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न टॉयलेट होते थे न सैनिटरी पैड, पीरियड्स में यूज़ करती थीं टॉवेल, झाड़ियों के पीछे चेंज करती थीं कपड़े- जया बच्चन को याद आए पुराने दिन, नातिन को सुनाया स्ट्रगल स्टोरी (No Toilet, No Sanitary Pads, We Had To Change Sanitary Pads Behind Bushes During Shoot, Jaya Bachchan opens up about Struggles Of Old Days, Calls It ‘Awkward and Embarrassing’)

जया बच्चन (Jaya Bachchan) इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं. जब से उन्होंने पैपराजी को 'गंदे गंदे पैंट पहनकर और हाथ में मोबाइल लेकर चूहे की तरह कहीं भी घुस जानेवाला' बयान दिया है तभी से वो ट्रोलर्स (Jaya Bachchan trolled) के निशाने पर हैं. लोग जया बच्चन पर जमकर बरस रहे हैं. इस बीच जया बच्चन अपनी नातिन (Navya Naveli) के पॉडकास्ट में पहुंची थीं जहां उन्होंने शूटिंग के पुराने दिनों को याद किया और बताया कि उन दिनों सेट पर कितना स्ट्रगल (Jaya Bachchan on Shooting struggle) होता था, खासकर पीरियड्स के दिनों में तो हालत ही खराब हो जाती थी.

Jaya Bachchan

जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने नव्या नवेली के पॉडकास्ट में बताया कि उन दिनों वैनिटी वैन नहीं होते थे. इसलिएआउटडोर शूट के समय काफी दिक्कतें आती थीं. एक्ट्रेसेस को झाड़ियां के पीछे जाकर कपड़े बदलना पड़ता था. जया बच्चन ने यह भी बताया कि एक्ट्रेसेस के लिए अलग से कोई टॉयलेट भी नहीं होता था. इसीलिए सब कुछ एक ही जगह पर करना पड़ता था. उन्हें बहुत शर्म भी आती थी.

Jaya Bachchan

इस पर नव्या ने पूछा कि पीरियड्स के दौरान वो लोग पैड कहाँ चेंज करते थे, तो इस पर जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने बताया, "वो भी झाड़ियों के पीछे ही करना पड़ता था. उस दौर में सेनेटरी पैड नहीं हुआ करते थे और सेनेटरी टॉवल इस्तेमाल करना पड़ता था. अब तो सैनिटरी पैड को चिपका लिया जाता है. पहले टॉवल को बेल्ट के साथ बांधना होता था और यह सब बहुत बुरा होता था."

Jaya Bachchan with her daughter

जया बच्चन ने आगे बताया, "उन दिनों सैनेटरी पैड को कूड़ेदान में नहीं फेंकते थे. इसके लिए हम प्लास्टिक बैग लेकर जाते थे और यूज़्ड टॉवेल्स को इसमें इकट्ठा कर लेती थी. मुझे दिन में 3-4 टॉवल बदलने पड़ते थे और मैं सब एक बास्केट में रख देती, ताकि घर जाकर फेंका जा सके. तुम अंदाजा लगा सकती हो कि 3-4 टॉवल के साथ बैठना कितना अजीब होता था."

Jaya Bachchan

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