कहानी- अनचाहे बंधन (Short Story- Anchahe Bandhan)

उस दिन के बाद से उमा जब भी सब्ज़ी लेने जाती. अक्सर उसे देर हो जाती, जिसके लिए तरह-तरह के…

August 27, 2020

कविता- प्रेम पत्र… (Kavita- Prem Patra)

लिखा था धड़कते दिल से और दिया था कांपते हाथों से मैंने नजरें ज़मीन में ही गड़ा रखी थी फिर…

August 26, 2020

कहानी- क्वारंटीन में मेरे टेडी-मैगी (Short Story- Quartine Mein Mere Teddy-Maggi)

टेडी मूडी है. कई बार बहुत आवाज़ देने पर भी अपने जगह से नहीं उठता. मैगी सीधी है, देखते ही…

August 25, 2020

कहानी- लाइट हाउस (Short Story- Light House)

"जैसे सागर किनारों पर या टापुओं पर जहाजों को अंधकार में रास्ता दिखाने के लिए लाइट हाउस होते हैं ना,…

August 25, 2020

काव्य- हार गए तुम… (Kavya- Haar Gaye Tum…)

जिस दिन तमन्ना बड़ी और हौसला छोटा हो जाए समझना कि हार गए तुम जिस दिन राजनीति बड़ी और दोस्ती…

August 24, 2020

कहानी- अभागी का स्वर्ग (Short Story- Abhagi Ka Swarg)

अनेक कण्ठों की हरिध्वनि के साथ पुत्र के हाथों में जब मन्त्रपूत अग्नि जलाई गई, उस समय उसके नेत्रों से…

August 23, 2020

कहानी- स्टेपनी (Short Story- Stepney)

उसके अन्दर भी कभी धूप का कतरा उतरकर उजास फैलाता है और तब वह छोटी-छोटी बातों से उत्साहित हो जाती…

August 21, 2020

पंचतंत्र की कहानी: सुनहरे गोबर की कथा (Short Story: Panchatantra- Tale Of The Golden Droppings)

एक पर्वतीय प्रदेश में एक बड़े से पेड़ पर एक पक्षी रहता था, जिसका नाम सिंधुक था. आश्चर्य की बात थी कि उस पक्षी की विष्ठा यानी मल सोने में बदल जाती थी. यह बात किसी को भी पता नहीं थी. एक बार उस पेड़ के नीचे से एक शिकारी गुज़र रहा था. शिकारी को चूंकी सिंधुक के स्वर्ण…

August 21, 2020

कविता- क्यों दर्ज होती हैं ढेरों आपत्तियां… (Kavita- Kyon Darj Hoti Hain Dheron Aapttiyan?..)

मैंने भर दिया ये आकाश सारा का सारा नन्हें-नन्हें तारों से अपनी चुनरी की परवाह किए बिना.. मैंने सूरज को…

August 20, 2020

कहानी- मौसम की शरारत (Short Story- Mausam Ki Shararat)

मैं अभी लड़की की इस प्यारी हरकत का मज़ा लेने की ख़ातिर ज़ेहन में दोहराने ही वाला था कि बछड़ा…

August 20, 2020
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