"क्या लिखते हो?" "व्यंग्य" "कितना लिखा है?" "कभी गिनकर नहीं देखा." ''गिनने को कौन कह रहा. कभी तौल कर नहीं…
प्रकृति प्रेम… अभी तलाश रही हूं कुछ पीले शब्द कि एक कविता लिखूं पीली सी ठीक उस पीली सोच वाली…
देर रात हो गई, मगर लिस्ट पूरी न हुई. जितने लोग, उतनी ख़्वाहिशें निकलकर आ रही थीं. पेपर भर चुका…
"मैं जीवनभर एक हमउम्र साथी के लिए तरसता रहा आज तुम्हें पाकर मेरी साध पूरी हुई. हम भले ही एक…
आजकल सब्ज़ीवाले से धनिया-मिर्ची नहीं मांगनी चाहिए. वैसे ही पडोसी से प्यार और नेता से उपहार न मांगने में ही…
क्या हुआ जो उसे नित्येंद्र सर पसंद आने लगे हैं, क्या हुआ जो उनको देखना, उनको सुनना, उनके निकट रहना…
अकबर जानते थे कि बीरबल के पास हर सवाल का जवाब है और वो बीरबल की बुद्धिमत्ता से भी काफ़ी…
संघर्ष चल रहा है युद्धीय स्तर पर मन और बुद्धि के बीच निरंतर संघर्ष.. विचार शक्ति का तर्क है कि…
"भइया, मेरी नाक फिर कट गई." रावण को बिल्कुल हैरानी नहीं हुई. उसने नॉर्मल लहज़े में पूछा, "तुम नाक लेकर…
“अरे हां अम्मा, संभालकर लगाई थीं. दोनों सिरों को अटकाया था चिमटी से, पर चिमटी ही बकवास थी. अब उनमें…