उस दिन के बाद से उमा जब भी सब्ज़ी लेने जाती. अक्सर उसे देर हो जाती, जिसके लिए तरह-तरह के…
लिखा था धड़कते दिल से और दिया था कांपते हाथों से मैंने नजरें ज़मीन में ही गड़ा रखी थी फिर…
टेडी मूडी है. कई बार बहुत आवाज़ देने पर भी अपने जगह से नहीं उठता. मैगी सीधी है, देखते ही…
"जैसे सागर किनारों पर या टापुओं पर जहाजों को अंधकार में रास्ता दिखाने के लिए लाइट हाउस होते हैं ना,…
जिस दिन तमन्ना बड़ी और हौसला छोटा हो जाए समझना कि हार गए तुम जिस दिन राजनीति बड़ी और दोस्ती…
अनेक कण्ठों की हरिध्वनि के साथ पुत्र के हाथों में जब मन्त्रपूत अग्नि जलाई गई, उस समय उसके नेत्रों से…
उसके अन्दर भी कभी धूप का कतरा उतरकर उजास फैलाता है और तब वह छोटी-छोटी बातों से उत्साहित हो जाती…
एक पर्वतीय प्रदेश में एक बड़े से पेड़ पर एक पक्षी रहता था, जिसका नाम सिंधुक था. आश्चर्य की बात थी कि उस पक्षी की विष्ठा यानी मल सोने में बदल जाती थी. यह बात किसी को भी पता नहीं थी. एक बार उस पेड़ के नीचे से एक शिकारी गुज़र रहा था. शिकारी को चूंकी सिंधुक के स्वर्ण…
मैंने भर दिया ये आकाश सारा का सारा नन्हें-नन्हें तारों से अपनी चुनरी की परवाह किए बिना.. मैंने सूरज को…
मैं अभी लड़की की इस प्यारी हरकत का मज़ा लेने की ख़ातिर ज़ेहन में दोहराने ही वाला था कि बछड़ा…