इन दिनों फ़िल्म हुकुस बुकुस काफ़ी सुर्ख़ियों में है. आख़िर फ़िल्म का सब्जेक्ट ही ऐसा है. फ़िल्म के बेहतरीन ट्रेलर को देखते ही लोगों को लगा इस फ़िल्म में कुछ अलग और ख़ास बात है.
दरअसल ये फ़िल्म कश्मीरी पंडितों, धर्म, संस्कृति और क्रिकेट पर बनी है. जी हान? इसमें अरुण गोविल बने हैं कश्मीरी पंडित और उनके बेटे दर्शील सफारी एक युवा क्रिकेटर जिसका आदर्श है सचिन और वो ख़ुद भी सचिन के पदचिह्नों पर चलकर उन्हीं की तरह एक बड़ा क्रिकेटर बनना चाहता है.
वहीं अरुण गोविल बेटे को कहते हैं कि कश्मीर में तेरे क्रिकेट का कुछ नहीं होगा. ट्रेलर में अरुण का वॉइस ओवर सुना जा सकता है जिसमें वो कहते सुनाई देते हैं कि एक मैच हुआ था शेरे-ए-कश्मीर स्टेडियम में, वेस्ट इंडीज़ और इंडिया के बीच. चौकों छक्कों पर जोर-जोर से नारे लगे, लेकिन वेस्ट इंडीज़ जिंदाबाद के नहीं पाकिस्तान जिंदबाद के.
वहीं दर्शील का जुनून क्रिकेट के प्रति दिन ब दिन बढ़ता ही जाता है और वो कहते हैं कि सचिन भी इसी बैट से बना था. वहीं अरुण को फ़िल्म में अपनी धरोहर, संस्कृति को संजोते दिखाया गया है. वो बेटे से कहते हैं कि तुझे पंडित बनना है. दूसरी तरफ़ कश्मीर में मंदिर की बजाय पहला मॉल बन रहा होता है जिसका वो विरोध करते दिखते हैं. एक पॉइंट पर आकर क्रिकेट और धर्म आमने-सामने खड़े नज़र आते हैं.
फ़िल्म के ट्रेलर में अरुण और दर्शील दोनों के ही काम की काफ़ी सराहना हो रही है. फ़िल्म को डायरेक्ट किया है विनय भारद्वाज ने और इसमें गौतम विगभी हैं. फ़िल्म 3 नवंबर को सिनेमाघर में रिलीज़ हो रही है यानी आज और इसी के चलते अरुण गोविल फ़िल्म के को स्टार दर्शील व डायरेक्टर संग मुंबई के इस्कॉन मंदिर पहुंचे.
यहां देखें वीडियो https://x.com/arungovil12/status/1720296523345666530?s=20
अरुण ने ख़ुद ट्वीट करके वीडियो पोस्ट किया है और लिखा है- भगवान कृष्ण के आशीर्वाद के लिए ISKCON मंदिर, जुहू का दौरा, 'Hukus Bukus' फिल्म के निर्देशक Vinay Bhardwaj और अभिनेता Darsheel Safary के साथ. यह फिल्म हमारे आदर्श भगवान कृष्ण की लीलाओं और भक्तों के जीवन में लाभों का जश्न मनाती है. आपको कृष्ण, कश्मीर और क्रिकेट की कहानी देखकर खुशी आपको कृष्ण, कश्मीर और क्रिकेट की कहानी देखकर खुशी होगी. आज से फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है.