अब मोटापे में मिलेगा लाभ, मंत्र-मुद्रा-मेडिटेशन के साथ (Manta-Mudra-Meditation For Weight Loss)
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मोटापे की समस्या से आज पूरी दुनिया परेशान है. क्या बच्चे, क्या जवान, क्या बूढ़े, सभी मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि दुनियाभर में तक़रीबन 190 करोड़ लोग मोटापे के शिकार हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2016 में 18 और उससे अधिक आयुवाले 39% लोग ओवरवेट हैं, जबकि 18% ओबीज़ की श्रेणी में आते हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो विश्व की आबादी के 13 फ़ीसदी लोग मोटापा से ग्रसित हैं. अगर पुरुषों की बात करें तो उनमें ओवरवेट रेट ज़्यादा है, जबकि ज़्यादा महिलाएं ओबेसिटी की शिकार हैं. ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजीज नामक एनजीओ द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, 2025 तक हर दूसरा बच्चा मोटापे का शिकार हो जाएगा.
विश्व में 2019 में खाद्य सुरक्षा की स्थिति और पोषण पर जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, 2012 में भारत में मोटापे के शिकार लोगों की संख्या 2 करोड़ 40 लाख थी, जो 2016 में बढ़कर 3 करोड़ 28 लाख हो गई. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, 10 सालों के अंदर ही भारत में मोटापे से ग्रसित लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है. मोटापे के कारण न सिर्फ़ शरीरिक ख़ूबसूरती कम होती है व आत्मविश्वास घटता है, बल्कि मधुमेह, हृदय संबंधी रोग, उच्च रक्तचाप जैसी जानलेवा बीमारियों का ख़तरा भी बढ़ जाता है. मोटापाग्रस्त होने पर डायबिटीज़ होने का खतरा 50% और डिप्रेशन का खतरा 25% बढ़ जाता है. अस्वस्थ जीवनशैली, शारीरिक सक्रियता की कमी, फास्टफूड का अत्यधिक सेवन इत्यादि मोटापे के लिए प्रमुख रूप से ज़िम्मेदार हैं. मोटापे से निजात के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज़ और खानपान पर नियंत्रण के साथ मंत्र-मुद्रा व मेडिटेशन करने से बेहद असरदार परिणाम मिलते हैं. जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने.
मंत्र-मुद्रा व मेडिटेशन शरीर की अतिरिक्त चर्बी को गलाकर शरीर को चुस्त-दुरुस्त और स्वस्थ बना सकते हैं. मंत्रों के नियमित जाप से हमारे शरीर के नर्वस सिस्टम में एक रिदम में दबाव यानी प्रेशर पैदा होता है, जिससे हमारे चक्र जाग जाते हैं और शरीर एवं मस्तिष्क में एनर्जी पैदा होती है. जबकि मुद्रा एक प्रकार से हाथों का योग है.. ये शरीर में चुंबकीय तरंगें (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स) निर्मित करती है, जिससे शरीर में संबंधित तत्व संतुलित होता है. गौरतलब है कि हमारा शरीर अग्नि, वायु, पानी, धरती और ईथर जैसे पांच तत्वों से मिलकर बना है. हमारे हाथों की उंगलियां इन तत्वों का प्रतीक हैं. जो उंगली, जिस तत्व का प्रतिनिधित्व करती है, उसे जब अंगूठे के संपर्क में लाया जाता है, जिससे वो तत्व संतुलन में आ जाता है. अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग मंत्र व मुद्राएं हैं.
मोटापे से छुटकारा पाने के लिए कारगर मंत्र ऊं वरुणायः नमः और मुद्रा सूर्य मुद्रा है. चूंकि मोटापे से निजात के लिए चर्बी को जलाना ज़रूरी है और इसके लिए सूर्य की शरण में जाना पड़ता है. आर्युवेद में भी बताया गया है कि वात और कफ की अधिकता के कारण वज़न बढ़ता है. सूर्य वात और कफ को संतुलित करने की पूरी क्षमता रखता है. अतः मोटापा नियंत्रित करने के लिए सूर्य मुद्रा बेहद कारगर है. सूर्य मुद्रा शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है. यह मुद्रा शरीर मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाती है, जिससे वज़न कम करने में मदद मिलती है. सूर्य मुद्रा लगाने के लिए अनामिका को मोड़कर अंगूठे के बेस से टच करना होता है और अंगूठे से अनामिका को ऊपर से हल्के से दबाना होता है.
अनामिका को सूर्य की किरणों के साथ जोड़ा गया है और अंगूठे का संबंध अग्नि तत्व से है. ऐसे में अनामिका यानी सूर्य को अग्नि तत्व से दबाने से एक सर्किट कायम होता है, जिसमें शरीर के माध्यम से सूर्य की किरणें चर्बी को गलाती है. जिससे शरीर का अतिरिक्त पानी व वायु खत्म होने लगता है. इस मुद्रा के साथ ऊं वरुणायः नमः का जाप करते हुए मेडिटेशन यानी ध्यान करना चाहिए. मेडिटेशन विचारों को संकेन्द्रित करने में मदद करता है. साधारण भाषा में कहें तो मेडिटेशन ऐसा अभ्यास है जिसके जरिए व्यक्ति अपने दिमाग को और बेहतर के लिए प्रशिक्षित करता है. इसे स्पिरिचुअल एक्सरसाइज़ यानी आध्यात्मिक व्यायाम भी कहा जाता है जिसके अंतर्गत अवेयरनेस यानी जागरूकता, एकाग्रता, फोकस और सतर्कता आदि आते हैं.
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मोटापे की समस्या के निदान के लिए मणिपुर चक्र यानी नाभि पर ध्यान लगाना होता है. इससे पेट के आसपास की चर्बी तो घटनी शुरू हो जाती, साथ ही पूरा शरीर संतुलन की अवस्था में आने लगता है. वास्तव हम मंत्र-मुद्रा व ध्यान के माध्यम से हम सूर्य का आहवान करते हैं व वरुण यानी जल के देव पानी को प्रणाम करते हैं और उनसे प्रार्थना करते हैं कि हमारे शरीर में आपका जो अतिरिक्त वास है वो संतुलित हो जाए. इससे शरीर में एकत्रित अतिरिक्त पानी कम होने लगती है. सुबह-शाम खाली पेट आधा घंटा सूर्य मुद्रा लगाकर मंत्र का जाप करते हुए ध्यान लगाने से सुखद परिणाम मिलते हैं. इस उपाय को नियमित करने से आपको हमेशा के लिए मोटापे से निजात मिल सकता है.
सिर्फ मोटापा ही नहीं, ध्यान और मंत्र-मुद्रा की मदद से आप हृदय संबंधी रोग, ब्लडप्रेशर, जोड़ों में दर्द जैसी 1-2 नहीं, बल्कि 48 बीमारियों से निजात पा सकते हैं. इसके लिए डाउनलोड करें वैदिक हीलिंग मंत्र ऐप. जिसमें 48 बीमारियों से संबंधित 48 मंत्रों व मुद्राओं के साथ-साथ 48 रोगों के लिए गाइडेड मेडिटेशन टेक्नीक यानी ध्यान के तरीक़ों की भी जानकारी दी गई है. इस तरह आप मंत्र, मुद्रा व ध्यान विज्ञान की इस प्राचीन विद्या का लाभ उठाकर स्वस्थ-निरोगी जीवन पा सकते हैं. ये ऐप एंड्रॉयड व आइओएस दोनों के लिए उपलब्ध है. मेडिटेशन की इन ख़ास तकनीकों के बारे में जानने के लिए 14 दिनों का फ्री ट्रायल पीरियड आज ही ट्राई करें और हमेशा स्वस्थ रहें.
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