- खुले प्लग व स्विच अगर इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो उनके पावर पांइट को बंद करके उन्हें अनप्लग कर दें.
- यदि कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ख़राब हो जाए, तो उसे स्वयं खोलने या रिपेयर करने की बजाय इलेक्ट्रिशियन के पास ले जाएं. अर्थिंग के कारण शॉक भी लग सकता है.
- गीले हाथों और पैरों से इलेक्ट्रिक अप्लायंसेस, स्विच और प्लग को न छुएं.
- जहां बिजली का बोर्ड है और वहां सीलन आती है या बारिश का पानी आता है, तो उस जगह को ठीक कराएं.
- विंडो एसी का प्रयोग होने के बाद उसे रिमोट के अलावा मुख्य स्विच से भी बंद करें.
- घर के इलेक्ट्रिक सर्किट की अर्थिंग होना बहुत जरूरी है. यह बिजली के उपकरणों जैसे फ्रिज, टीवी, प्रेस, कूलर, गीजर आदि में आए करंट से सुरक्षा देता है.
- बाहर से आने के बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ-पैर धोएं.
- मच्छरों व कीड़े-मकौड़ों से बचने के लिए फुलस्लीव के कपड़े पहनें.
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
- कूलर और वॉटर टैंक में पानी इकट्ठा होने न दें. 10 दिन में एक बार ज़रूर साफ़ करें.
- अगर उनमें से पानी निकालना संभव न हो, तो उनमें केरोसिन ऑयल की कुछ बूंदें डालें.
- घर के आसपास मच्छर भगानेवाले स्प्रे और इंसेक्टिसाइड आदि दवाओं का छिड़काव करें.
- घर को साफ़-सुथरा और सूखा रखें, ताकि मक्खियां घर में प्रवेश न कर सके.
- पूरे घर में फिनायल मिश्रित पानी का पोंछा लगाएं.
- बालकनी में रखे गमलों पर पानी जमा न होने दें. उनके नीचे की जगह को सूखा रखें.
- घर में कचरा इकट्ठा न करें. शाम होने तक सारा कचरा बाहर फेंक दें.
- खाने-पीने की चीज़ें खुला न छोड़ें.
- बाहर से आने के बाद हाथ-पैर साबुन से धोकर तौलिए से पोंछकर बैठे.
- खाने से पहले हाथों को साबुन से धोएं.
- बारिश में भीगने के बाद गीले शरीर को सूखे तौलिए से पोंछकर कपड़े बदलें.
- भीगने के बाद कुलर और एसी में न बैठे. कुलिंग वाली जगह पर बैठने से सर्दी-जुकाम हो सकता है.
- त्वचा पर किसी भी तरह का फंगल इंफेक्शन होने पर तुरंत एंटी फंगल पाउडर, साबुन या क्रीम लगाएं.
- तेज़ बारिश में ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतें. घर से निकलने से पहले रेन वाइपर चेक कर लें, ताकि विंडस्क्रीन पर पड़नेवाली बारिश की बूंदें साफ़ की जा सकें.
- देवांश शर्मा
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