यदि आपके तीन-चार या फिर उससे अधिक बैंक अकाउंट हैं और आप उनमें ट्रांजैक्शन करना बंद कर देते हैं या भविष्य में आपका इरादा उन बैंक अकाउंट को इस्तेमाल करने का नहीं है, तो बेहतर होगा कि उन्हें क्लोज़ कर दिया जाए. लेकिन
बैंक अकाउंट क्लोज़ कराते समय ये ग़लतियां न करें, जो यहां पर बताई जा रही हैं.
जितनी ज़रूरत है, उतने बैंक अकाउंट खोलना तो ठीक है, लेकिन बिना वजह बहुत सारे अकाउंट खोलना आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. क्योंकि हर बैंक अकाउंट को मैनेज करने के लिए उसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना ज़रूरी होता
है, इसलिए बेहतर होगा कि ऐसे बैंक अकाउंट बंद कर दें, जिनका सक्रिय रूप से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. लेकिन बैंक अकाउंट क्लोज़ कराते समय कई बार हम कुछ ऐसी भूल कर बैठते हैं, जिनका खामियाज़ा हमें बाद में भुगतना पड़ सकता हैं,
जैसे-
अकाउंट बंद कराने से पहले महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स को डाउनलोड करना न भूलें जिस अकाउंट को क्लोज़ कराने की सोच रहे हैं, उसे बंद कराने से पहले उसके पासबुक, स्टेटमेंट और ज़रूरी डाक्यूमेंट्स को डाउनलोड कर लें. अगर एक बार
अकाउंट बंद हो गया तो उसे दोबारा एक्सेस नहीं किया जा सकता है.
बैंक लॉकर के रेंट को अकाउंट से अलग करना न भूलें
आजकल अधिकतर लोग बैंक द्वारा दिए जाने वाले लॉकर की सुविधा का इस्तेमाल करते हैं. बैंक इन लॉकर को अलॉट करने के बदले में रेंट वसूल करता है. बैंक लॉकर रेंट वसूल करने के लिए इसे सीधे अकाउंट के साथ लिंक कर देते हैं, ताकि समय पर अकाउंट से लॉकर का रेंट ऑटोमेटिक तरी़के से कट हो जाए. यदि आपने भी बैंक से लॉकर की सुविधा ली है, तो अकाउंट बंद कराते समय लॉकर और उस अकाउंट को अलग कर दें, जिससे आपका लॉकर रेंट जा रहा है.

क्लोज़िंग चार्ज का भुगतान करना न भूलें
यदि आप किसी अकाउंट को बंद कराना चाहते हैं, तो हो सकता है आपको उस बैंक को क्लोज़िंग का चार्ज देना पड़े. हर बैंक का क्लोज़िंग चार्ज अलग-अलग होता है. इसलिए अकाउंट क्लोज़ कराने से पहले इस बारे में बैंक से कंफर्म करना न भूलें. लेकिन यहां पर एक ज़रूरी बात बता दें कि कुछ बैंक अपने ग्राहकों को 14 दिनों का समय देते हैं, बैंक अकाउंट क्लोज़ कराने के लिए और बैंक उस अकाउंट को क्लोज़ करने का कोई चार्ज नहीं लेता है.
बैंक अकाउंट में नेगेटिव बैलेंस रखने की ग़लती करना
बैंक अकाउंट में नेगेटिव बैलेंस रखने का मतलब है कि अकाउंट में बैंक द्वारा तय किए गए मिनिमम बैलेंस से कम राशि का होना. उदाहरण के लिए- यदि किसी बैंक ने सेविंग अकाउंट में 10,000 रुपए मिनिमम बैलेंस रखना निर्धारित किया है,
तो कस्टमर के अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 10,000 रुपए होना चाहिए, अगर कस्टमर के अकाउंट में 10,000 रुपए से कम बैलेंस होता है, तो उसका अकाउंट
नेगेटिव बैलेंस में चला जाता है.
वैसे तो कोई अकाउंट नेगेटिव बैलेंस वाला नहीं होना चाहिए. यदि अकाउंट में मिनिमम बैलेंस है और कस्टमर उस अकाउंट में एक भी ट्रांजैक्शन नहीं करता है, तो वह अकाउंट अपने आप नेगेटिव बैलेंस में चला जाएगा. ऐसी स्थिति में यदि कस्टमर उस बैंक अकाउंट को बंद करवाना चाहता है तो कस्टमर को पहले इसका भुगतान करना होगा. उसके बाद ही वह अकाउंट क्लोज़ करवा सकता है.
कैसे करें बैंक अकाउंट को क्लोज़?
अगर आपका भी कोई अनचाहा बैंक अकाउंट है. तो उसे बंद करना बेहतर है. इन चरणों की मदद से आप अपने बैंक अकाउंट को क्लोज़ कर सकते हैं-
बैंक जाएं: अकाउंट को बंद कराने के लिए आपको अपने बैंक में विज़िट करना होगा. कोई भी बैंक अकाउंट ऑनलाइन क्लोज़ नहीं होता. इसके लिए आपको अपनी होम ब्रांच में जाना पड़ेगा, जहां पर आपका अकाउंट है और बैंक से अकाउंट बंद करने की रिक्वेस्ट करनी पड़ेगी.
अकाउंट क्लोजर फॉर्म: बैंक अपने कस्टमर्स को अकाउंट बंद करने के लिए अकाउंट क्लोज़र फॉर्म देते हैं. कस्टमर्स इस फॉर्म को अपने बैंक की ब्रांच या वेबसाइट से भी निकाल सकते हैं. अगर कस्टमर का जॉइंट अकाउंट है, तो खाता बंद करने के लिए क्लोज़र फॉर्म पर सभी अकाउंट होल्डर्स को हस्ताक्षर करके अपनी सहमति देनी होगी.

फॉर्म में पूरा डिटेल्स भरें: अकाउंट क्लोजर फॉर्म प्राप्त करने के बाद कस्टमर इसमें अपनी पूरी डिटेल्स भरें-
- अकाउंट होल्डर का नाम
- अकाउंट नंबर
- कॉन्टैक्ट नंबर
- अकाउंट होल्डर के हस्ताक्षर
- अकाउंट क्लोज़ करने का कारण
इन डाक्यूमेंट्स को बैंक में जमा कराएं
क्लोज़र फॉर्म भरने के बाद कस्टमर्स को इन डाक्यूमेंट्स को बैंक में जमा करना होगा-
चेक बुक: अकाउंट बंद करते समय बैंक की शाखा में बचे हुए चेक के साथ चेक बुक वापस करें.
पासबुक: पासबुक भी बैंक में जमा कराएं.
डेबिट कार्ड: अकाउंट होल्डर अपना डेबिट कार्ड भी बैंक को वापस करें, जिस कार्ड का इस्तेमाल कस्टमर ने एटीएम से पैसे निकालने के लिए किया है.
आईडी प्रूफ: कुछ बैंक खाता बंद करने से पहले कस्टमर से आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ भी मांगते हैं.
क्ला़ेजर चार्जेज़: कुछ बैंक खाता बंद करने के लिए शुल्क लेते हैं. इसलिए बैंक से इस बारे में पूछ लें.
उपरोक्त बताई गई बातों को ध्यान में रखकर आप अपने बैंक अकाउंट को बंद करा सकते हैं. बिना वजह अवांछित बैंक अकाउंट को रखने से कोई लाभ नहीं है, इसलिए अवांछित बैंक अकाउंट को क्लोज़ करें, क्योंकि ये आपकी फाइनेंशियल
स्थिति के लिए बिलकुल भी उपयोगी नहीं होते हैं.
- पूनम नागेंद्र शर्मा
