
तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लेखक अभिषेक मकवाना ने आत्महत्या कर ली. हैरान करनेवाली बात यह है कि उनके देहांत को कई दिन हो चुके, पर उसकी असली वजह अब खुलकर सामने आ रही है. अभिषेक ने 27 नवंबर को आत्महत्या की थी. कहा जाता है कि उन्होंने कुछ लोन के ज़रिए पैसे लिए थे, जिसकी वसूली के लिए उन्हें लगातार फोन करके परेशान किया जा रहा था. अभिषेक अपने मुंबई के कांदिवली स्थित घर में पंखे से लटके पाए गए थे.
पुलिस को उनके द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उन्होंने ख़ुदकुशी की वजह कर्ज़ का दबाव और आर्थिक तंगी के रूप में ज़ाहिर किया था.
इसे साइबर क्राइम का भी केस माना जा रहा है.
अभिषेक के देहांत के बाद उनके परिवार को कभी बांग्लादेश से, तो कभी म्यांमार से, तो कभी भारत भर के अलग-अलग जगहों से कर्ज़ के पैसे की वसूली के लिए फोन कॉल्स आ रहे हैं. उन्होंने साइबर फ्रॉड को ज़िम्मेदार माना है. इसकी गहराई तक जाने के बाद यह पता चला कि अभिषेक ने छोटी सी अमाउंट लोन के रूप में ली थी, जिसकी एवज में उन्हें काफ़ी भारी भरकम ब्याज़ आ रहा था. उनके बिना जानकारी के छोटे-छोटे रकम उनके खाते में भी डाले जा रहे थे. जाने अनजाने में यह साइबर क्राइम का मामला हो रहा था. उनके परिवार ने पुलिस को अभिषेक के ईमेल और फोन डिटेल्स दे दिए हैं. पुलिस साइबर क्राइम के नज़रिए से छानबीन कर रही है.
अभिषेक के भाई जिनेस के अनुसार, उन्होंने अपने भाई की ईमेल्स चेक किए थे और उन्हें कई चीज़ों का पता चला. उनका कहना था कि अभिषेक ने ईजी ऐप के ज़रिए छोटा सा लोन लिया था, जबकि उन्हें इसकी एवज में बहुत अधिक ब्याज़ लिया जा रहा था.
देखनेवाली बात यह है कि अभिषेक मकवाना कोई पहले शख़्स नहीं है, जिनके साथ इस तरह की धोखाधड़ी हुई. अभिषेक मानसिक प्रताड़ना बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन्होंने आत्महत्या कर ली. ऐसे हज़ारों केस हुए हैं, पर इस पर कम लोग ध्यान देते हैं. यह ज़रूरी है कि साइबर क्राइम के प्रति कठोर एक्शन लिया जाए.
तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल के लेखकों में से एक अभिषेक मकवाना कर्ज़ के दबाव में वसूली के चलते ज़िन्दगी गंवाना पड़ा. साइबर धोखाधड़ी के कारण किसी प्रतिभाशाली बेहतरीन लेखक का यूं चला जाना बड़े दुख की बात है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए. फिल्म-टीवी इंडस्ट्री से नहीं एक आम लोग भी कई बार इस तरह की अपराध के शिकार होकर फंस रहे है. इस पर कड़ा कानून बनाने की निहायत जरूरत है, ताकि भविष्य में कोई और अभिषेक इस तरह से आत्महत्या ना करें.
