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जब मां को डूबने से बचाने के लिए सिर्फ 10 की उम्र में दिव्या दत्ता कूद पड़ी थीं गहरे पानी में, जानें दिल को पिघला देनेवाला ये किस्सा (When 10 Years Old Divya Dutta Saved Her Mother From Drowning, Read The Heart Touching Story Here)

दिव्या दत्ता (Divya Datta) की गिनती आज बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस में की जाती है. भले ही वो सपोर्टिंग रोल्स में नज़र आएं, लेकिन अपनी ज़बरदस्त एक्टिंग से लाइमलाइट चुरा ले जाती हैं. सलमान से लेकर शाहरुख़ तक के साथ कर चुकी और 'वीर जारा', 'उमराव जान' से लेकर 'धाकड़' तक का सफर तय करने वालीं दिव्या दत्ता को इंडस्ट्री में 28 सालों से ज़्यादा समय हो चुका है, लेकिन आज भी उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में लोग बहुत कम सब जानते हैं. शायद उनके फैंस को भी न पता हो कि दिव्या अपनी मां के बेहद करीब थीं, इतनी करीब कि उनको खोने का डर उनकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा डर था, शायद इसीलिए मां को बचाने के लिए सिर्फ 10 साल की उम्र में उन्होंने गहरे पानी में छलांग लगा दी थी.

जब दिव्या महज 7 साल की थीं तभी उनके पिता का निधन हो गया था. इसके बाद दिव्या दत्ता की मां डॉ. नलिनी दत्ता ने अकेले ही उनकी और उनके भाई की परवरिश की. शायद यही वजह थी कि दिव्या अपनी मां के बहुत करीब थीं. वो मां से इतना प्यार करती थीं कि उन्होंने खुद बताया था कि मां को खोने का ख्याल भी उनकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा खौफ था.

ये इंसिडेंस तब का है जब दिव्या महज साल की थीं. एक दिन वह मां नलिनी के साथ दिल्ली में बोटिंग करने गई थीं. दिव्या दत्ता के भाई राहुल भी उनके साथ थे, जो उनसे छोटे हैं. मां राहुल और दिव्या को लेकर दिल्ली के इंडिया गेट गईं. यहां पर बोटिंग का अपना अलग ही मज़ा है. तो उन्होंने बोटिंग करने का फैसला किया. बोटिंग के दौरान मां की नांव चलाने वाले शख्स से बहस हो गई और इसी चक्कर में वह अचानक झील में गिर पड़ी. मां को डूबता देख छोटी दिव्या उन्हें बचाने के लिए तलाब में कूद पड़ी. दूसरे बच्चे होते तो ऐसी परिस्थिति में डर जाते और शायद रोने लग जाते. लेकिन दिव्या दत्ता के मन में उस पल भी यही ख्याल था कि मां को खोना नहीं है. इसलिए उन्होंने आव देखा न ताव और मां के लिए छलांग लगा बैठीं.

बाद में दिव्या घर अपनी मां पर एक किताब लिखी, जिसका शीर्षक था 'मी एंड मां'. इसी किताब में उन्होंने इस घटना का ज़िक्र किया है. ये किताब शबाना आज़मी ने रिलीज़ की थी और इसे रिलीज़ करते हुए उन्होंने किताब का ये चैप्टर पढ़कर सुनाया था. साथ ही दिव्या की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्होंने आजतक इस उम्र में ऐसे किसी बच्चे को रिएक्ट करते नहीं देखा.

अपनी इस किताब में दिव्या दत्ता ने मां पिता और भाई के साथ साथ अपने बचपन लव कई यादें फैंस के साथ शेयर की हैं. साथ ही अपनी लाइफ से जुड़े कुछ अनसुने किस्से भी लिखे हैं जिनसे लोग अंजान हैं.

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