बॉलीवुड की मस्त-मस्त गर्ल रवीना टंडन ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं. रवीना टंडन को 90 के दशक की टॉप और कामयाब एक्ट्रेसेस में से एक माना जाता है, जो आज भी फिल्मों में एक्टिव हैं. फिल्मों के अलावा रवीना ओटोटी प्लेटफॉर्म पर वेब सीरीज़ में भी अपना दम दर्शकों को दिखा चुकी हैं. हाल ही में रवीना टंडन ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में हो रहे भेदभाव पर अपना दर्द बयां किया. इसके साथ ही एक्ट्रेस ने सलमान खान और आमिर खान को लेकर भी एक बड़ा सवाल किया है.
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान रवीना ने फिल्मों और ग्लैमर इंडस्ट्री में हो रहे भेदभाव को लेकर अपनी राय रखी. जब एक्ट्रेस से पूछा गया कि थिएटर की तुलना में वे ओटीटी प्लेटफॉर्म को कैसे देखती हैं? इस पर एक्ट्रेस ने कहा कि ओटीटी के ज़रिए हम दर्शकों के और भी ज्यादा करीब आ गए हैं और कोरोना काल में यह प्लेटफॉर्म हम सभी से ज्यादा जुड़ गया. हालांकि दर्शक थिएटर खुलने का इंतज़ार कर रहे थे, इसलिए थिएटर और ओटीटी दोनों ही मनोरजंन और दर्शकों से जुड़ने के लिए ज़रूरी है. यह भी पढ़ें: दीवानगी की हद! जब रवीना टंडन को अपनी पत्नी मानने लगा था एक फैन, एक्ट्रेस को भेजीं अश्लील तस्वीरें और खून की बोतल (When a Fan Started Considering Raveena Tandon as his Wife, Sent Dirty Pictures and Bottles of Blood to Actress)
बॉलीवुड में मेल स्टार और फीमेल स्टार्स के बीच असमानता को लेकर जब सवाल किया गया तो एक्ट्रेस ने कहा कि अगर आमिर खान और सलमान खान कोई फिल्म लेकर आते हैं तो उनके लिए कहा जाता है कि वो 2-3 सालों के ब्रेक के बाद फिल्म लेकर आ रहे हैं, जबकि माधुरी दीक्षित या कोई और एक्ट्रेस इतने ही समय के ब्रेक के बाद फिल्म लेकर आ रही हैं तो उनके साथ ‘90 के दशक की सुपरस्टार’ शब्द जोड़ दिया जाता है.
रवीना टंडन इंडस्ट्री में भेदभाव पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि 90 के दशक की कई अभिनेत्रियां आज भी काम कर रही हैं, बावजूद इसके उनका जिक्र 90 के दशक की एक्ट्रेस के तौर पर ही किया जाता है. मीडिया इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल सलमान खान, आमिर खान या संजय दत्त जैसे एक्टर्स के लिए क्यों नहीं करता है, जबकि उनके साथ काम करने वाली एक्ट्रेसेस के लिए 90 के दशक का लेबल लगाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस असमानता को खत्म करने की ज़रूरत है.
इंटरव्यू में रवीना ने ओटीटी को लेकर कहा कि इस प्लेटफॉर्म के लिए टैलेंट की ज़रूरत होती है और ओटीटी ने कई चीज़ों को ठीक भी कर दिया है, जैसे- हीरो को ऐसे दिखना चाहिए और हीरोइन को ऐसे... एक्ट्रेस ने ज़ोर देते हुए कहा कि जब कोई मेल स्टार लंबे समय के बाद फिल्मों में वापस आता है तो उसके लिए कमबैक या फिर 90 के दशक का लेबल नहीं लगाया जाता है, फिर इन शब्दों का इस्तेमाल एक्ट्रेसेस के लिए क्यों किया जाता है. इस भेदभाव को खत्म करना चाहिए. यह भी पढ़ें: वरुण धवन के अलावा फिल्मी दुनिया के ये मशहूर सितारे भी हो चुके हैं गंभीर बीमारी के शिकार (Apart from Varun Dhawan, These Famous Film Stars also Suffered from Serious Illness)
बहरहाल, रवीना के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्हें आखिरी बार फिल्म 'केजीएफ 2' में देखा गया था, जिसमें एक्ट्रेस एक दमदार भूमिका में नज़र आई हैं. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई की है. जल्द ही रवीना टंडन फिल्म 'घुड़चढ़ी' में नज़र आएंगी, जिसमें संजय दत्त भी एक अहम भूमिका में नज़र आएंगे.