.1 टीस्पून गुड़ और ख़ासतौर से काला गुड़ कब्ज़ में फ़ायदेमंद है. चाहें तो इसे पानी या चाय में मिलाकर भी ले सकते हैं. बाद में इसकी मात्रा 2 टेबलस्पून तक कर सकते हैं. रात में खाना खाने के बाद गुड़ के सेवन से सुबह कब्ज़ नहीं होता.
.अगर संतुलित मात्रा में पी जाए, तो कॉफी भी कब्ज़ से राहत देती है. दिन में 1-2 कप कॉफी पाचन क्रिया को बढ़ती है. लेकिन अधिक पीने से डिहाइड्रेशन होकर कब्ज़ बढ़ने का ख़तरा भी रहता है.
. ल्की एक्सरसाइज़ और वॉक ज़रूरी है. इससे अंदरूनी अंगों में क्रियाशीलता व गतिशीलता आती है और कब्ज़ की समस्या भी नहीं होती.
.पानी ख़ूब पिएं और फाइबरयुक्त आहार लें, जिसमें ताज़ सब्ज़ियां व फल भी शामिल हों.
.1 ग्लास संतरे का जूस पल्प के साथ लें. इसमें 1 टेबलस्पून फ्लैक्स सीड ऑयल मिलाकर पिएं. 5 घंटे बाद आपका पेट साफ़ हो जाएगा.
.2 टेबलस्पून एलोवीरा जेल को फ्रूट जूस में मिलाकर सुबह-सुबह लें या फिर 1 कप एलोवीरा जूस पिएं.
.दिन में 1-3 कप दही ज़रूर खाएं. 1 कप नाश्ते में लें और बाकी खाने के साथ. दही के हेल्दी बैक्टिरिया पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और कब्ज़ से बचाते हैं.
.गर्म पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर पीने से भी पेट साफ़ होता है.
.रिफाइन्ड फूड से बचें.
.1 टेबलस्पून शहद दिन में 3 बार लें. आप चाहें तो इसे गर्म पानी में मिलाकर भी ले सकते हैं.
. तिल का सेवन करें. चाहें तो सलाद में मिलाकर भी उसे ले सकते हैं. पर ध्यान रहे कि इसका सेवन संतुलित मात्रा में ही करें. तिल को खाने के बाद पानी ख़ूब पिएं.
ये भी पढ़ेंः जर्म्स से जुड़े मिथक और सच्चाइयां (What Are The Common Myths About Germs And The Truth)
Link Copied
