गर्मी के दिनों में शरीर पर छोटे-छोटे लाल-लाल दाने (Get Rid Of The Heat Rash) निकल आते हैं, जिसे घमौरी कहते हैं. यह घामपित्ती, गर्मी के दाने आदि नामों से भी जाना जाता है. मस्तक, छाती, पीठ, गर्दन आदि स्थानों पर यह अधिक होती है. ठंडी जगह पर रहने या ठंडी हवा लगने से इसकी उग्रता कम हो जाती है.
कारण
घमौरियां मुख्य रूप से त्वचा की स्वेद ग्रंथियों (पसीनेवाली ग्रंथियां) के विकार के कारण उत्पन्न होती हैं. इसलिए जिन अंगों में पसीना अधिक होता है, वहां पर ये अधिक निकलती हैं. चाय, कॉफी तथा उत्तेजक पदार्थों के अधिक सेवन से भी घमौरियां हो जाती हैं.
लक्षण
जब घमौरियां अपने उग्र रूप में होती हैं, तो उनमें जलन व खुजलाहट बढ़ जाती है. ये प्रायः कमज़ोर बच्चों, गर्भवती स्त्रियों तथा रोगग्रसित व्यक्तियों में अधिक होती हैं, जिससे व्यक्ति बेचैन हो उठता है. रोगी शरीर को जितना अधिक खुजलाता है, चुनचुनाहट एवं जलन उतनी ही बढ़ती जाती है. कभी-कभी खुजलाते-खुजलाते शरीर पर घाव भी हो जाता है.
* जामुन की पत्तियों को पीसकर उसमें खाने का सोडा मिलाकर घमौरियों पर लेप कीजिए.
* सुबह-दोपहर और शाम नींबू पानी का निरंतर सेवन करने से घमौरी निकलती ही नहीं. यदि निकल भी आयी हो, तो इसके सेवन से एक पखवाड़े के भीतर-भीतर शांत हो जाएगी.
* सुबह और दोपहर को एक-एक गन्ना चूसने से भी शरीर की गर्मी शांत होती है और घमौरी मिट जाती है.
* नीम के तेल में कपूर का चूर्ण मिलाकर उस तेल से जहां घमौरियां हुई हैं, वहां मालिश करें. आधे घंटे बाद स्नान करें. इससे आराम मिलता है.
* घमौरी से बचने के लिए नीम के साबुन से स्नान करें.
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* मिट्ठी के कुल्हड़ में आधा लीटर स्वच्छ पीने का पानी भर लें. उस पानी में आंवलों को कपड़े से पोंछकर साफ़ कर डाल दें. आंवले दस-पंद्रह से लेकर बीस तक इस्तेमाल कर सकते हैं. कुल्हड़ पर ढक्कन रख कर रातभर आंवलों को उसमें भिगोये रखें. सुबह हाथ धोकर उन आंवलों को पानी में मसल डालें. फिर उस पानी को छान लें और इच्छानुसार नमक या चीनी मिलाकर पीएं. जितनी प्यास हो, उतना पीयें. इस प्रयोग से पेट साफ़ रहेगा, भूख भी लगेगी और शरीर की गर्मी शांत होगी. घमौरियां एक सप्ताह के भीतर ही साफ़ हो जाएंगी.
* खरबूज का गूदा निकालकर जहां घमौरियां हुई हैं, उस जगह पर लगाने से घमौरियों से राहत मिलती है.
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* कोकम की चार फांके दो गिलास पानी में रातभर भिगोकर सुबह वह पानी तब तक उबालें, जब तक कि वह जलकर एक ग्लास न बन जाए. ठंडा होने पर उसमें 3 चम्मच शक्कर मिलाकर वह पानी पीने से शरीर की गर्मी दूर होती है और घमौरियां मिट जाती हैं.
पथ्यः गर्म चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए तथा ठंडे वातावरण में रहना चाहिए. मोटे कपड़ों के बजाय हवादार झीने कपड़े पहनने चाहिए. नीम के साबुन से सुबह-शाम स्नान करना चाहिए.
- परमिंदर निज्जर
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