इन दिनों जिस तरह से बड़ी-बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफ़िस पर औंधे मुंह गिर रही हैं उससे एक बहस छिड़ गई है. सबसे ज़्यादा लाल सिंह चड्ढा ने इस बहस को गर्मा दिया जो आमिर खान की सबसे बड़ी फ़्लॉप साबित हुई. एक तबके का कहना है कि बॉयकॉट ट्रेंड पैसे देकर चलाया जा रहा है और इसी वजह से फिल्मों को जानबूझकर फ़्लॉप करवाया जा रहा है, लेकिन दूसरा वर्ग भी है जो ये कहता है कि न अच्छी कहानियां हैं और ना कंटेंट तो फिल्में हिट कैसे होंगी?
पहले विवेक अग्निहोत्री ने फ़िल्म मेकर्स को आड़े हाथों लिया और अब लीक से हटकर फिल्में बनाने के लिए जाने जानेवाले फ़िल्ममेकर प्रकाश झा भी बॉलीवुड फ़िल्ममेकर्स पर भड़के.
एक इंटरव्यू में प्रकाश झा ने अपने विचार रखे और कहा कि उनको समझना चाहिए कि वो बकवास फिल्में बना रहे हैं. ये फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए वेक-अप कॉल है. अच्छी कहानी के साथ-साथ बेहतर कंटेंट और एंटरटेन करने वाली फ़िल्मों की फ़िलहाल ज़रूरत है. इंडस्ट्री के लोग जो खुद हिंदी में बात करते हैं उन्हें समझना चाहिए कि वो बना क्या रहे हैं?
यहां सिर्फ़ रीमेक पर काम हो रहा है, अगर आपके पास कहानी ही नहीं है तो फिल्में बनाना बंद कर दें. फ़िल्ममेकर्स आलसी हो गए हैं और मेहनत नहीं करना चाहते. मात्र पैसे, कारपोरेट्स और स्टार्स को ज्यादा पैसे देकर फिल्म नहीं बनाई जा सकती. ग्लैमर और बड़े स्टार्स के दम पर फ़िल्में नहीं चलतीं. आज आपको ओरिजनल कहानी और बेहतर कंटेंट की ज़रूरत है, जिससे लोग कनेक्ट कर सकें.
प्रकाश झा ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा- हम लोग स्टोरी और कंटेट में इन्वेस्ट नहीं कर रहे. लिखने को समय नहीं दे रहे और हम उन लोगों का सम्मान नहीं कर रहे हैं, जिनके पास अच्छी कहानियां हैं. हम ग्लैमरस स्टार्स से ज़्यादा प्रभावित हैं जो 8-10 वैन और 20-25 स्टाफ के साथ शूट पर आते हैं.
जड़ों से जुड़ी कहानी हो तो फिल्में ज़रूर चलती हैं. अगर बॉयकॉट ट्रेंड से ही फिल्में फ़्लॉप होतीं तो दंगल व लगान जैसी फ़िल्में भी फ़्लॉप हो जातीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. आमिर की लाल सिंह चड्ढा पर भी डायरेक्टर ने कहा कि बायकॉट ट्रेंड की वजह ने नहीं बल्कि खराब कहानी के कारण रिजेक्ट हुई है. मुझे अब तक ऐसा कोई शख़्स नहीं मिला जिसने लाल सिंह चड्ढा देखने के बाद कहा हो कि वाह! क्या फ़िल्म थी. हम अब इंग्लिश, साउथ और कोरियन फ़िल्मों के रीमेक में लग गए हैं. आपके पास दमदार कहानी ही नहीं.
प्रकाश झा अपनी अपकमिंग फिल्म मट्टो की साइकिल का प्रमोशन कर रहे है, जो 16 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है. प्रकाश झा ने गंगाजल, अपहरण, राजनीति, सत्याग्रह, चक्रव्यूह और आरक्षण जैसी दमदार फिल्में बना चुके हैं और उनकी वेब सीरीज आश्रम के तीन सीजन हो चुके हैं जो हिट साबित हुए जिसमें बॉबी देओल नज़र आए.