मैं 38 वर्षीया महिला हूं और मेरी 8 साल की एक बेटी भी है. पिछले 7-8 महीने से मेरे पीरियड्स नहीं आ रहे हैं. डॉक्टर ने मेरा ब्लड टेस्ट करवाया, ताकि प्रीमैच्योर ओवेरियन फेलियर की जांच हो सके. उनके मुताबिक मुझे मेनोपॉज़ हो गया है, पर क्या 38 साल की उम्र में भी मेनोपॉज़ हो सकता है?
- जया राजपूत, आगरा.
40 साल के पहले अगर किसी महिला को मेनोपॉज़ होता है, तो उसे प्रीमैच्योर ओवेरियन फेलियर कहते हैं. इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे- आनुवांशिक, कीमो थेरेपी, रेडियो थेरेपी, धूम्रपान आदि. दरअसल, ब्लड टेस्ट की रिपोटर्र् देखने के बाद ही आपकी डॉक्टर ने प्रीमैच्योर ओवेरियन फेलियर की बात कंफर्म की है. चूंकि आपको जल्दी मेनोपॉज़ हुआ है, इसलिए आपको अपने डायट का ख़ास ख़्याल रखना होगा. विटामिन डी और कैल्शियम टैबलेट्स के साथ-साथ एक्सरसाइज़ पर भी विशेष ध्यान दें.
मैं 31 वर्षीया महिला हूं और मेरी दाहिनी छाती में एक गांठ है. डायग्नॉसिस के लिए डॉक्टर ने मैमोग्राफी की बजाय अल्ट्रासोनोग्राफी करवाई. सही नतीजे पर पहुंचने के लिए बायोप्सी भी करवाई, जिसमें पता चला कि मुझे फाइब्रोइडोनोमा है. डॉक्टर ने मुझे कुछ भी न करने की सलाह दी है. क्या यह सही है?
- मेघा वर्मा, लुधियाना.
यह बहुत अच्छी बात है कि आपने बायोप्सी करवा ली है और रिपोर्ट में महज़ फाइब्रोइडोनोमा पाया गया है. इस उम्र में यह बहुत-सी महिलाओं को होता है, इसमें घबरानेवाली कोई बात नहीं. आपको मैमोग्राफी की बजाय अल्ट्रासोनोग्राफी कराने के लिए इसलिए कहा गया, क्योंकि आप 35 साल से कम उम्र की हैं. कम उम्र में मैमोग्राफी की बजाय सोनोग्राफी से ज़्यादा अच्छी तरह से जांच होती है और इसमें रेडिएशन का असर भी कम होता है, इसलिए डॉक्टर ने यह टेस्ट करवाया. एक बात का ख़ास ख़्याल रखें कि महीने में एक बार सेल्फ एक्ज़ामिनेशन ज़रूर करें. यह भी पढ़ें: कंडोम के इस्तेमाल से प्राइवेट पार्ट में खुजली व जलन क्यों होती है? यह भी पढ़ें: पर्सनल प्रॉब्लम्स: गर्भधारण नहीं कर पा रही हूं, क्या मुझमें कोई प्रॉब्लम है?
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