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इन केमिकल्स से बचाएं अपने बच्चों को… (Protect Your Children From These Chemicals)

आज हम जिस युग में और जिस तरह की लाइफस्टाइल जी रहे हैं, उसमें हर चीज़ में केमिकल्स (Chemicals) की भरमार है. ऐसे में बेहद मुश्किल है ख़ुद को और अपने बच्चों (Children) को भी इनसे बचाना, लेकिन कुछ कोशिश करके केमिकल्स से बचा भी जा सकता है और उन्हें हेल्दी व सेफ भी रखा जा सकता है.  How To Protect Your Children केमिकल्स से बचने के लिए ज़रूरी नहीं कि हर चीज़ ऑर्गैनिक ही ख़रीदें: यह संभव भी नहीं कि हर चीज़ ऑर्गैनिक हो, लेकिन आप अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा-सा बदलाव करके केमिकल्स की चपेट से बच सकते हैं. अपने घर को व बच्चों को ज़हरीले तत्वों के संपर्क में आने से बचा सकते हैं. नेचुरल हवा आने दें: खिड़की, दरवाज़ों से जितना संभव हो नेचुरल लाइट व हवा आने दें, ताकि अंदर मौजूद प्रदूषण भी बाहर निकल सके. क्रॉस वेंटिलेशन ज़रूरी है. पर्सनल केयर व क्लीनिंग प्रोडक्ट्स के लेबल्स ज़रूर पढ़ें: ऐसे ब्रान्ड्स लें, जिनमें पैराबेन्स, ऑक्सिबेनज़ोन, पैथालेट्स न हों, क्योंकि ये केमिकल्स एंडोक्राइन सिस्टम में गड़बड़ी पैदा करते हैं. फ्रेग्रेंस फ्री प्रोडक्ट्स बेहतर होते हैं, लेकिन कुछ फ्रेग्रेंसवाले भी ऐसे होते हैं, जो ज़्यादा केमिकल्स यूज़ नहीं करते. एक उपाय यह भी है कि आप घर पर ही केमिकल फ्री सोल्यूशन बनाएं- विनेगर और पानी को समान मात्रा में मिलाएं, साथ ही थोड़ा-सा नींबू का रस भी मिक्स कर लें. फुटवेयर को कमरे के अंदर न लाएं: आपको अंदाज़ा भी नहीं कि आपके जूते-चप्पल न जाने कितने तरह के ज़हरीले केमिकल्स अपने साथ लाते हैं. बेहतर होगा उन्हें घर या कमरे के बाहर ही रखें. प्लास्टिक का इस्तेमाल सीमित कर दें: बच्चों को अक्सर आप खाना-पानी प्लास्टिक के टिफिन व बोतल में देती होंगी. इसके अलावा घर पर भी प्लास्टिक का इस्तेमाल होता ही होगा. बेहतर होगा प्लास्टिक की जगह स्टील या कांच का उपयोग बढ़ा दें. प्लास्टिक को माइक्रोवेव में गर्म न करें, न ही प्लास्टिक के बर्तनों में गर्म खाना परोसें. इसके ज़रिए ज़हरीले केमिकल्स आसानी से शरीर में पहुंच जाते हैं. खिलौनों को समय-समय पर क्लीन करें: खिलौनों को बच्चे मुंह में ले जाते हैं, कभी-कभी रबर के बने खिलौनों को चबाने लगते हैं, इसी तरह प्लास्टिक के खिलौने भी बच्चों के पास होते हैं. बेहतर होगा खिलौनों की क्वालिटी पर ध्यान दें, साथ ही उनकी साफ़-सफ़ाई पर भी. इनके ज़रिए धूल-मिट्टी व कई तरह के केमिकल्स बच्चों के शरीर में पहुंच सकते हैं. यह भी पढ़ेमिशन एडमिशन: पैरेंट्स न करें ये ग़लतियां (Mission Admission- Parents Don’t Make These Mistakes) बच्चों की गतिविधियों पर नज़र रखें: बच्चे खेल-खेल में क्लीनिंग प्रोडक्ट्स व सोल्यूशन्स की तरफ़ चले जाते हैं और यदि आपका ध्यान न हो, तो वो उन्हें मुंह में भी ले जाते हैं. बच्चों की इस तरह की गतिविधियों पर ध्यान दें और इन प्रोडक्ट्स को उनकी पहुंच से दूर रखें. इन प्रोडक्ट्स को ऊपर शेल्व्स में रखें, जहां तक बच्चे पहुंच न पाएं. बच्चों के सामने भी इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें. लापरवाही में इन्हें खुला न छोड़ दें. हाइजीन की आदत डलवाएं: बच्चों को साबुन से हाथ धोने का महत्व व कब-कब हाथ धोना ज़रूरी हैं, यह भी बताएं. इससे वो बहुत-से हानिकारक केमिकल्स से बच सकते हैं.
किस तरह के केमिकल्स किस रूप में हो सकते हैं?
लेड: बच्चों का पालना, घर का पेंट, कुर्सी, पेंटेड टॉयज़ आदि यदि बहुत पुराने हो चुके हैं या पहले के बने व पेंट किए हुए हैं, तो बहुत हद तक संभव है कि इनमें लेड की मौजूदगी हो. इनका इस्तेमाल न करें. रैट पॉयज़न, पेस्टिसाइड्स, स्प्रेज़: इन सबको खुले में न छोड़ें, जो बच्चों के हाथ लग जाएं. न ही इस तरह के ज़हरीले स्प्रेज़ का इस्तेमाल मैट, मैट्रेस, चादर आदि पर करें, जिससे बच्चे प्रभावित हो सकें. बीपीए: यह एक तरह का इंडस्ट्रियल केमिकल होता है, जो कुछ तरह के प्लास्टिक्स बनाने के काम आता है. इस तरह से यह बच्चों तक पहुंच सकता है. मेडिसिन्स: किसी भी तरह की मेडिसिन्स बच्चों की पहुंच से दूर रखें. ग़लती से वो उन्हें खा सकते हैं. मेडिसिन्स में भी कई तरह के ख़तरनाक केमिकल्स होते हैं, इसलिए कोशिश करें कि बच्चों को इनसे दूर रखें. अल्कोहल: बच्चों के सामने पार्टीज़ में या कैज़ुअली भी अल्कोहल का सेवन अवॉइड करें और घर पर अल्कोहल रखते हों, तो कोशिश करें कि बच्चों की पहुंच से दूर हों. फूड एक्स्ट्रैक्ट्स: वेनीला या आल्मंड जैसे फूड एक्स्ट्रैक्ट्स में अल्कोहल हो सकता है, जो बच्चों के लिए काफ़ी हानिकारक हो सकता है. इसी तरह से माउथवॉश भी बच्चों को यूज़ न करने दें, क्योंकि इनमें भी अल्कोहल हो सकता है. कॉस्मैटिक्स और टॉयलेट्रीज़: बच्चे कॉस्मैटिक्स के प्रति बहुत आकर्षित होते हैं, लेकिन आपकी लिपस्टिक से लेकर परफ्यूम, हेयर डाय, आईलाइनर, नेलपॉलिश आदि तक केमिकल्स से भरपूर होते हैं. इसी तरह से शू पॉलिश, टॉयलेट क्लीनर्स, फर्नीचर पॉलिश, डिश क्लीनर्स, फेस वॉश, सोप्स, हैंड सैनिटाइज़र्स आदि में भी काफ़ी केमिकल्स होते हैं, इन्हें बच्चों की पहुंच से दूर ही रखें. ये उनकी सेहत को प्रभावित कर सकते हैं. अनहेल्दी खाना व केमिकल से पके फल/सब्ज़ियां: कैन्ड फूड, प्रिज़र्वेटिव्स से भरपूर फूड, एरिएटेड ड्रिंक्स, नकली पके फल-सब्ज़ियों से भी बच्चों को बचाना ज़रूरी है. बेहतर होगा फल-सब्ज़ियों को अच्छी तरह से धोकर और यदि संभव हो, तो छीलकर खाएं, इससे केमिकल का असर कम होगा.  यह भी पढ़े: बच्चों को यूं रखे जंक फूड से दूर (5 Ways To Keep Your Child Away From Junk Food) कैसे बचाव करें? * घर को पूरी तरह से केमिकल फ्री करना तो संभव नहीं, लेकिन कुछ प्रयास कर सकते हैं. * कभी भी वॉशिंग पाउडर, सोडा, फिनाइल जैसी चीज़ें खाली फूड कंटेनर्स में भरकर न रखें. बच्चा ग़लती से इन्हें खाने की चीज़ समझ सकता है. * बच्चों की गतिविधियों पर नज़र रखें. बहुत ज़्यादा मोबाइल/कंप्यूटर आदि पर न खेलने दें, उनमें से भी केमिकल व हानिकारक वेव्स व रेज़ निकलती हैं. * हेल्दी ईटिंग हैबिट्स और हाइजीन की आदत डालें. टॉयलेट यूज़ करने के बाद, खाना खाने से पहले, खाना खाने के बाद, बाहर से खेलकर आने पर, पब्लिक प्लेस से आने के बाद, डोर के हैंडल्स, लैचेस आदि यूज़ करने के बाद साबुन से हाथ धोने की आदत डलवाएं. रिसर्च बताते हैं कि इन हेल्दी हैबिट्स से बच्चे फ्लू, डायरिया, टायफॉइड व अन्य कई तरह की बीमारियों से काफ़ी हद तक बच सकते हैं व स्कूल में भी उनकी अनुपस्थिति में कमी आने लगती है. * खिलौने ख़रीदते व़क्त ध्यान रखें कि अच्छे ब्रांड के ही लें. सस्ते प्लास्टिक से बने खिलौने अवॉइड करें. बच्चे इन्हें मुंह में डालते हैं, जिससे उन्हें नुक़सान हो सकता है.

- ब्रह्मानंद शर्मा

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