बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ट्रैजेडी किंग दिलीप कुमार आज (11 दिसंबर 2020) 98 साल के हो गए हैं. हालांकि हर साल दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो उनके लिए बर्थडे प्लान करती रही हैं, लेकिन इस साल दिलीप साहब के जन्मदिन पर कोई बड़ा उत्सव नहीं होनेवाला है. सायरा बानो की मानें तो कोरोना संकट और दिलीप कुमार के भाइयों अहसान व असलम का हाल ही में निधन होने के कारण उनका बर्थडे सेलिब्रेट नहीं किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में सायरा बानो ने मीडिया को यह बताया था कि दिलीप कुमार की इम्युनिटी कमज़ोर हो गई है, जिसके कारण उन्हें कमज़ोरी महसूस हो रही है. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से दिलीप साहब की अच्छी सेहत के लिए दुआ करने की गुज़ारिश भी की थी.
दिलीप कुमार भले ही अपना बर्थडे सेलिब्रेट नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह दिन उनके फैन्स और फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए बेहद खास है. बॉलीवुड में ट्रैजेडी किंग के नाम से मशहूर दिलीप कुमार ने अपने करियर में कई बेहतरीन और सुपरहिट फ़िल्में दी हैं. खासकर 60 और 70 के दशक में लोगों के बीच उनकी दीवानगी देखते ही बनती थी. बताया जाता है कि हिंदी सिनेमा में एक ऐसा दौर भी था, जब दिलीप कुमार को सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी बेशुमार प्यार मिलता था. चलिए जानते हैं बॉलीवुड के ट्रैजेडी किंग और दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार की ज़िंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से…
दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान स्थित पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में हुआ था. दिलीप साहब का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान है. 12 भाई-बहनों में से एक दिलीप कुमार का बचपन आर्थिक तंगहाली में गुजरा. जब भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ तो दिलीप साहब का परिवार मुंबई आ गया. यह भी पढ़ें: Birthday Special: बॉलीवुड के ‘हीमैन’ धर्मेंद्र का 85वां बर्थडे, जानें उन्होंने कैसे तय किया एक आम इंसान से सुपरस्टार बनने तक का सफ़र (Veteran Actor Dharmendra is Celebrating His 85th Birthday, Know Interesting Facts About The ‘He-Man’ of Indian Cinema)
बताया जाता है कि मुंबई आने के बाद दिलीप साहब के पूरे परिवार को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन दिलीप साहब ने कभी हार नहीं मानी और उन्होंने एक आर्मी क्लब में सैंडविच स्टॉल पर काम करना शुरू किया. तब उन्होंने 36 रुपए पहली कमाई के तौर पर कमाए थे.
बीते दौर में हिंदी सिनेमा जगत में हिंदू नामों को बोलबाला था, इसलिए मोहम्मद यूसुफ खान ने फ़िल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले अपना नाम बदलकर दिलीप कुमार रख लिया. कहा जाता है कि एक्ट्रेस देविका रानी ने उनका नाम दिलीप कुमार रखा था. उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1944 में फ़िल्म 'ज्वार भाटा' से की थी. यह भी पढ़ें: Birthday Special: बिकिनी पहनकर तहलका मचाने से लेकर शादी के बाद नाम बदलने तक, जानें अभिनेत्री शर्मिला टैगोर की ज़िंदगी से जुड़ी दिलचस्प बातें (Birthday Special: From Wearing Bikini to Changing Name After Marriage, Here Are Some Interesting Facts About Veteran Actress Sharmila Tagore)
कई फ़िल्मों में अपनी बेहतरीन अदायगी से दर्शकों के दिलों को जीतने वाले दिलीप कुमार ने अपनी अधिकतर फ़िल्मों में त्रासद भूमिकाएं निभाई थी. वो एक ऐसे कलाकार थे जो अपने किरदार को गहराई से जीते थे, इसलिए फैन्स ने उन्हें ट्रैजेडी किंग का नाम दिया, जिसके चलते उन्हें बॉलीवुड का ट्रैजेडी किंग भी कहा जाता है.
हिंदी सिनेमा जगत में कामयाबी और शोहरत हासिल करने वाले दिलीप कुमार को हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर डेविड लीन ने अपनी अगली फ़िल्म 'लॉरेन्स ऑफ अरेबिया' में प्रिंस शेरीफ अली के किरदार को निभाने का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने इस फ़िल्म में काम करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उनकी जगह ओमार शरीफ को लिया गया.
कहा जाता है कि दिलीप कुमार को हॉलीवुड फ़िल्मों से कुछ खास लगाव नहीं थ और न ही वो हॉलीवुड की किसी फ़िल्म में काम करना चाहते थे. इसके अलावा दिलीप कुमार को यह भी लगता था कि वे हॉलीवुड की फ़िल्म में फिट नहीं हो पाएंगे और बाहरी दिखेंगे. दिलीप साहब की ठुकराई हुई फ़िल्म ने 7 ऑस्कर अवॉर्ड जीते थे. यह भी पढ़ें: Happy Birthday: ‘ओ रे पिया’ से लेकर ‘मेरे रश्के कमर’ तक, यहां देखें राहत फतेह अली खान के दिल को छू लेने वाले बेहतरीन गाने (Happy Birthday: From ‘O Re Piya’ To ‘Mere Rashke Qamar’, Here Are Some Heart Touching Songs of Rahat Fateh Ali)
अपने ज़माने के सुपरस्टार रहे दिलीप कुमार न सिर्फ अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते थे, बल्कि उनकी लव स्टोरी भी हिंदी सिनेमा जगत में काफी सुर्खियों में रही है. बताया जाता है कि दिलीप कुमार ने बॉलीवुड की बेहद ही खूबसूरत अदाकारा मधुबाला से बेइंतहा मोहब्बत की थी. मोहम्मत की यह आग दोनों तरफ बराबर लगी थी, लेकिन दोनों का यह रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सका.
बताया जाता है कि फ़िल्म 'तराना' की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार और मधुबाला के बीच नज़दीकियां बढ़ने लगी थी, फिर दोनों के बीच प्यार का इज़हार हुआ और करीब सात साल तक रिलेशनशिप में रहने के बाद एक गलतफहमी की वजह से दोनों के रिश्ते में दरार पड़ गई. ऐसा कहा जाता है कि दोनों के अलग होने के पीछे की असल वजह मधुबाला के पिता अताउल्ला खान थे.
मधुबाला से राहें अलग होने के बाद दिलीप कुमार की ज़िंदगी में सायरा बानो ने कदम रखा. एक इंटरव्यू में सायरा बानो ने अपने दिल की बात कहते हुए बताया था कि वो जब 12 साल की थीं, तब से दिलीप कुमार के साथ शादी करना चाहती थीं. दिलीप और सायरा अपनी मोहब्बत को शादी के मुकाम तक ले जाना चाहते थे, जिसके बाद साल 1966 में दिलीप साहब ने उम्र में 22 साल छोटी सायरा बानो से शादी कर ली.
गौरतलब है कि दिलीप कुमार 'देवदास', 'नया दौर', 'मुगल-ए-आज़म', 'जुगनू', 'शहीद' और 'दाग' जैसी कई बेहतरीन फ़िल्मों के जरिए अपने बेमिसाल अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं. फ़िल्म जगत में उनके सराहनीय योगदान के लिए उन्हें पद्नभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार और सर्वोच्च सम्मान से भी नवाज़ा जा चुका है. दिलीप साहब को मेरी सहेली टीम की ओर से जन्मदिन की ढ़ेरों शुभकामनाएं.