अरे, रुकिए कहीं आप इसे जादू-टोना और तंत्र-मंत्र से जुड़ा हुआ सेक्स तो नहीं समझ रहें. अगर ऐसा है तो आप ग़लत हैं. दरअसल, तंत्र एक संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ है एकमेव होना. यह सेक्स कोई नया नहीं है, बल्कि इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है. कहा जाता है कि पहले हिंदू और बौद्ध धर्म में ध्यान लगाने वाले योग गुरु इसे सिखाते थे. यह तांत्रिक सेक्स आध्यात्मिक सुख के लिए किया जाता था. अगर आप इसे ट्राई करने में संकोच कर रहे हैं, तो जान लीजिए कि तांत्रिक सेक्स वास्तव में आपके रिश्ते के लिए अच्छा हो सकता है. आइए जानें कैसे.
क्या है तांत्रिक सेक्स?
- दरअसल, यह यौन क्रिया का वह रूप है, जो काफ़ी धीरे-धीरेे होता है. फिर इसमें अंतरंगता बढ़ती है और यही अंतरंगता ऑर्गेज़म तक ले जाती है. इस बात को कुछ इस तरह से भी समझा जा सकता है कि आप अपने साथी के साथ इंटिमेसी के लिए योग का सहारा लेते हैं. यह योग ही दोनों को अंत में उत्तेजित करते हुए सेक्स की ओर ले जाता है और एक पावरफुल ऑर्गेज़म तक पहुंचाता है.
- हालांकि ऑर्गेज़म पाना भी इसकी प्राथमिकता नहीं है, बल्कि इसमें व्यक्तिगत रिश्ते को मज़बूत बनाने के लिए एक-दूसरे को गहराई से जानने और आनंददायक मज़बूत रिश्ता बनाने पर ज़ोर दिया जाता है.
- अगर आप भी इसी तरह अपनी सेक्स लाइफ में नई एनर्जी लाना चाहते हैं और अपने प्यार की गहराई के लिए कुछ नया ट्राई करने में इंटरेस्टेड हैं, तो यह तांत्रिक सेक्स आपके लिए ही बना है.
- यहां मायने रखता है कि आप दोनों एक-दूसरे में गुम हो जाएं. आप दोनों का एक-दूसरे के प्रति प्यार और साथ साफ़ नज़र आए. इसके लिए आप एक-दूसरे के साथ हंसी मज़ाक, फ्लर्टिंग करते हुए मसाज और फोरप्ले तक पहुंच जाएं.
यह भी पढ़ें: ग़ुस्सैल और चिड़चिड़े पार्टनर को कैसे करें डील? (How To Deal With An Angry And Irritable Partner?)
- यहां आपको सिर्फ शारीरिक ही नहीं, मानसिक संतुष्टि भी मिले. यह सेक्स इतना रूहानी होता है कि जब आप किसी के इतने क़रीब हों कि दो लोगों की सांसें एक लय में चलने लगें, दोनों को एक-दूसरे का स्पर्श और साथ इतना सुकून देने लगे कि दोनों उस एहसास से बाहर ही ना निकलना चाहें, तो इसका मतलब है कि आप पूरी तरह से तांत्रिक सेक्स की गिरफ़्त में हैं.
कैसे होता है तांत्रिक सेक्स?
तंत्र का एक उद्देश्य है पवित्रता
तंत्र का एक उद्देश्य ये भी होता है कि आप आपके साथी में मौजूद ईश्वर से साक्षात्कार करें. प्राचीन वेदों के अनुसार पुरुष को भगवान शिव तथा नारी को देवी पार्वती माना जाता है. यही कारण है कि भगवान शिव और पार्वती की पूजा शिवलिंग के रूप में की जाती है. इस बात को स्वीकार कर अपने साथी को संपूर्ण आदर दें और इसी भावना के साथ काम क्रिया को आगे बढ़ाएं.

यहां आप सिर्फ़ एक एनर्जी होते हैं
यहां आप अपने साथी के साथ अपने प्रेम के क्षणों में लीन हो सकते हैं. इसके लिए धीरे-धीरे एक-दूसरे को स्पर्श करें और एक-दूसरे की एनर्जी को प्रवाहित होने दें. इसमें कोई समय का बंधन नहीं होता. जब आपको लगे कि आप तैयार हैं, आप आगे बढ़ सकते हैं. वैदिक शास्त्रों के अनुसार, तंत्र सेक्स के दौरान आप और आपका साथी, स्त्री या पुरुष ना होकर बस एक एनर्जी स्त्रोत होते हैं और उस एनर्जी का प्रवेश एक-दूसरे में होता हैं. ठीक उसी तरह जिस प्रकार शिव और पार्वती शिवलिंग में एकाकार हैं.
तांत्रिक सेक्स के लिए माहौल बनाएं
- सबसे पहले अपने रूम का माहौल बनाएं. वहां कुछ ख़ुशबूदार कैंडल जलाएं. हल्की रौशनी रखें. फूलों से सजाएं. रोमांटिक म्यूज़िक रखें.
- तांत्रिक सेक्स केवल सेक्स पर ही फोकस नहीं करता, इसलिए एक-दूसरे के क़रीब आकर पहले अपने मन को योग से शांत करें. अपने शरीर को ढीला छोड़ें. अपने पूरे शरीर के सिस्टम को अनब्लॉक कर दें. मन से एक-दूसरे से कनेक्ट करें.
- आप इस सेक्स की शुरुआत सोफे पर या ज़मीन पर भी कर सकते हैं. ऐसा करना गहरे संबंध और प्रेम पूर्ण सेक्स के लिए ज़रूरी है.
- तांत्रिक सेक्स करते हुए एक-दूसरे की आंखों में देखें. बिना पलक झपकाएं एक-दूसरे की आंखों में डूब जाएं. आंखों ही आंखों में बात करें.
- एक दूसरे के क़रीब बैठें. आप दोनों एक साथ सांस लेने और छोड़ने की प्रैक्टिस करें. अपनी सांसों को एक-दूसरे की टाइमिंग के अनुसार सेट करने की कोशिश करें.
- आपके और उनके हाथों के बीच दो इंच की दूरी हो. उनके शरीर से निकली हुई एनर्जी को आप स्वीकार करें. फिर आप दोनों इस एनर्जी का आदान-प्रदान करें. योग की एनर्जी की क्षमता से दिमाग़ पर नियंत्रण बनाएं. इसके बाद सेक्सुुअल गतिविधियों की शुरुआत करें.
- आप दोनों एक-दूसरे को अपनी पसंद-नापसंद बताएं. जब पार्टनर आपको छूते हैं, तो आपको कैसा लगता है या उस समय आप क्या महसूस करते हैं. अपने पार्टनर से अपनी फीलिंग्स शेयर करें. पार्टनर से भी अपनी फीलिंग्स शेयर करने के लिए कहें. इससे आप दोनों के मन मिलेंगे.
- इसके बाद खो जाएं अपने साथी की बांहों में. एक-दूसरे को स्पर्श करें, किस करें, प्यार से देखें. महसूस करें आप दोनों अलग-अलग नहीं एक ही हैं. ये सब काफ़ी धीरे-धीरे करें. अपने साथी के शरीर के हर अंग को अच्छी तरह एक्सप्लोर करें. अपने साथी के हाथ, पैर, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों की मालिश करें.
- एक-दूसरे के चेस्ट के बीच मसाज करें. ऐसा करने से आप साथी के दिल से सीधा संपर्क कर पाएंगे और आप दोनों के बीच बहुत ही कोमल भावनाएं उत्पन्न होगी.
- इसके बाद किस करना शुरू करें. लेकिन ऐसा करते समय भी पूरा ध्यान केन्द्रित करें. एक-दूसरे के गले लगें. इससे शरीर की गर्माहट एक-दूसरे में ट्रांसफर होगी.
- अब दुनिया से दूर होकर बस एक-दूसरे में खोने की कोशिश करें. अपने साथी की इच्छानुसार जिस भी तरी़के से चाहें सेक्स करने की शुरुआत करें. पर याद रखें कि इस सेक्स में तन ही नहीं, मन भी पूरी तरह एक दूसरे में समा जाने चाहिए.
तांत्रिक सेक्स के फ़ायदे
+ तांत्रिक सेक्स आपको, स्वयं को और आपके शरीर को जानने व समझने में मदद करता है. साथ ही आप अपने जीवनसाथी को अच्छी तरह से समझ भी पाते हैं.
+ जो लोग कुछ नया करने और जानने के लिए तत्पर होते हैं, उनके लिए ये एक अनोखा अनुभव हो सकता है.
+ अपने अंतरंग जीवन में आप नई एनर्जी का आगमन महसूस करते हैं.
+ काम क्रिया का लंबे समय तक चलना, जिसके फलस्वरूप आपको अपने साथी के साथ ज़्यादा समय मिलता है.
+ जब आप तांत्रिक सेक्स को फॉलो करते हैं, तो आप और आपका साथी शारीरिक रूप से जागरूक और आध्यात्मिक रूप से कनेक्टेड होना सीखते हैं. आप एक दूसरे में एनर्जी का संचार करते हैं, जो आपके सेक्स करने के बाद भी अच्छी तरह से बढ़ता रहता है.
+ तांत्रिक सेक्स के दौरान अंतःस्रावी ग्रंथियां अधिक सेरोटोनिन और टेस्टोस्टेरोन रिलीज करती हैं.
यह भी पढ़ें: कैसे करें मैरिड लाइफ को रिचार्ज़? (How To Recharge Married Life?)
- तंत्र केवल आपको मन व शरीर पर फोकस करने में ही मदद नहीं करता, बल्कि यह आपके और आपके पार्टनर के बीच गहरा और सामंजस्यपूर्ण बंधन बनाने में भी सहायता करता है. जब आप तंत्र की प्रैक्टिस करते हैं तो आप और आपके पार्टनर शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से कैसे एकाकार हों, इसके बारे में सीखते हैं. एक-दूसरे की एनर्जी फीड करते हैं, जो तांत्रिक सेक्स करने के बाद भी अच्छे तरी़के से बढ़ती है.
- इसका अभ्यास करने से आप दोनों अपने व्यक्तित्व के सभी पहलुओं का पता लगा पाते हैं, जिससे आप अपने पार्टनर को अंदर और बाहर दोनों तरह से जानना शुरू करते हैं.
- शिखा जैन
