विक्रांत मैसी (Vikrant Massey) पिछले काफी समय से अपनी फिल्म '12वीं फेल' (12th Fail) को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन के बाद हाल ही में ये फिल्म OTT पर रिलीज हुई है. फिल्म लोगों को बेहद पसंद आ रही है. विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) की इस फिल्म की आम लोग ही नहीं, बल्कि सेलेब्स भी खूब तारीफ कर रहे हैं.
इंडस्ट्री के फाइनेस्ट एक्टर्स में से एक विक्रांत लीक से हटकर फिल्में करने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन एक फिल्म उन्होंने ऐसी भी की थी कि खुद डार्क फेज में चले गए थे और उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि उन्हें थेरेपी लेनी पड़ी थी. और ये रिवीलिशन खुद एक्टर ने किया है.
विक्रांत मैसी जिस फिल्म की बात कर रहे थे, वो थी फिल्म थी- ए डेथ इन दि गूंज (A Death in the Gunj), जिसे कोंकणा सेन शर्मा (Konkana Sen Sharma) ने डायरेक्ट किया था. विक्रांत इस फिल्म में लीड रोल में थे. इस फिल्म में काम करना विक्रांत के लिए अलग ही एक्सपीरियंस रहा. उन्होंने बताया कि इस फिल्म में काम करने के बाद वो एक अलग ही जोन में चले गए थे, जो उनके लिए बेहद अनकम्फर्टेबल था. "इस फिल्म के बाद मुझे सच में थेरेपी लेनी पड़ी थी. मुझे हर वक्त किसी से बात करने की जरूरत लगती थी. लेकिन मैं अपने फैमिली मेंबर से ये बातें नहीं कर सकता था, वरना मेरी हालत देखकर उन्हें हद से ज्यादा टेंशन हो जाती. इसलिए बहुत मुश्किल हो गई थी. डेथ इन द गूंज बहुत डार्क फिल्म थी. इस फिल्म ने मुझे एक अंधेरे कोने में ढकेल दिया था."
इसके अलावा '12वीं फेल' (12th Fail) के दौरान भी विक्रांत के साथ ऐसा ही कुछ हुआ था, जिसका ज़िक्र डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा ने किया था. उन्होंने बताया था कि फिल्म के एक सीन की शूटिंग के दौरान विक्रांत खूब रोए थे. "फिल्म का एक सीन था, जहां विक्रांत के किरदार मनोज का ब्रेकडाउन होता है वो खूब रोता है. इस सीन की शूटिंग चल रही थी. मैंने कट बोल दिया था. लेकिन इसके बावजूद विक्रांत रोता ही रहा था, वो अपने इमोशन पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था."