पहलगाम आंतकी हमले के बाद जब से भारत ने पाकिस्तान को लेकर सख़्ती बरती है, तब से वहां पर हर क्षेत्र में खलबली सी मची हुई है. मनोरंजन के नाम पर फिल्में भी इससे अछूती नहीं रही. लॉलीवुड, जी हां पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री इस नाम से भी जानी जाती है, लंबे समय से मंदी से गुज़र रही उनकी सिनेमा. इसकी वजह वहां अच्छे कंटेंट की कमी रही. टिकटों की बढ़ती कीमतों और अच्छी कहानियों की भारी कमी के बीच, लॉलीवुड मुश्किल दौर से गुज़र रही है.
दोनों ही देशों में एक-दूसरे को लेकर तनातनी हमेशा से हावी रही है. जब से पाक में भारतीय फिल्में और उससे जुड़े कंटेंट को पूरी तरह बैन कर दिया गया, तब से स्थिति और भी ख़राब हो गई है. वहां पर न तो कोई भारतीय फिल्में थिएटर में रिलीज़ होती है और ना ही छोटे पर्दे यानी टीवी पर ही दिखाई जाती हैं. एक तरह यहां से उनके एंटरटेनमेंट का ज़रिए पूरी तरह से ठप्प हो गया है.
जब वहां पर भारतीय फिल्में रिलीज़ होती थीं, तब वे न केवल सुपर-डुपर हिट होती थीं, बल्कि लोगों का भी अच्छा-ख़ासा मनोरंजन होता था.

साल २०१९ में बैन से पहले सेलेक्टिव हिंदी मूवी ही पाकिस्तान में प्रदर्शित होती थीं और ख़ूब पसंद की जाती थीं. रणबीर कपूर की 'संजू' ने अच्छी कमाई की थी. सलमान खान की 'बजरंगी भाईजान' फिल्म ने तो वहां क़रीब ३४ करोड़ का बिज़नेस किया था. ये आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों की कितनी डिमांड थी.
अच्छी कहानी व फिल्में न होना, सिनेमा के टिकटों की क़ीमत बढ़ते जाना, बैन की मार झेलना इत्यादि के चलते सिनेमा तो आम लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है. सितारों के सितारे भी गर्दिश में हैं. बेचारे फवाद खान बॉलीवुड में 'अबीर गुलाल' फिल्म के ज़रिए वापसी करनेवाले थे. लेकिन पहलगाम टैरेरिस्ट अटैक के बाद वो भी ठंडे बस्ते में चला गया.
निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने तो यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान का घरेलू फिल्म उद्योग तो पूरी तरह से बरबाद हो गया है. इसकी मुख्य वजह उनका हिंदी फिल्मों को अपने यहां रिलीज़ न करना भी रहा है. अब तो थिएटरों की भी भारी कमी हो गई है.

‘द कश्मीर फाइल्स’ फेम डायरेक्टर ने यह भी कहा कि अब तो वहां जो भी चीज़ें बनती हैं दुबई बेस्ड होती हैं. पाकिस्तान में तो ना के बराबर ही कुछ हो रहा है.
पाकिस्तान में फिल्म के टिकट की क़ीमत 600 से लेकर 2,000 रुपए तक होती है. जबकि वहां पर प्रत्येक व्यक्ति की औसतन मासिक तनख्वाह 15,000 के आसपास है. ऐसे में आम जनता के लिए इतनी महंगी एंटरटेनमेंट को रेगुलर तौर पर अफोर्ड कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है. इस मुद्दे पर द राइट एंगल शो में सोनल कालरा ने विस्तार से बात की, जिसे गौतम ठाक्कर फिल्म्स ने प्रोड्यूस किया है. लेकिन अब तो पाकिस्तान में मनोरंजन एक लग्ज़री बनती जा रही है.
तो क्या लॉलीवुड बरबादी के कगार पर आ गई है. आख़िर क्या वे इस बुरे दौर से कभी उबर पाएंगे यह तो आनेवाला समम ही बता पाएगा. फ़िलहाल तो एंटरटेनमेंट को अलविदा ही कहना पड़ रहा है वहां.
Photo Courtesy: Social Media
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