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कीर्तन और आरती में ताली बजाने का वैज्ञानिक महत्व डॉक्टर्स का कहना है कि हमारे हाथों में एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स अधिक होते हैं. ताली बजाने के दौरान हथेलियों के एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स पर अच्छा दबाव पड़ता है, जिससे हृदयरोग, फेफड़ों की बीमारियां जैसे अनेक रोगों में लाभ पहुंचता है और शरीर निरोगी बनता है. ताली बजाना एक तरह का व्यायाम है. इससे रक्तसंचार की रुकावट दूर होती है और रक्त का शुद्धिकरण होता है. स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए भी ताली बजाना फ़ायदेमंद है इसलिए आप भी कीर्तन और आरती में ताली बजाने को अपना रोज़ का नियम बना लें. इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी, ऊर्जा मिलेगी और आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे.यह भी पढ़ें: धार्मिक कार्यों में शंख बजाने की परंपरा क्यों है? (Did You Know Why We Blow Shankh Before Puja?)
पुराने रोग से छुटकारा पाने के उपाय जानने के लिए देखें वीडियो:
https://youtu.be/5NDl7CjPY6c
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