
पंचतंत्र की कहानी: शेर और सियार (Panchtantra Ki Kahani: The Lion And The Jackal)
वर्षों पहले घने जंगलों में एक बलिष्ठ शेर रहा करता था. वो रोज़ शिकार करके अपना पेट भरता था. एक दिन वह एक भैंसे का शिकार और भक्षण कर अपनी गुफा को लौट रहा था कि तभी रास्ते में उसे एक मरियल-सा सियार मिला. सियार ने उसे लेटकर दण्डवत् प्रणाम किया. शेर बड़ा हैरान हुआ. जब शेर ने उससे ऐसा करने का कारण पूछा तो उसने कहा, “आप राजा हैं और बहुत ही बलशाली हैं. मैं आपका सेवक बनना चाहता हूं, कुपया मुझे आप अपनी शरण में ले लें. मैं आपकी सेवा करूंगा और आपके द्वारा छोड़े गये शिकार से अपना गुजर-बसर कर लूंगा.'


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