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फिल्म रिव्यू- ख़्वाहिशों की उड़ान- तुम्हारी सुलु… (Film Review- Tumhari Sulu)

Film Review, Tumhari Sulu, vidya balan  
हाउसवाइफ से आरजे का दिलचस्प सफ़र...
हर नारी के ख़्वाब, उम्मीद, महत्वाकांक्षाओं की कहानी को जाने विद्या बालन (Vidya Balan) की तुम्हारी सुलु (Tumhari Sulu) से. टी सीरीज़ व एलिप्सिस एंटरटेनमेंट के बैनर तले निर्देशक सुरेश त्रिवेणी की यह पहली फिल्म है, जिसे ख़ास बनाने में वे सफल रहे. पूरी फिल्म मेंं विद्या बालन छायी हुई हैं, फिर चाहे पत्नी, मां, नाइट आरजे (रेडियो जॉकी) या फिर मध्यमवर्गीय परिवार की एक आम नारी का प्रतिनिधित्व करना ही क्यों न हो, सभी में वे लाजवाब रही हैं. मूवी हाइलाइट्स * सुलोचना, जिसे प्यार से सुलु बुलाते हैं, जो एक हाउसवाइफ है. उसके सपने, कामयाबी, संघर्ष को बेहतरीन तरी़के से दिखाया गया है. * मीडिल क्लास की महिला कैसे घर-गृहस्थी को सफलतापूर्व संभालते हुए भी अपने सपनों को भी उड़ान देती है, जिससे हर नारी ख़ुद को जुड़ा हुआ महसूस करेगी. * सुलु को अचानक नाइट आरजे का जॉब मिलना और उसे बख़ूबी निभाते हुए रातोंरात मशहूर हो जाना, फिल्म का टर्निंग प्वॉइंट है. * जहां पहले उसका पति से अच्छा तालमेल रहता है, वहीं सक्सेस के बाद दोनों के बीच मतभेद शुरू हो जाते हैं. * सुलु ज़िंदगी के हर उतार-चढ़ाव को मुस्कुराते हुए झेलती है, पर अपने सपनों को भी पंख देती है. + फिल्म की यूएसपी विद्या बालन का बेहतरीन सहज अभिनय है. वे ख़ुशमिज़ाज शख़्स के रूप में मां, पत्नी, कलीग- हर क़िरदार को ख़ूबसूरती से जीती हैं. + उनके पति के रूप में मानव कौल की अदाकारी भी शानदार है. + लंबे समय के बाद नेहा धूपिया को देखना सुखद रहा. अपने छोटे से रोल में प्रभावित करती हैं. + इनके अलावा विजय मौर्य व आरजे मल्लिष्का ने भी अपने क़िरदार के साथ न्याय किया है. + संगीत- गुरु रंधावा, तनिष्क बागची, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल + गीत- कविता कृष्णमूर्ति, गुरु रंधावा, शलमली खोलगड़े, शाशा तिरुपति- सुमधुर हैं. तुम्हारी सुलु कॉमेडी, नारी प्रधान एक दिलचस्प फैमिली फिल्म है, जो सभी का मनोरंजन करती है. रेटिंग- 3.5 स्टार

- ऊषा गुप्ता

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