कामयाब और लाजवाब सिंगर नेहा कक्कड़ का आज जन्मदिन है, पर सफलता के शिखर तक वह यूं ही नहीं पहुंची. काफ़ी संघर्षों को पार करते हुए यह मुक़ाम हासिल किया है.
नेहा कक्कड़ की आवाज़ का जादू लोगों पर ख़ूब चल रहा है. उन्होंने जो भी गाना गाया है, आज की तारीख में चार्टबस्टर पर टॉप पर रहा है. फिर चाहे वो दिलबर दिलबर, साकी साकी, काला चश्मा, आंख मारे, गर्मी, सेकंड हैंड जवानी… सब लाजवाब रहे हैं.
बचपन से लेकर अब तक का संघर्ष देख-सुन उनके प्रति सम्मान और बढ़ जाता है. 4 साल से लेकर अब तक नेहा कक्कड़ से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं, जिन्हें सुनकर आपको आश्चर्य भी होगा और गर्व भी महसूस होगा. तमाम उतार-चढ़ाव और संघर्ष के बावजूद वह कभी हार नहीं मानी और अंततः उन्होंने कामयाबी हासिल की. आज वे सफलता के इस मुकाम पर हैं कि मेल सिंगर को भी कड़ा टक्कर दे रही हैं.
आइए, नेहा कक्कड़ के जन्मदिन पर उनसे जुड़ी कई कही-अनकही बातों को जानते हैं.
- नेहा का जन्म उत्तराखंड के ऋषिकेश में हुआ था. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. रोजी-रोटी के लिए अक्सर पूरा परिवार शाम से लेकर सुबह तक भजन-कीर्तन, जगराता अलग-अलग जगह पर जाकर करता था, ख़ासकर दिल्ली जैसे जगह पर. फिर दूसरे दिन ही घर आ पाते थे.
- 4 साल की उम्र से ही नेहा ने जगराते में भक्ति गीत-भजन गाना शुरू कर दिया था.
- उनकी बड़ी बहन सोनू कक्कड़, जो उनसे काफ़ी बड़ी थी, बहुत अच्छा गाती थीं. उनसे देख-सुनकर उन्होंने छोटी उम्र से ही गाना सीखना भी शुरू किया और गाती भी रहीं.
- धीरे-धीरे नेहा अच्छा गाने लगीं और सभी उनके गाने-भजन को पसंद करने लगे और वे घर के आर्थिक स्थिति को संभालने लगीं. वे अक्सर बहन के साथ गाने के लिए निकल जाती थीं. इस कारण वह स्कूल भी उतना नहीं जा पाई.
- लेकिन जो नेहा घर की आर्थिक स्थिति की सबसे मज़बूत आधार बनी, उसे ही उनकी मां जन्म नहीं देना चाहती थीं. जब नेहा की मां गर्भवती थीं, तब वे हॉस्पिटल भी गई कि नेहा को जन्म ना दे, क्योंकि उनके पहले से ही दो बच्चे थे एक बेटी सोनू और बेटा टोनी, तो वे नहीं चाहती थीं कि तीसरा बच्चा हो, पर कुदरत को तो कुछ और ही मंजूर था. चूंकि प्रेग्नेंसी को 8 हफ़्ते हो चुके थे, इसलिए कुछ हो नहीं सकता था. एक अनचाही औलाद के रूप में नेहा का जन्म हुआ, पर वही नेहा पूरे परिवार के लिए भाग्यशाली साबित हुई.
- नेहा के पिता स्कूल के बाहर समोसे बेचा करते थे, इस कारण भी नेहा के भाई-बहन को कई बार शर्मिंदगी महसूस हुई, क्योंकि स्कूल के बच्चे उन्हें काफ़ी चिढ़ाते थे और उनका मज़ाक उड़ाते थे. फिर भी नेहा ने हमेशा अपने पिता को अपना आदर्श माना और सब बाधाओं को पार करते हुए आगे बढ़ती गईं.
- नेहा इंडियन आइडल के सेकंड सीजन में कंटेस्टेंट के रूप में आई थीं, पर वह इतना आगे नहीं बढ़ पाई, लेकिन उन्हें गायकी में एक अच्छा प्लेटफार्म ज़रूर मिल गया.
- नेहा द रॉकस्टार करके उन्होंने अपना एक एल्बम निकाला, जो काफ़ी सुपर-डुपर हिट रहा, और धीरे-धीरे उनकी शोहरत बढ़ती गई. लोग उन्हें पसंद करने लगे. जानने-पहचानने लगे.
- हिंदी फिल्मों में उन्हें ब्रेक कॉकटेल मूवी के सेकंड हैंड जवानी… गाने से मिली, जो दर्शकों को काफ़ी पसंद आई.
- इसके बाद उन्होंने एक से एक हिट गाने दिए, इसमें काला चश्मा, दिलबर दिलबर, साकी साकी, हाय गर्मी, आंख मारे… गाने ज़बर्दस्त हिट रहे.
- उन्होंने उत्तराखंड में एक बढ़िया सा बंगला भी खरीदा अपने लिए. मुंबई में भी उनका अच्छा-खासा घर है. वे आज गाने के लिए सबसे महंगा पारिश्रमिक भी लेती हैं. कह सकते हैं कि तमाम संघर्षों के बाद आज वे अपने परिवार के साथ सुख और ख़ुशी का जीवन बिता रही हैं.
- कल उनके भाई टोनी कक्कड़ ने नेहा की संघर्षभरी दास्तान को गाने और वीडियो के रूप में स्टोरी ऑफ कक्कड़ अपने यूट्यूब चैनल पर लांच किया था, जो भावुक कर देनेवाला था.
- नेहा एक बहुत समझदार व संवेदनशील गायिका रही हैं. इंडियन आइडल जहां से उन्होंने अपने गीत के सफ़र की शुरुआत की थी, आज उसी शो के जज के रूप में भी विराजमान हैं.
- लोग उनकी बातों, सलाह, उनके भावुक मन को पसंद करते हैं, ये दर्शकों के दिल को छूती है.
- कई बार वे आलोचना की शिकार भी हो जाती हैं. लेकिन वे उन सबकी परवाह किए बगैर अपने काम को अंजाम देती हैं और अच्छा करती रहती हैं.
- लेकिन कभी हिमांश कोहली से संबंधों को लेकर, तो कभी किसी कंटेस्ट द्वारा उन्हें किस करने को लेकर, तो कभी अपने ही गाने और अपने बातों को लेकर वे ट्रोल होती रही हैं.
- आदित्य नारायण के साथ शो में शादी के नाटक को लेकर भी काफ़ी उनका मज़ाक बनाया गया था, पर इन सबसे बेपरवाह वे अपना काम करती रही हैं.
नेहा कक्कड़ को मेरी सहेली की तरफ़ से जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाई! वे यूं ही बढ़िया गाती रहें और दिलों को लुभाती रहें!