बॉलीवुड (Bollywood) के लिए ये साल बहाल ही रहा, कई बड़े बजट और बड़े स्टार्स की मूवीज़ जिस तरह धराशाई (flop) हुई हैं उनसे सबको झटका लगा लेकिन बॉलीवुड है कि अब भी सच न तो देखना चाहता है और न ही सुधरना. यही बात आम लोग भी कह रहे हैं और यही बात द कश्मीर फ़ाइल्स (the Kashmir files) के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (director vivek Agnihotri) भी काफ़ी समय से कहते आ रहे हैं.
विवेक ने एक बार फिर बॉलीवुड पर निशाना साधा है और हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री को फ़िल्मों का गणित सिखाने की कोशिश की है. अपने लेटेस्ट ट्वीट ने विवेक ने कहा- 4 छोटी फिल्में, जिनमें न स्टार्स हैं, जिनकी मार्केटिंग भी नहीं हुई और न ही इनको डिस्ट्रीब्यूशन सपोर्ट मिला- द कश्मीर फाइल्स, कार्तिकेय, कंतारा और रॉकेट्री ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 800 करोड़ का बिज़नेस किया. इन 4 फिल्मों का कुल प्रोडक्शन कॉस्ट था 75 करोड़ रुपये.
क्या बॉलीवुड अंधा, बहरा और गूंगा है, जो ये सिंपल-सा मैथ्स न समझता है और न सीखता है?
विवेक का मानना है कि अगर कहानी और फ़िल्म मेकिंग में दम है तो छोटे बजट और नॉन स्टारर फ़िल्में भी कमाई कर सकती हैं और बड़ा कमाल कर सकती हैं. खुद उनकी फ़िल्म द कश्मीर फ़ाइल्स ने ऐसा कर दिखाया है और आजकल जिस तरह साउथ की फ़िल्में हिंदी बेल्ट में कामयाबी के नई झंडे गाड़ रही हैं उनसे तो यही लग रहा है कि लोग भी बॉलीवुड से कुछ अलग और बेहतर चाहते हैं.
विवेक के इस ट्वीट को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. कोई उनकी बातों से सहमत है तो कोई उनको कह रहा है कि एक फ़िल्म चल है तो आप ज्ञान दे रहे हैं. कुछ फैंस उनको कह रहे हैं कि सर दिल्ली फ़ाइल्स के बाद एक फ़िल्म बॉलीवुड फ़ाइल्स पर भी बनाइए. कुछ यूज़र्स ये भी कह रहे हैं कि ये सरकारी बंदा है और सरकार इनकी फ़िल्म खुद प्रोमोट करती है, साउथ की फ़िल्म्स खुद पैन इंडिया के साथ बॉलीवुड की मदद के रही हैं… वहीं कुछ ने कहा कि ये तमाम फ़िल्में हिंदुओं पर बनी है, उनसे जुड़ा सच दिखाया गया है जिसके बारे में बॉलीवुड कभी सोच ही नहीं सकता. वो इस तरह के कॉन्सेप्ट पर फ़िल्में नहीं बनाते क्योंकि उनके आका उनको बिस्किट खिलाना बंद कर देंगे.