बहुत ज़रूरी काम है ये, भाई मेरे मत झुठलाना
इक बेटी की हंसी खो गई, कहीं मिले तो बतलाना
ओढ़ उदासी की चादर, वो आज बिना खाए सो गई
बड़े जतन से पाली थी, इक बेटी की हंसी खो गई
रोज़ दोपहर, नुक्कड़ वाले स्कूल से वापस आती थी
बैग पटक वो आनन-फानन, मेरे घर आ जाती थी
झाड़ू करती, बरतन मलती, मां का हाथ बंटाती थी
जो भी दे दो वो खा पीकर, पढ़ने को बैठ जाती थी
उसे पढ़ाकर मेरा वजूद भी, थोड़ा सुकून पाता था
अच्छा करने का एहसास, मन को बहुत भाता था
मुंह लटकाए आई इक दिन, मैंने पूछा कुछ टूट गया?
बोली भाई हुआ है इसलिए, मेरा स्कूल छूट गया
मां काम पर जाएगी तो, भाई को कौन सम्हालेगा
अब तो मेरा बस्ता रद्दी से, कोई नहीं निकालेगा
मैं निकली उसकी हंसी ढूंढ़ने, तो स्वयं ही कहीं खो गई
नवरात्रि के अनुष्ठान की, ख़ुशी पलक मूंद सो गई
ये देख कि इतनी बेटियां, इतनी त्रस्त और वंचित हैं
लगा कि देवी मां की आखें, बड़ी दुखी और चिंतित हैं
क्यों न हम सब मिल-जुलकर विद्या धन बांटने की शुरुआत कराएं
क्या सहमत हैं आप कि हम इस बार नवरात्रि कुछ यूं मनाएं…
– भावना प्रकाश
Photo Courtesy: Freepik
यह भी पढ़े: Shayeri
गोविन्दा की भांजी और कृष्णा अभिषेक की बहन बनने जा रही हैं दुल्हन. 25 अप्रैल…
सध्या बॉलिवूड अभिनेता रणबीर कपूर त्याच्या आगामी रामायण चित्रपटामुळे बऱ्यापैकी चर्चेत आहे. आपल्या अभिनयाने तो…
आई कुठे काय करते मालिकेतील मिलिंद गवळी यांनी काही दिवसांपूर्वी शेअर केलेल्या पोस्टमधून त्यांच्या मालिकेची…
अजय देवगण आणि काजोलची मुलगी नीसा देवगणचा उद्या २१ वा वाढदिवस आहे. पण नीसाची आई…
शादी के 6 साल बाद पति जोरावर से तलाक लेने का फैसला लेकर कुशा कपिला…
जिओ स्टुडिओज आणि सुबोध भावे यांचा बहुप्रतिक्षित संगीतमय चित्रपट "संगीत मानापमान"चे पहिले पोस्टर अलिकडेच प्रदर्शित…