आज का दिन देश के लिए बहुत खास है. आज सवेरे-सवेरे इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Indian Air Force Group Captain Shubhanshu Shukla) ने Axiom-4 स्पेस मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की तरफ से उड़ान भरकर देश का नाम रोशन कर दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि शुभांशु शुक्ला दूसरे ऐसे भारतीय हैं जो राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) के बाद स्पेस स्टेशन गए हैं.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को साल 2024 में आई ऋतिक रोशन की फिल्म फाइटर का पॉपुलर सॉन्ग 'वंदे मातरम' बहुत पसंद है. बता दें कि फिल्म 'फाइटर' इंडियन एयरफोर्स और देशभक्ति की भावना से सराबोर फिल्म है. और शुभांशु शुक्ला ने अपने फेवरेट सॉन्ग वंदे मातरम को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 39-A की तरफ जाते हुए सुना था, ताकि वे अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान के लिए फाल्कन-9 रॉकेट पर सवार हो सकें.

'वंदे मातरम’ गाने के बोल तन-मन में देशभक्ति का जज्बा जगा देते हैं. गाने के बोल- वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, ख्वाब नहीं, एक जश्न है भारत, रग-रग में है जीत की आदत, ऐसा हुनर दुश्मन भी सलामी दे. इस सॉन्ग को विशाल ददलानी और कई सिंगर्स ने गाया और इस सॉन्ग के ओरिजनल बोल बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखे गए हैं, जबकि कुमार द्वारा रीमिक्स बोल हैं.

लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि नासा की ये बहुत पुरानी परंपरा है जब अंतरिक्ष यात्री अपने मिशन पर जाने के लिए लॉन्च पैड की तरफ जाते हैं तो पहले अपनी फैमिली को गुडबाय कहते हैं फिर अपना फेवरेट म्यूजिक/ सॉन्ग सुनते हुए लॉन्च पैड की तरफ जाते हैं.

रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा माना गया है कि अंतरिक्ष यात्री अपने आप को रिलैक्स और फोकस करने के लिए रॉकेट में लॉन्चिंग से पहले म्यूजिक बजाते हैं. म्यूजिक तनाव को नियंत्रित करने का एक शक्तिशाली उपकरण साबित हो सकता है, वो भी ऐसे स्पेस ट्रैवल के हाई प्रेशर वाले वातावरण में. ये एक ऐसा तरीका है अर्थ से और अपनों से जुड़ने का. साथ ही प्रेरणा का भी जरिया है