गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनके कारण उन्हें कई समस्याएं भी होती हैं. ऐसे में घरेलू उपाय बहुत काम आते हैं. यहां पर हम आपको बता रहे हैं गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) की 6 समस्याएं और उनके घरेलू उपाय.
1) गर्भावस्था में उल्टी
- सुबह उठकर मुंह धोकर हल्के कुनकुने पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर खाली पेट कुछ दिनों तक पीएं. इससे उल्टी बंद हो जाएगी.
- गर्मी का मौसम हो तो बर्फ के पानी का सेवन करने से लाभ होता है.
- संतरे, मौसंबी का रस व नारियल पानी भी बहुत फ़ायदेमंद होता है.
- गर्भवती स्त्री के पेट पर पानी की पट्टी रखने से भी उल्टी से आराम मिलता है.
- गुलकंद और शक्कर बराबर मात्रा में मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करने से भी आराम मिलता है.
- अनार के दानों का रस थोड़ा-थोड़ा करके चूसने से भी उल्टी में बहुत लाभ होता है.
2) बार-बार पेशाब आने पर
- तीन आंवलों का रस निकालकर उसमें पानी मिलाकर सुबह-शाम पीने से लाभ होता है.
- बार-बार पेशाब होने की शिकायत होने पर 50 ग्राम भुने हुए चने खाकर ऊपर से थोड़ा-सा गुड़ खाएं. ऐसा 10 दिन तक नियमित करें.
- दिन में दो बार छुहारा खाएं और रात को छुहारा खाकर दूध पीएं.
- अनार के छिलकों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लेें. 5 ग्राम की मात्रा में इस चूर्ण को सुबह पानी के साथ लेने से लाभ होता है.
3) खाने के प्रति अरुचि
- धनिया, काला जीरा, सोंठ और सेंधा नमक- प्रत्येक बराबर मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बना लें. 2-2 ग्राम चूर्ण दिन में 3-4 बार लेने से भूख लगती है औैर भोजन में रुचि पैदा होती है.
- जामुन का सिरका पीएं. सिरके के नियमित प्रयोग से भूख बढ़ती है.
- हरी धनिया, टमाटर, काग़ज़ी नींबू, हरी मिर्च, काला नमक, अदरक का सलाद या चटनी बनाकर खाएं. इससे भोजन में रुचि उत्पन्न होगी.
- सभी प्रकार के खट्टे फलों या उनके रस को पानी में मिलाकर पीने से खाने के प्रति रुचि पैदा कर देता है.
4) खून की कमी
- सुबह-शाम दूध के साथ 1-1 नग आंवले का मुरब्बा खाने से ख़ून की कमी दूर हो जाती है.
- अंजीर को दूध में उबालें. फिर उसे खाकर दूध पीएं. इससे ख़ून की कमी दूर होती है और शक्ति में वृद्धि होती है.
- रोज़ाना 5-10 खजूर खाकर ऊपर से एक कप गर्म दूध पीने से थोड़े ही दिनों में शरीर में नया ख़ून बनता है.
- गाजर का रस और चुकंदर का रस मिलाकर पीना बहुत फ़ायदेमंद होता है.
- रोज़ाना एक ग्लास टमाटर का रस पीने से खून की कमी दूर होती है.
- बथुआ के साग का सेवन भी बहुत उपयोगी है. इससे खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है.
- गाजर का सलाद या फिर गाजर का मुरब्बा भी लाभकारी है.
5) गर्भावस्था में गैस
- 1-1 नग आंवले का मुरब्बा सुबह-शाम खाकर दूध पीएं. इससे गैस और अम्लपित्त की शिकायत दूर हो जाती है.
- भोजन से 15 मिनट पहले अजवायन का आधा चम्मच चूर्ण व थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर सेवन करें और भोजन के 15 मिनट बाद भी यही नुस्ख़ा प्रयोग करें.
- गैस की शिकायत होने पर एक कप पानी में आधे नींबू का रस डालकर थोड़ी-सी सौंफ का चूर्ण व काला नमक मिलाकर कुछ दिनों तक नियमित सेवन करें.
- ककड़ी, मूली, गाजर, टमाटर, पालक के सलाद में अदरक के बारीक टुकड़े काटकर उस पर नींबू निचोड़कर रोज़ाना सेवन करने से गर्भवती को गैस की शिकायत नहीं होगी और न ही कब्ज़ होगा.
- 20 ग्राम सेेंधा नमक और 50 ग्राम चीनी को एक साथ पीसकर रख लें. खाना खाने के बाद रोज़ाना आधा चम्मच इसे खाने से गैस की शिकायत नहीं होती.
6) पैरों में सूजन
- अनन्नास को छीलकर उसको गोल-गोल टुकड़ों में काट लें. उस पर काली मिर्च का चूर्ण और काला नमक बुरककर खाने से लाभ होता है. इससे मूत्र में वृद्धि होती है, जिससे सूजन कम हो जाती है.
- गर्भावस्था में पैरों की सूजन में काले जीरे के काढ़े से पैरों को धोना चाहिए.
- अजवायन का बारीक चूर्ण पैरों में धीरे-धीरे मलें.
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