कोंकणा सेन शर्मा: कोंकणा का टैलेंट किसी से छिपा नहीं है. उनका हर रोल तारीफ़ तो बटोरता है लेकिन जितना उन्हें काम मिलना चाहिए उतना इंडस्ट्री ने उन्हें दिया नहीं. लाइफ इन ए मेट्रो के लिए तो उन्हें नेशनल अवार्ड तक मिला लेकिन जिसकी वो हक़दार हैं वो मुक़ाम आज तक नहीं मिला.
माही गिल: माही ने जितना भी काम किया अपने हुनर को हर बार साबित किया, चाहे देव डी हो या साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्न उनके काम की काफ़ी सराहना हुई इसके बाद भी उन्हें फेम नहीं मिला.
राधिका आप्टे: ये भले ही बोल्ड सींस के लिए जानी जाती हैं लेकिन उनकी एक्टिंग भी ग़ज़ब की है. राधिका पैरलल सिनेमा के लिए ज़्यादा जानी जाती हैं लेकिन उनमें इतना टैलेंट है कि वो और अधिक काम डिजर्व करती हैं.
शिल्पा शुक्ला: चक दे में भी शिल्पा का किरदार काफ़ी सराहा गया था और उसके बाद फ़िल्म बीए पास में हर किसी ने उनके काम को सराहा, लेकिन इसके बाद भी उन्हें ज़्यादा काम नहीं मिला और एक अच्छी अदाकारा उस सम्मान से वंचित रह गई जिसकी वो हक़दार थी.
दिव्या दत्ता: दिव्या काफ़ी लंबे समय से इंडस्ट्री में हैं लेकिन उनके हुनर को वो मुक़ाम नहीं मिला जो मिलना चाहिए था. दिव्या ने अधिकतर सपोर्टिंग रोल ही किए हैं और सब जानते भी हैं कि वो ग़ज़ब की एक्ट्रेस हैं फिर भी वो उतनी आगे नहीं बढ़ पाईं जितना बढ़ना चाहिए था.
कल्की: बेहतरीन अदाकारा होने के बाद भी कमर्शीयल सिनेमा ने इन्हें अपनाया नहीं. अवार्ड्स तो कल्की को मिले और सराहना भी लेकिन जो सम्मान उन्हें मिलना चाहिए था वो नहीं मिला और ना ही ज़्यादा काम मिला. मार्गरीटा, दैट गर्ल इन यलो बूट्स, देव डी, ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा, एक थी डायन और ये जवानी है दीवानी जैसी फ़िल्मों में कल्की अपने शानदार अभिनय से सबका दिल जीत चुकी थीं लेकिन स्टारडम नहीं मिला.
सुरवीन चावला: ये टीवी इंडस्ट्री में बड़ा नाम है और फ़िल्म इंडस्ट्री में भी इनके काम को काफ़ी सराहना मिली लेकिन काम इनको भी नहीं मिला. पार्च्ड, हेट स्टोरी 2 और अगली जैसी फ़िल्मों में उनके काम को तारीफ़ मिली लेकिन स्टारडम नहीं.
नंदिता दास: मान इंडस्ट्री में इन्होंने खूब नाम कमाया लेकिन इस नाम के बदले वो काम नहीं मिला. नंदिता को सिर्फ़ एक्सपेरिमेंटल सिनेमा का ही हिस्सा माना गया और इनके टैलेंट को वो स्तर नहीं मिला जो मिलना चाहिए था. अर्थ और फायर जैसी फ़िल्मों के अलावा नंदिता ने कई जगह सराहनीय काम किया है. वो जब डारेक्शन में गईं तो वहाँ भी साबित किया कि वो ईंटेलिजेंट हैं और संवेदनशील भी.
संध्या मृदुल: टीवी इंडस्ट्री में इनका काफ़ी नाम है और पेज थ्री जैसी फ़िल्म करने पर इनके टैलेंट को नया रास्ता मिला, पर वो रास्ता ज़्यादा लंबा नहीं निकला और इनका टैलेंट भी काम ना मिलने के कारण दबा रह गया.
अदिति राव हैदरी: बेहद खूबसूरत अदिति क्लासिकल डांस में भी निपुण हैं. इनके पास वो सबकुछ है को टॉप की एक्ट्रेस बनने के लिए ज़रूरी होता है. वज़ीर, मर्डर 3, ये साली ज़िंदगी जैसी फ़िल्मों में इन्होंने अपनी अदाकारी का लोहा भी मनवाया लेकिन ये सब किसी काम ना आया और अदिति को भी वो सम्मान नहीं मिला.