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ऐसे करें परीक्षा की तैयारी (Exam Preparation- 23 Study Tips)

Exam Preparation- 23 Study Tips मार्च का महीना होता है कई सारी परीक्षाओं का. बच्चे जहां किताबों को खंगालने में लगे रहते हैं, वहीं माता-पिता पुरज़ोर कोशिश कर रहे होते हैं कि वे अपने बच्चों की हर मुमकिन मदद कर सकें, क्योंकि यह समय सालभर मिले ज्ञान को कसौटी पर परखने का होता है. बच्चों के भीतर से परीक्षा का डर निकालने और परीक्षा की स्ट्रेस फ्री तैयारी कराने के लिए किन-किन बातों का रखें ख़ास ख़्याल, आइए जानते हैं. परीक्षा के समय विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए, वहीं माता-पिता को अपने बच्चों का आत्मविश्‍वास बढ़ाना चाहिए. न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. निमरजीत कौर बताती हैं कि वैसे तो बच्चों के खानपान का ध्यान हमेशा ही रखना चाहिए, पर परीक्षा के दौरान अगर बच्चों के खाने में कुछ स्मार्ट न्यूट्रीयंट्स शामिल किए जाएं, तो उनमें ऊर्जा और मानसिक शक्ति की कमी नहीं होगी. वहीं एक निजी स्कूल की को-ऑर्डिनेटर के. सविथा बताती हैं कि इस समय बच्चों को सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है सहयोग की. इस समय शिक्षकों का यह कर्त्तव्य है कि बच्चों की परीक्षा से जुड़ी छोटी-सी-छोटी उलझन को सुलझाएं. उन्हें बोर्ड परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी दें. परीक्षा की तैयारी कभी भी एक-दो दिन में नहीं होती, इसके लिए निरंतर अभ्यास करना बहुत ज़रूरी है. अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो छात्रों को मदद मिलेगी. पढ़ाई को पर्याप्त समय दें यह बहुत ही पुराना नुस्ख़ा ज़रूर है, पर हमेशा कारगर रहा है. किसी भी चीज़ को सीखकर उसे याद रखना एक दिन का काम नहीं है. रोज़ थोड़ा-थोड़ा पढ़ने से परीक्षा के दिनों में आप पढ़ाई के अतिरिक्त भार से मुक्त रहते हैं. इसका अर्थ यह है कि पढ़ाई की शुरुआत तब हो जब परीक्षा में काफ़ी समय बचा हो.इसके लिए टाइम टेबल बनाना सबसे अच्छा सुझाव है, पर याद रखें, टाइम टेबल आपकी अपनी ज़रूरत के हिसाब से हो, किसी और के टाइम टेबल की नकल ना करें. पढ़ाई के लिए हो खुली जगह आप पढ़ने के लिए किस स्थान पर बैठते हैं, इसका आपकी पढ़ाई पर बहुत असर पड़ता है. पढ़ाई की जगह खुली, खाली और उजाले से भरपूर होनी चाहिए. पढ़ाई की मेज़ पर स़िर्फ ज़रूरत का ही सामान हो. अगर पढ़ने का कमरा या मेज़ फैला हुआ होगा, तो दिमाग़ पढ़ाई में नहीं लग पाएगा. इसके अलावा बैठने की कुर्सी आरामदायक होनी चाहिए. कुछ बच्चों को पढ़ने के लिए शांति चाहिए होती है, वहीं कुछ को पढ़ाई करते समय संगीत सुनने की आदत होती है. आप कैसे पढ़ना पसंद करते हैं, उसका चुनाव करें और ख़ुद के लिए वैसा माहौल बनाएं. लिखकर करें पढ़ाई जब पढ़ाई शुरू करें, तो जितना हो सके, चीज़ों को चित्रों या चार्ट के रूप में लिखकर रखें. मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि इस तरह पढ़ी हुई चीज़ें अच्छे से और लंबे समय तक याद रहती हैं. परीक्षा के कुछ दिन पहले रिवीज़न करने के लिए एक पेपर पर महत्वपूर्ण टॉपिक्स का एक फ्लो चार्ट बना लें. इससे आप कम समय में सभी चीज़ें एक साथ पढ़ लेंगे. इससे बोरियत भी नहीं होती. यह भी पढ़े: एग्ज़ाम के समय क्या करें पैरेंट्स? दूसरों को पढ़ाएं यह बड़ा ही मज़ेदार तरीक़ा है पढ़ाई करने का. जब परीक्षा नज़दीक हो, तब आपने जो भी पढ़ा है, वह किसी को भी बिना देखे समझाएं. आप चाहें तो अपने किसी दोस्त या माता-पिता की भी मदद ले सकते हैं. ऐसा करने से आपको सब कुछ साफ़-साफ़ समझ में आ जाएगा और यह भी पता चलेगा कि कहां आपको ज़्यादा मेहनत करने की ज़रूरत है. दोस्तों के साथ पढ़ाई अगर आपका ध्येय आपके सामने साफ़ है और अगर आपका ध्यान पढ़ाई से ना भटके, तो यह एक अच्छा तरीक़ा है पढ़ने का. इससे आप एक-दूसरे की मुश्किलें भी हल कर सकते हैं और पढ़ाई भी अधिक रुचिकर हो जाती है, पर हां, ग्रुप स्टडी के नाम पर पढ़ाई का समय बर्बाद करना ग़लत है. बहुत सारे टेस्ट पेपर्स सॉल्व करें परीक्षा के लगभग 10 दिन पहले से हर विषय के टेस्ट पेपर्स सॉल्व करें. इसके कई सारे फ़ायदे हैं. पहला यह कि आपको पेपर पैटर्न के बारे में अच्छी जानकारी मिल जाएगी और अगर आप समय लगाकर टेस्ट देते हैं, तो आपको पेपर के हर सेक्शन को कितना समय देना है यह भी अच्छे से पता चल जाएगा. और दूसरा जब आप कुछ पेपर सॉल्व कर लेंगे, तो आपका आत्मविश्‍वास बढ़ जाएगा. यह भी पढ़े: बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के लिए स्मार्ट एक्टिविटीज़ अच्छा रहे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य डॉ. निमरजीत बताती हैं कि इस समय बच्चों की दो ज़रूरतें होती हैं, पहली- उनकी शारीरिक ऊर्जा बनी रहे और दूसरी- वह परीक्षा में बहुत ज़्यादा तनाव व दबाव ना ले और ये दोनों ही ज़रूरतें अच्छे न्यूट्रीशन से पूरी हो सकती हैं. * इसके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है कि बच्चे घर में बना खाना खाएं. भूख लगने पर उन्हें ड्रायफ्रूट्स, भुनी मूंगफली या फल आदि दें. * ज़िंक, विटामिन बी और विटामिन सी तनाव को कम करते हैं, इसलिए परीक्षा के दिनों में जितना हो सके, हरी सब्ज़ियां, फल और अंडे खाएं. * परीक्षा के समय नाश्ता हैवी होना चाहिए. नाश्ते में आलू के परांठे या उपमा आदि दे सकते हैं. इसके अलावा प्रोटीन बहुत महत्वपूर्ण है. कुछ नोट्स टीचर की डायरी से 1. एक साथ चार या पांच घंटे पढ़ाई ना करें. हर एक घंटे में थोड़ी देर के लिए ब्रेक लें. 2. जब परीक्षा नज़दीक आ जाए, तो स्मार्ट नोट्स बनाकर पढ़ें. इसका अर्थ है कि सभी विषयों के कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स की लिस्ट बना लें. 3. एग्ज़ाम हॉल में प्रवेश करने तक किताब ना पढ़ें. परीक्षा शुरू होने के कुछ समय पहले पढ़ाई बंद कर दें. 4. आख़िरी समय में किसी के बताने पर कोई नया टॉपिक पढ़ने की कोशिश ना करें. इससे आप कंफ्यूज़ हो जाएंगे. 5. चाहे आपकी परीक्षा सुबह देर से हो, पर कोई भी काम, जैसे- बैग में कंपास बॉक्स, उसमें एडमिट कार्ड रखना आदि रात को ही कर लें. 6. जितना संभव हो सके, ख़ुद को शांत रखें. इसके लिए ध्यान या प्राणायाम करना सबसे कारगर होगा. 7. अगर संभव हो, तो एक या दो दिन पहले अपने परीक्षा केंद्र में जाकर मुआयना कर लें. यह भी पढ़े: पैरेंटिंग गाइड- बच्चों के दुश्मन पेट के कीड़े ...ताकि परीक्षा में ना हो कोई टेंशन डॉ़ निमरजीत बताती हैं कि स्मार्ट फूड से स्ट्रेस से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है- 1. प्रोटीन स्लो बर्नर होता है, इसलिए ऊर्जा से भरपूर है. खाने में इसे शामिल करें. 2. विटामिन सी और बी से भरपूर चीज़ें, जैसे- मूंगफली, अंडा, मछली या फल खाएं. 3. पानी भरपूर पीएं, ताकि शरीर में हाइड्रेशन अच्छा रहे. साथ ही मिल्क शेक या शरबत आदि लें. 5. नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करें. 6. चाय या कॉफी ज़्यादा ना लें. 7. दही, छाछ या नींबू पानी लें.

- विजया कठाले निबंधे

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