अक्षय कुमार (Akshay Kumar) इन दिनों अपनी आनेवाली ऐतिहासिक फिल्म (upcoming film) सम्राट पृथ्वीराज (Samrat Prithviraj) के प्रमोशन (promotion) के व्यस्त हैं. 3 जून को रिलीज़ हो रही इस फ़िल्म में अक्षय के ऑपज़िट मानुषी छिल्लर (Manushi Chhillar) हैं. फ़िल्म का निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी (Film Director Chandraprakash Dwivedi) ने किया है और इस ऐतिहासिक फिल्म में पृथ्वीराज-मोहम्मद गोरी के बीच जंग व पृथ्वीराज और संयोगिता की प्रेम कहानी भी नज़र आएगी. फ़िल्म हिंदी के अलावा साउथ की भाषाओं में भी रिलीज़ होगी.
इसी फ़िल्म पर बात करते हुए अक्षय ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हमारी किताबों में हमने मुग़लों और आक्रमणकारियों के बारे में तो खूब पढ़ा लेकिन हमारे हिंदू राजाओं के बारे में बहुत कम मात्र दो-तीन लाइनें ही हैं. यहां तक कि हमारे बच्चे भी ब्रिटिश साम्राज्य व मुग़लों के बारे में ज़्यादा जानकारी रखते हैं बजाय पृथ्वीराज चौहान के.
अक्षय ने कहा कि हमारे इतिहास की किताबों में हमारे राजाओं के बारे में लिखने वाला कोई है ही नहीं. मैं शिक्षा मंत्री से अपील करना चाहूंगा कि इस मामले में दख़ल दें और ध्यान दें कि संतुलन हो सके. एक बैलेन्स होना ज़रूरी है. मैं मानता हुं कि हमें मुगलों के बारे में पता होना चाहिए और मैं ये नहीं कह रहा कि उनके बारे में पढ़ाया ही न जाए, लेकिन हमारे राजाओं के बारे में भी पता होना बहुत जरूरी है, क्योंकि वे भी महान थे. बच्चों को महाराणा प्रताप के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए क्योंकि ये सभी अपने समय के महान शासक और योद्धा थे.
इसके अलावा अक्षय ने हिंदुत्व के मुद्दे पर भी अपने विचार रखे और सोमनाथ व काशी जाने पर कहा कि मैं हिंदुत्व के लिए नहीं सांस्कृतिक विरासत के लिए गया था और सम्राट पृथ्वीराज का इनसे नाता था, वहीं ज्ञानवापी पर भी अक्षय ने कहा जो भी इस मामले को देख रहे हैं वो सही निर्णय लेंगे, वो देखने में तो शिवलिंग ही लगता है.
अक्षय ने फ़िल्म को लेकर कहा कि मैं शुक्रगुज़ार हूं क्योंकि इस फ़िल्म के ज़रिए ही मैं पृथ्वीराज के बारे में इतना कुछ जान सका, जिसके बारे में मैंने पहले कभी पढ़ा या जाना नहीं.
वहीं अक्षय कुमार के इस बयान पर कुछ लोग उनको बुरी तरह ट्रोल कर रहे हैं और ट्विटर पर कह रहे हैं कि इसने शायद कनाडा की किताबें पढ़ी हैं, एक कनाडा वासी हमको ज्ञान दे रहा है हमारे इतिहास के बारे में… कुछ लोग ये कह रहे हैं कि ये तो कहता था कि मैं ज़्यादा पढ़ा लिखा नहीं. जब ये सातवीं से आगे पढ़ा ही नहीं तो कौन सी किताबें पढ़ ली इसने. कुछ यूज़र्स अक्षय को एनसीईआरटी की बुक्स पढ़ने की सलाह दे रहे हैं.
कुछ लोगों को ये अक्षय का पब्लिसिटी स्टंट भी कहा और उन्होंने कहा आज से पहले तो कभी इसने ऐसा कुछ नहीं कहा अब जब फिल्म रिलीज़ होनेवाली है तो पब्लिसिटी के लिए ये ठीक नहीं.
वहीं कुछ फैंस अक्षय की बात से पूरी तरह सहमत दिखे और ट्रोल करनेवालों को किताबों के पन्नों के स्क्रीन शॉट्स भी पोस्ट करके दिखाए.