बारिश का मौसम आते ही सबके मुरझाए हुए चेहरों पर चमक लौट आती है. एक तरफ जहां बारिश में भीगने, तला-भुना और चटपटा खाने का मज़ा ही अलग होता है, वहीं दूसरी तरफ साथ आती हैं ढेरों बीमारियां. यदि आप अपने परिवार के साथ इस भीगे हुए मौसम का लुत्फ़ लेना चाहते हैं, तो यहां पर बताई गई छोटी-छोटी, लेकिन ज़रूरी बातों को ध्यान में रखें और रहें फिट एंड फाइन.
1. साफ़ पानी पीएं
बरसात के दिनों में हम कम पानी पीते हैं. लेकिन इस मौसम में भी शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीने की ज़रूरत है. बरसात में खासतौर से क्लीन और प्यूरीफाइड पानी पीएं. चाहे घर में रहें या फिर घर से बाहर. यदि आप किसी रेस्टोरेंट में जूस या कोल्डड्रिंक पीते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि जूस और कोल्डड्रिंक में मिलाई जाने वाली बर्फ भी साफ़ पानी से बनी हो. कोशिश करें कि घर से बाहर निकलते समय पानी की बॉटल अपने साथ ले जाएं.
2. फल और सब्ज़ियों को धोकर खाए
वैसे तो हमेशा घर का साफ़-सफ़ाई से बना हुआ और ताज़ा खाना ही खाना चाहिए. लेकिन बरसात में इस बात का विशेष ख्याल रखें कि मार्किट से खरीदकर लाए हुए फल और सब्ज़ियों को नल के पानी से रगड़ कर साफ़ करें. रोड साइड और स्ट्रीट फूड खाने से बचें.
3. प्रचुर मात्रा में विटामिन सी लें
बरसात के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं. इसलिए इस मौसम में वायरल फीवर, एलर्जिक रिएक्शंस, स्किन इंफेक्शंस और वायरल इंफेक्शंस अधिक होते हैं. इसी तरह से हवा में बैक्टीरिया के फैलने से बैक्टीरियल इंफेक्शंस ज़्यादा होता है. यदि आप फिट रहकर इस मौसम का मज़ा लेना चाहते हैं, तो अपनी इम्युनिटी को बढ़ाएं. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी का सेवन करें. इसके अलावा स्प्राउट्स, ताज़ी हरी सब्ज़ियां, संतरे, मौसमी फलों और सब्ज़ियों को अपनी डायट में शामिल करें.
4. डायट में अधिक प्रोबायोटिक्स लें
प्रोबायोटिक्स ऐसे हेल्दी माइक्रोऑर्गेनिज्म होते हैं, जो सेहतमंद रहने में मदद करते हैं. ये प्रोबायोटिक्स हमारी आंतों और पाचन तंत्र में मौजूद रहते हैं. इन प्रोबायोटिक्स की मात्रा बढ़ने के लिए अपनी डायट में दही, योगर्ट, बटरमिल्क और घर के बने हुए अचार को शामिल करें. इनका सेवन करने से पेट के सिस्टम में सुधार होता है और पाचन तंत्र भी सुचारू रूप से काम करता है. ये प्रोबायोटिक्स पेट को हर तरह के इंफेक्शंस से बचाने में मदद करते हैं.
5. जंक फूड खाने से बचें
मॉनसून में स्ट्रीट फूड, विशेष रूप से रोड़ साइड पर मिलने वाले कटे हुए फल और खुले रखे हुए अन्य फूड आइटम्स को खाने से बचें. बारिश के दिनों में सड़क के किनारे गंदा पानी और कीचड़ जमा रहता है. इनसे पनपने वाले कीटाणु और बैक्टीरिया खुले रखे हुए फूड पर बैठकर उन्हें ख़राब कर देते हैं और इन फूड्स को खाने पर डायरिया, लूज मोशन, उल्टी, पेटदर्द, पेट फूलना जैसी तकलीफें होती हैं.
6. हाथों की सफ़ाई का ख़ास ख़्याल रखें
इस मौसम से हाथों की सफ़ाई का विशेष ध्यान रखें. बाहर से आने के बाद और कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को साबुन या लिक्विड सोप से साफ़ करें. नियमित रूप से हाथों की स्वच्छता रखने पर हाथों की त्वचा पर जमा रहने वाले माइक्रोजर्म्स नष्ट हो जाते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि बारिश के मौसम में हानिकारक कीटाणु और जीवाणु की आबादी जल्दी-जल्दी बढ़ती है. इसीलिए हाथों की साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखना आवश्यक है.
7. नहाने के पानी में जर्म्स मारने वाले मेडिकेटिड लिक्विड मिलाएं
बच्चे हों या बड़े, बारिश में भीगना सभी को अच्छा लगता है. लेकिन ज़रूरी बात है भीगने के बाद नहाए ज़रूर. नहाने के पानी में जर्म्स मारने वाला मेडिकेटिड लिक्विड मिलाएं. मेडिकेटिड लिक्विड शरीर में जमा गंदगी और माइक्रोऑर्गेनिज्म को रिमूव करके हेल्दी और फिट रखता है. बारिश में भीगने के बाद साफ़ पानी से अपने चेहरे, हाथों और पैरों को धोएं.
यदि आप अपने नाखूनों की देखभाल नहीं करते हैं, तो अपनी इस आदत को सुधार लें. विशेष रूप से मॉनसून में. सप्ताह में एक बार अपने नाख़ून काटें. बाहर से आने के बाद और खाना खाने से पहले अच्छी तरह से हाथों और नाखूनों को साबुन से धोएं, ताकि कीटाणु और बैक्टीरिया वहां पर जमा न हों.
8. गीले जूतों को पहनने से बचें
बरसात में घर से बाहर निकलने पर जूतों का गीले और ख़राब होना स्वभाविक है. बारिश के पानी में भीगे हुए जूतों को घर आकर अच्छी तरह से साफ़ पानी से धोएं. पूरी तरह से सुखने पर ही जूते पहनें. अन्यथा गीले जूतों की नमी से पैरों में फंगस और दूसरे त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं. बेहतर यही होगा कि बरसात में अपने पास एक जोड़ी रबर के एक्स्ट्रा जूते रखें.
9. गीले और नमी वाले कपड़ों को आयरन करके सूखाएं
ये टिप सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन मॉनसून के दिनों में यह टिप बहुत कारगर साबित होता है. वार्डरोब और अलमारी का इस्तेमाल कपडे रखने के लिए किया जाता है. वार्डरोब और अलमारी दरवाज़े बंद रहने कारण कपड़ों में नमी के साथ फफूंदी भी लग जाती है. आयरन करने से कपड़ों में गर्मी आती है और उनकी नमी भी ख़त्म हो जाती है.
10. बारिश में भीगने के बाद तुरंत एसी वाले रूम में न जाएं
अगर आपके घर और ऑफिस में एसी लगा हुआ है, तो बारिश में भीगने के बाद तुरंत एसी वाले रूम में न जाएं. एसी वाले रूम में जाने से पहले सूखे टॉवल से अपने आप को अच्छी तरह से पोंछ लें. बालों में बारिश का पानी जमा न रहने पाए. यदि आप बारिश में भीगे हुए हैं और तुरंत जाकर एसी की ठंडी हवा के सामने खड़े हो जाएंगे तो सर्दी-जुक़ाम, सिर दर्द और बदन दर्द हो जाएगा.
11. एलर्जी से करें अपना बचाव
गंदे पानी की वजह से इस मौसम में एलर्जी होने की संभावना बहुत अधिक होती है. यदि आपको स्किन एलर्जी होती है, तो शारीरिक साफ़ सफाई का ध्यान रखें. डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटी एलर्जी दवाओं को हमेशा अपने साथ रखें.
12. बीमार लोगों से पर्याप्त दूरी बनाए रखें
बारिश के दौरान फीवर, फ्लू और कॉमन कोल्ड जैसी बीमारियां तेजी से फ़ैलती हैं. इसलिए इस मौसम में बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें. सफर के दौरान ज़्यादा ज़्यादा सावधानी बरतें. सर्दी-जुक़ाम से ग्रस्त लोगों से दूर रहें, ताकि बीमारियां फैलाने वाले कीटाणु आपके शरीर में प्रवेश न कर सकें.
13. जीवाणुओं और कीटाणुओं को पनपने से रोकें
गंदे पानी और साफ़-सफ़ाई का ख्याल न रखने पर जीवाणुओं और कीटाणुओं के पनपने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है. लेकिन थोड़ी-सी सावधानी बरतकर आप अपने घर को कीटाणु-जीवाणु रहित सुरक्षित घर बना सकते हैं, जैसे कि-
- घर के वॉटर स्टोरेज को खुला न छोड़ें.
- जिन बर्तनों और बाल्टियों में पानी भरकर रखा, उन्हें ढंककर रखें.
- अपने घर के आसपास बारिश का पानी जमा न होने दें.
- घर के बाहर की नालियों को साफ रखें. क्योंकि मच्छर और कीड़े-मकौड़े गंदे पानी में पनपते हैं.
14. मच्छरों से बचाव के तरीके अपनाएं
बरसात में मच्छरों से बचने का सबसे सुरक्षित और आसान तरीका है कि अपने घर के आसपास और कूलर में पानी जमा न होने दें. सप्ताह में एक बार घर के आसपास और कूलर में मिट्टी का तेल छिड़कें. ताकि मच्छरों को पनपने का मौका न मिले.
- फुल स्लीव के कपड़े पहने, खासतौर से रात को सोते समय.
- यदि फुल स्लीव के कपड़े नहीं पहने हैं तो शरीर के खुले हिस्सों में मच्छर भगाने वाले क्रीम लगाएं.
- मच्छरदानी का उपयोग करें.
- घर को साफ़-सुथरा रखें.
15. एक्सरसाइज को नज़रअंदाज़ न करें
बारिश के पानी में अपने फिटनेस गोल को न बहाएं. जिम जाने का मौका नहीं मिल रहा है, तो घर पर रहकर ही रस्सी कूदना, स्क्वाट्स, प्लांक्स, बरपीस जैसी इंडोर एक्सरसाइज करें. इन एक्सरसाइज से वज़न घटाने में मदद मिलेगी. आप फिट रहेंगे और बॉडी भी शेप में रहेगी, साथ ही इम्युनिटी भी बढ़ेगी. ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होगा और सेरोटोनिन नामक हैप्पी हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ेगा.
16. 8-9 घंटे की पर्याप्त और अच्छी नींद लें
लेट तक काम करने और वेब सीरीज़ देखने के लिए टीवी, मोबाइल, लैपटॉप के सामने देर रात तक न बैठे. इनसे दूर रहें और कम-से-कम 8 घंटे की नींद ज़रूर लें. पर्याप्त और अच्छी नींद लेने से इम्युनिटी बूस्ट होती है और मानसून के दौरान होने वाली आम बीमारियों, जैसे- फ्लू, सर्दी-जुक़ाम के होने के चांस कम हो जाते हैं.
बरसात का मौसम रोमांटिक और मस्ती भरा मौसम होता है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है सेहत. यहां पर बताए गए इन टिप्स को ध्यान में रखकर आप मौसम का मज़ा ले सकते हैं, बल्कि सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं.
- देवांश शर्मा