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स्ट्रेस व नेगेटिव एनर्जी दूर करने के लिए अपनायें ये वास्तु टिप्स( Vastu Tips To Remove Stress and Negative Energy From Your House)

कॉम्पटीशन के इस दौर में ख़ुद को बेहतर साबित करने का प्रेशर हर किसी पर रहता है, जिसके चलते तनाव बढ़ना लाज़मी है. तनाव से बचने के लिए निम्न वास्तु टिप्स आपके काम आ सकते हैंः

मानसिक तनाव व दिशाएं


वास्तु के अनुसार, मकान की उत्तर-पूर्व दिशा एवं दक्षिण-पश्‍चिम दिशा घर में रहने वाले सदस्यों की मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है. यदि मकान की उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्‍चिम दिशा की दीवारें बदरंग हो जाएं या उनमें दरारें पड़ जाएं, तो इससे पूरा परिवार मानसिक तनाव का शिकार हो सकता है. अतः इन दीवारों की तुरंत मरम्मत करवाएं.

उत्तर-पूर्व दिशा

वास्तु के अनुसार, ऐसे मकान जिनकी उत्तर-पूर्व दिशा गोलाकार होती है, उनमें रहनेवाले सदस्यों पर मानसिक दबाव निरंतर बना रहता है. यदि आपके मकान का उत्तर-पूर्व भाग गोलाकार है, तो उसमें जल्द से जल्द बदलाव करें, वरना आपका पूरा परिवार मानसिक तनाव की चपेट में आ सकता है.

बेडरूम की दिशा
घर में रहने वाले नौजवान सदस्य या नव विवाहित दंपति का बेडरूम यदि उत्तर-पूर्व दिशा में है, तो इससे न स़िर्फ उन्हें शारीरिक कष्ट होता है, बल्कि उनकी मानसिक स्थिति भी बुरी तरह प्रभावित होती है. अतः परिवार के नौजवान सदस्य या नव विवाहित दंपति का बेडरूम उत्तर-पूर्व दिशा में न बनवाएं.

किचन की दिशा
उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाया गया किचन घर के सदस्यों की मानसिकता पर प्रभाव डालता है, जिससे वे निरंतर तनाव से घिरे रहते हैं. अतः आपका किचन यदि उत्तर-पूर्व दिशा में है, तो उसकी दिशा बदल दें.

टॉयलेट की दिशा
मकान की उत्तर-पूर्व दिशा में बना टॉयलेट परिवार के सदस्यों के मानसिक तनाव का कारण बन सकता है. यदि आपके मकान में टॉयलेट की दिशा उत्तर-पूर्व है, तो उसे तुरंत बदलने की कोशिश करें.

सोने की पोजीशन
दक्षिण दिशा में सिर एवं उत्तर दिशा में पैर करके सोना लाभप्रद होता है. इस तरह सोने से आरामदायक नींद मिलती है और मानसिक दबाव या तनाव की शिकायत भी नहीं रहती, जबकि इसके विपरीत सोने से अच्छी तरह नींद नहीं आती, जिससे मानसिक तनाव बढ़ता है.

नेगेटिव एनर्जी से बचने के लिए वास्तु टिप्स


घर में प्रवेश करती नकारात्मक ऊर्जा न स़िर्फ हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती है, बल्कि हमारी मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करती है. नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए निम्न वास्तु टिप्स ट्राई किए जा सकते हैंः

लकड़ी का दरवाज़ा
नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए लकड़ी के दरवाज़े का चुनाव करें, ये घर को बुरी नज़र से बचाता है.

स्वस्तिक चिह्न
घर को नकारात्मकता एवं बुरी नज़र से बचाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर स्वस्तिक एवं ओम का चिह्न लगाएं. वास्तु के अनुसार ये दोनों चिह्न शुभ एवं लाभप्रद होते हैं.

गुलाल धूप
मकान के हर एक कमरे में गुलाल धूप जलाएं. ऐसा करने से वातावरण में मौजूद दबाव/तनाव कम हो जाता है.

समुद्री नमक
सप्ताह में दो बार पूरे मकान में समुद्री नमक का छिड़काव करें. इससे नकारात्मकता कम होती है.

मंत्रों का उच्चारण
नकारात्मकता दूर करने एवं सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए मंत्रों का उच्चारण या उनसे जुड़ा संगीत सुनना भी लाभप्रद सिद्ध होता है.

योग व ध्यान के माध्यम से भी आप अपने मकान को नकारात्मकता से दूर रख सकते हैं. इसके लिए उचित व शांत जगह पर बैठकर ध्यान करें और महसूस करें कि आपका पूरा मकान नीले रंग के सुरक्षा कवच से घिरा हुआ है.

घोड़े की नाल


घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने के लिए मुख्य द्वार के ठीक ऊपर घोड़े की नाल लगाएं. इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी.

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