- डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत डिजिटल लॉकर वेबसाइट और ऐप को रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवेज़ मिनिस्ट्री से जोड़ा गया है.
- डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस और वेहिकल रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट नागरिकों के मोबाइल फोन पर डिजिलॉकर मोबाइल ऐप के ज़रिए उपलब्ध होंगे और इसके ज़रिए ट्रैफिक पुलिस जैसी एजेंसियां वेरिफिकेशन कर सकेंगी.
- इनका इस्तेमाल एयरपोर्ट्स पर पहचान के वैध सबूत के तौर पर भी किया जा सकेगा.
- डिजी लॉकर भारत सरकार द्वारा फरवरी, 2015 से जारी डिजिटल स्टोर है.
- यह एक पर्सनल डिजिटल स्टोर है, जहां आप अपने ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स सेव करके रख सकते हैं.
- इसमें नागरिकों को कुल 1 जीबी का स्टोरेज स्पेस मिलता है, जिसे उनके आधार कार्ड से जोड़ा जाता है.
- आजकल आपको आधार नंबर देने की भी ज़रूरत नहीं पड़ती, बस मोबाइल नंबर के ज़रिए आप यहां रजिस्टर हो सकते हैं.
- आप अपने यूनिवर्सिटी सर्टिफिकेट्स, पासपोर्ट, मार्कशीट्स, इन्कम टैक्स स्टेटमेंट्स, पैनकार्ड और वोटर आई कार्ड की स्कैन्ड कॉपीज़ को अपलोड करके सेव कर सकते हैं.
- इसमें ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स को ई-साइन करने की सुविधा भी दी गई है.
- डिजिटल इंडिया के तहत भारत सरकार की यह मुहिम फिज़िकल पेपरवर्क को कम करने के साथ-साथ सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ाने की भी है.
- इससे कुछ हद तक भ्रष्टाचार पर लगाम भी लगेगी.
- इसकी वेबसाइट https://digitallocker.gov.in पर जाकर भी आप इन सहूलियतों का फ़ायदा उठा सकते हैं या फिर गूगल प्लेस्टोर में जाकर DigiLocker ऐप डाउनलोड करें.
- दिनेश सिंह
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