियां हों और उत्तर में कम, तो ऐसे में क्या करना चाहिए? यह स्थिति ठीक नहीं है, इनके दोषों से बचने के लिए दक्षिण की कुछ खिड़कियां बंद करके गहरे नीले रंग के डबल परदे डाल दें. मैंने सुना है, वास्तु के दोष या गुण से शारीरिक शक्ति पर गहरा असर पड़ता है. यदि यह बात सच है तो कृपया बताएं कि भूमिगत पानी की टंकी यदि उत्तर दिशा में हो, तो कौन-सी शक्ति पर क्या और कौन-सा प्रभाव पड़ता है? इससे घर के प्रमुख व ज़िम्मेदार व्यक्ति की छठी इन्द्रिय मजबूत होती है और उन्हें उचित पूर्वाभास की शक्ति प्राप्त होती है. टेरेस पर हम टीवी एंटीना किस दिशा में लगा सकते हैं? एंटीना दक्षिण-पश्‍चिम कॉर्नर में लगाना ठीक रहेगा. वास्तु विज्ञान की बड़ी-बड़ी जटिल परिभाषाएं पढ़ने में आती हैं, फिर भी कुछ आधा-अधूरा सा लगता है, एकदम सरल भाषा में बताएं कि वास्तु शास्त्र क्या है? प्रकृति के अनुरूप रहने का अत्यंत प्रभावशाली ज्ञान-विज्ञान है यह अर्थात् सुख-शांति व समृद्धि देने वाला अद्भुत विज्ञान. अचानक कांच का टूटना कोई दोष होता है? कभी किसी वजह से कांच का टूटना दोषपूर्ण नहीं होता है, परन्तु अचानक बार-बार कांच का टूटना या चटकना निश्‍चित ही बड़े दोष का कारण हो सकता है. खेल के मैदान के लिए सबसे उपयुक्त स्थान कौन-सा है? पूर्व या उत्तर, विशेष परिस्थिति में पूर्वी-उत्तर के कोने में भी खेल का मैदान बना दें. हमने उत्तर की दिशा में आईना लगा रखा है, पता नहीं किस कारण से वह बार-बार टूट जाता है? टूटने का कारण ढूंढ़ें, यदि कोई स्पष्ट कारण समझ में नहीं आए, तो चांदी का एक सिक्का आईने के पीछे दीवार के सहारे लगा दें. 2 कृपया यह बताएं कि नहाते समय हमारा मुंह किस दिशा में होना चाहिए? वैसे तो नहाते समय मुंह पूर्व, पश्‍चिम और उत्तर की ओर रख सकते हैं, पर यदि आप बाथटब का उपयोग करते हैं, तो उस समय आपका मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. बैंक में मुझे एक लॉकर लेना है, कृपया बताएं मुझे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? पूर्व या उत्तर दिशा की ओर खुलनेवाला लॉकर लें, इस लॉकर के सामने खिड़की हो, तो उत्तम होगा. ध्यान रहे, सामने कोई द्वार न हो. क्या एक बिल्डिंग के सभी फ्लैट वास्तु के अनुरूप बन सकते हैं? जी हां, सारे फ्लैट वास्तु नियमों के आधार पर बन तो सकते हैं, पर उनकी शुभता में कुछ अंतर अवश्य आएगा. क्या बेडरूम में टेलीफोन रख सकते हैं? यदि हां, तो किस तरफ़ रखें? टेलीफोन को पश्‍चिम या दक्षिण-पूर्वी कोने में रखना चाहिए. मैं व्यापारी हूं. पहले माल का उत्पादन बहुत धीमा होता था और मांग ज़्यादा रहती थी, कुछ वास्तुदोष निवारण के बाद उत्पादन तो संतोषजनक हो गया, पर माल की मांग घट गई है. इसका क्या कारण हो सकता है? निश्‍चित ही आपने कुछ संशोधन किया होगा, पर संशोधन प्रक्रिया में कुछ कमी और ग़लतियां रहने के कारण मांग की गति धीमी पड़ गई है. आप पुनः नए सिरे से वास्तु दोष का परीक्षण कर संशोधन कराएं और मन में विश्‍वास रखें कि सब ठीक हो जाएगा. बैंक में हमारा लॉकर पश्‍चिम की ओर खुलता है. वास्तु नियमों के हिसाब से क्या यह उचित है? लॉकर को दक्षिण दीवार के सहारे होना चाहिए और उसे उत्तर या पूर्व की ओर खुलना चाहिए. प्राकृतिक आपदाएं क्यों आती हैं? क्या किसी देश-प्रदेश के वास्तु से इसका कोई संबंध है? वास्तु विज्ञान पंच तत्वों एवं विभिन्न ऊर्जा पर आधारित है. जब इन पंच तत्वों एवं ऊर्जाओं के समीकरण में कोई असंतुलन होता है, तो बाढ़, तूफान या अन्य आपदाएं आती हैं. इन तत्वों में हुए असंतुलन का व्यापक प्रभाव शरीर पर भी पड़ता है. कहते हैं, हर दिशा के कोई न कोई अधिष्ठाता देवता होते हैं, कृपया इसका पूरा विवरण दें कि किस दिशा के कौन-कौन से देवता अधिष्ठाता हैं? दिशा और इनके अधिष्ठाता देवता इस प्रकार हैं- पूर्व दिशा के सूर्य एवं इन्द्र, पश्‍चिम दिशा के वरुण, उत्तर दिशा के सोम एवं कुबेर, दक्षिण दिशा के यम, ईशान के शिव एवं सोम, आग्नेय के ब्रह्मा एवं अग्नि, नैऋत्य के निऋति, वायव्य के वायु हैं. हम अपने नए ऑफिस की सीलिंग में हल्का गुलाबी रंग कराना चाहते हैं. क्या यह ठीक रहेगा? सीलिंग में सफेद रंग ही कराएं. भूलकर भी किसी दूसरे रंग के बारे में न सोचें. मकान की मरम्मत करानी है, उसके लिए मज़दूर आदि हमारे मकान के बाहर अहाते में ही रहेंगे. उन्हें अस्थायी स्थान किस दिशा में देना श्रेष्ठकर होगा? उनके रहने की व्यवस्था उत्तर-पश्‍चिम में करें. यदि नींव की मिट्टी में मूंगा रत्न दिखलाई दे, तो यह कैसा लक्षण है? यह बेहद ही शुभ लक्षण है, क्योंकि वह भूमि अत्यंत शुभ मानी जाएगी.

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