1988 में बी आर चोपड़ा ने महाभारत महाकाव्य पर शो बनाया जिसने सफलता का इतिहास रच दिया. उसका हर किरदार आज तक ज़ेहन में जीवंत है. आलम ये है कि आज भी लोग उन कलाकारों को उनके अपने नाम की बजाय किरदारों के तौर पर ही ज़्यादा पहचानते हैं. इन्हीं में से एक किरदार था कर्ण का, जिसे पंकज धीर ने निभाया था. कर्ण की भूमिका में पंकज क्या खूब जंचे थे. उनको सबने बेहद पसंद किया.
हालांकि पंकज कई टीवी शोज़ और फ़िल्मों का हिस्सा रहे लेकिन कर्ण के किरदार को लोग अब तक नहीं भुला सके और उनकी सफलता का आलम ये है कि उनके नाम से हरियाणा में कर्णमंदिर बने हैं, जहां उनकी आठ फुट ऊंची प्रतिमा है और रोज़ उनकी पूजा की जाती है.
इसका खुलासा ख़ुद पंकज ने इंटरव्यूज़ में किया है. उन्होंने बताया कि करनाल और बस्तर में दो कर्ण मंदिर बने हैं जहां इनकी आठ फुट ऊंची प्रतिमा की लोग रोज़ पूजा करते हैं. पंकज ने कहा कि वो जब भी वहां जाते हैं तो लोगों का खूब प्यार मिलता है.
इतना ही नहीं, पंकज ने यह भी बताया कि स्कूल में इतिहास की किताबों में भी जहां-जहां कर्ण का ज़िक्र आता है वहां इनकी ही तस्वीर इस्तेमाल की जाती है. पंकज ने कहा कि इस तरह से वो हमेशा के लिए प्रासंगिक हो गए और लोगों के दिलों में बस गए.
हालांकि पंकज को पहले अर्जुन का रोल ऑफर हुआ था लेकिन वो अपनी मूंछे शेव नहीं करना चाहते थे. इसके बाद मेकर्स ने दोबारा पंकज से संपर्क कर उन्हें कर्ण का रोल ऑफर किया जो सदा के लिए अमर हो गया. फ़िलहाल पंकज टीवी शो अजूनी में नज़र आ रहे हैं.