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ईशा गुप्ता का शॉकिंग खुलासा, रिश्तेदार बचपन में कहते थे काली मां, डार्क स्किन कलर के लिए इंडस्ट्री में भी झेलनी पड़ी बॉडी शेमिंग, गोरा होने के लिए इंजेक्शन लगाने की भी दी गई सलाह (‘Ashram 3’ fame Esha Gupta’s Shocking Revelations, Relatives Used To Call Her ‘Kali Maa’, Actress Has To Face Body Shaming In Industry, People Asked Her To Get Injection for Fare Skin)

सुपरबोल्ड एक्ट्रेस ईशा गुप्ता (Esha Gupta) अपने हॉट लुक्स से आए दिन फैंस के होश उड़ाती रहती हैं. एक्ट्रेस इन दिनों अपनी वेब सीरीज 'आश्रम 3'( Ashram 3) में अपने बोल्ड सीन्स को लेकर चर्चा में हैं. 'आश्रम 3' को दर्शकों का ज़बरदस्त रिस्पॉन्स मिला. इसमें बॉबी देओल (Boby Deol) और ईशा गुप्ता के बोल्ड सीन्स चर्चा का विषय बने हुए हैं. फैंस उनके रोल प्ले को काफी पसंद कर रहे हैं. बेशक ईशा इस कामयाबी से इन दिनों सातवें आसमान पर हैं. लेकिन यहाँ तक पहुँचने की राह उनके लिए भी आसान नहीं थी. करियर की शुरुआत में उन्हें इंडस्ट्री में सेटल होने के लिए काफी कुछ झेलना पड़ा था. उन्हें उनके डार्क स्किन के लिए बॉडी शेम (Body Shaming) तक किया गया, जिसका खुलासा उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में किया है.

ईशा गुप्ता ने हाल ही में अपने इंटरव्यू के दौरान बताया कि किस तरह उन्हें स्किन कलर की वजह से प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ी थी. "मुझे फेयर स्किन के लिए इंजेक्शन लेने की सलाह दी गई. एक वक्त ऐसा भी आया कि मैं भी बहक गई. मैं लोगों की बातों से कन्विन्स हो गई और मैंने फेयरनेस वाली इंजेक्शन के बारे में पता किया. इस तरह के एक इंजेक्शन की कीमत 9000 रुपये थी. मैं नाम नहीं लूंगी, लेकिन इंडस्ट्री में कई एक्ट्रेसेस हैं, जिन्होंने फेयर स्किन के लिए इस तरह के इंजेक्शन लिए हैं."

ईशा गुप्ता ने अपने नए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा भी किया कि उन्हें नोज़ जॉब कराने की सलाह भी दी गई थी. ईशा ने कहा, "अपने करियर की शुरुआत में, मुझे अपनी नोज शार्प कराने की सलाह दी गई थी. मुझे कहा गया था कि मेरी नाक बहुत गोल है और मुझे नोज़ जॉब करा लेना चाहिए."

ईशा ने बचपन की यादें शेयर करते हुए बताया, मैं जब छोटी थी तो मेरा काम्प्लेक्शन इतना डार्क नहीं था. लेकिन मैंने कोई गलत पिल्स ले लीं, जिसकी वजह से मुझे हॉस्पिटलाइज़ करना पड़ा और ब्लड ट्रांसफ्यूजन करना पड़ा, इसके बाद से ही मेरी स्किन इतनी डार्क हो गई. मुझे याद है कि इसके बाद मेरे रिलेटिव्स कहने लगे कि एक और लड़की हो गई, वो भी काली. कुछ लोग मुझे काली माँ भी बुलाते थे. इन सब बातों से मैं बहुत अपसेट होती थी, लेकिन जब मैंने मॉडलिंग शुरु की तो मेरा यही स्किन कलर मेरे लिए प्लस पॉइंट बन गया, क्योंकि इस प्रोफेशन में स्किन कलर को लेकर लोगों की सोच बहुत एडवांस है."

ईशा ने बताया कि एक्ट्रेसेस पर सुंदर दिखने का बहुत प्रेशर होता है. "इसलिए मैं कभी नहीं चाहूंगी कि मेरी बेटी एक्टर बने और कम उम्र से ही खूबसूरत दिखने का प्रेशर झेले. अगर मेरी बेटी शोबिज प्रोफेशन में आना चाहती है, तो वो नॉर्मल अपनी जिंदगी नहीं जी सकेगी. इसलिए मैं नहीं चाहती कि वो एक्टर बने. मैं चाहती हूँ कि वो एथलीट बने."

ईशा गुप्ता ने 2012 में इमरान हाशमी के साथ फिल्म 'जन्नत 2' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. 2019 में रिलीज हुई 'टोटल धमाल' और 'वन डे जस्टिस डिलीवर' के बाद से वो बड़े स्क्रीन से गायब हैं. हाल ही वो बॉबी देओल के साथ वेब सीरीज 'आश्रम 3' में नजर आई हैं. प्रकाश झा निर्देशित इस वेब शो में ईशा ने बॉबी के साथ कई इंटीमेट सीन्स दिए हैं, जिसको लेकर वो सुर्खियों में बनी हुई हैं.

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