कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में कई सितारे इस घातक वायरस की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना से देश में हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं और हर किसी के मन में इस महामारी को लेकर दहशत घर करने लगी है, इसके साथ ही अपनों को खोने का डर भी सताने लगा है. इसी तरह के दर्द का सामना कर चुकी हैं टीवी की मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह, जिसका खुलासा खुद भारती ने 'डांस दीवाने 3' के सेट पर किया है.
इस हफ्ते 'डांस दीवाने 3' ने बॉलीवुड एक्टर और गरीबों के मसीहा सोनू सूद का स्वागत किया है. शो में कंटेस्टेंट्स ने कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान जाहिर किया है. इसके साथ ही कोविड-19 के कारण संकट में पड़े लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए सोनू सूद को भी खास अंदाज़ में धन्यवाद दिया गया.
कलर्स टीवी द्वारा शेयर किए गए नए प्रोमों में शो की होस्ट भारती को सेट पर इमोशनल होते हुए देखा जा सकता है. दरअसल, भारती को इस बात का डर सता रहा था कि कोविड-19 के कारण उनकी मां की मौत हो जाएगी. बता दें कि 'डांस दीवाने 3' के होस्ट राघव जुयाल के कोरोना संक्रमित होने की वजह से भारती और हर्ष लिंबाचिया इस शो को होस्ट कर रहे हैं.
कलर्स टीवी द्वारा शेयर किए गए नए प्रोमो में भारती सिंह की आंखों से आंसू छलकते हुए नज़र आ रहे हैं. इमोशनल होते हुए भारती कहती हैं कि ये कोरोना इतना रुला रहा है, इतनी जानें ले रहा है. मेरी खुद की मम्मी को कोविड हो गया था. मम्मी का फोन आता था कि सामने एक अंकल हैं उनकी डेथ हो गई. मम्मी रोती थी. मुझे यह डर लग रहा था कि मुझे तो यह फोन नहीं आएगा ना. इतना ज्यादा तोड़ दिया है कोरोना ने.
भारती सिंह की बातों को सुनकर सोनू सूद और नोरा फतेही की आंखों से भी आंसू निकल पड़ते हैं. इस प्रोमों के साथ कलर्स टीवी ने कैप्शन लिखा है- 'इस मुश्किल घड़ी में, चुनौतियों का सामना करते हुए, हम सब खड़ें हैं एक-दूसरे के साथ. घर रहिए, सेफ रहिए.' इससे पहले सामने आए एक प्रोमों में हमने शो के कंटेस्टेंट्स को पुलिस और डॉक्टरों को विशेष श्रद्धांजिल अर्पित करते हुए देखा गया था.
दरअसल, पिछले साल कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद लोगों की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने हजारों प्रवासी मजदूरों की उनके घरों तक पहुंचने में मदद की. कोरोना संकट के दौर में निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करके सोनू सूद मसीहा कहलाए.
पिछले साल की तरह इस साल भी सोनू सूद ज़रूरतमंदों की लगातार मदद कर रहे हैं और इंसानियत की मिसाल पेश कर रहे हैं. आपको बता दें कि 17 अप्रैल को सोनू सूद ने भी कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था, जिसके बाद उन्होंने खुद को क्वारंटीन कर लिया और महज एक हफ्ते में वे कोरोना को मात देने में कामयाब रहे.