सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर के बाद सुशांत सिंह की तथाकथित सुसाइड वाले केस में पूरा मामला ही पलट गया है. केस से संबंधित कई नए पहलू सामने आने लगे हैं. अब बिहार पुलिस मुंबई में इस केस की जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है और आए दिन इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. ऐसे में कंगना रानौत कैसे चुप रह सकती हैं.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत बाद से लगातार कंगना जस्टिस के लिए आवाज़ उठा रही हैं. उन्होंने सुशांत की मौत पर कई खुलासे भी किए और लगातार ये कह रही हैं कि यह सुसाइड नहीं मर्डर है. इसके साथ ही उन्होंने नेपोटिज्म पर भी खुलकर बात की थी. बॉलीवुड इंडस्ट्री में मूवी माफिया का राज चलता है, इसके बारे में भी कंगना ने जानकारी दी थी.
और अब जब कि सुशांत केस में बिल्कुल नई कहानी सामने आ रही है और इसमें कई बड़े लोगों के शामिल होने की खबरें आ रही हैं, तो ऐसे में कंगना ने खुलकर एक पोलिटिशियन पर निशाना साधा है.
क्या है पूरा मामला?
सुशांत सिंह केस में लेटेस्ट अपडेट के अनुसार सुशांत की मौत का तार उनकी मैनेजर दिशा सालियन की मौत से जोड़ा जा रहा है. खबरों के अनुसार 9 जून को सूरज पांचोली ने दिशा सालियन को अपने पेंटहाउस में होने वाली पार्टी में इनवाइट किया था. इस पार्टी में आदित्य ठाकरे सहित कई नामी लोग, रिया का भाई शौमिक चक्रवर्ती और दूसरे बौलीवुड के कई स्टार्स भी शामिल थे. सोर्सेस के अनुसार उसी रात दिशा का इन लोगों ने रेप किया और उसे 14th फ्लोर से नीचे फेंक दिया. लेकिन इस बीच दिशा को थोड़ा सा वक्त मिला, तो उसने सुशांत को फोन करके सारी बात बता दी. ये बात सूरज पांचोली, आदित्य ठाकरे आदि को पता चल गयी कि सुशांत सब जान चुका है. इसके बाद इन लोगों ने सुशांत को धमकियां देनी शुरू कर दी. यही वजह है कि 9 जून से 13 जून के बीच सुशांत ने 14 बार अपना सिम बदला था. बस इसी के बाद से सुशांत की हत्या की प्लानिंग बनने लगी और 13 जून को आदित्य ठाकरे की बर्थडे पार्टी में इस काम को अंजाम भी दे दिया गया. जब से केस में ये नया एंगल आया है, तब से हलचल सी मच गई है, लेकिन कल तक कोई भी आदित्य ठाकरे का नाम खुलकर नहीं ले रहा था, लेकिन कल आदित्य ठाकरे ने ट्वीट करके खुद ही कई सम्भावनाओं को जन्म दे दिया है.
पहली बार आदित्य ठाकरे ने दी प्रतिक्रिया, बोले- घटिया राजनीति हो रही है
आदित्य ठाकरे ने एक लंबा-चौडा ट्वीट करके अपनी सफाई देने की कोशिश की है, जिसमें उन्होंने लिखा है, "ये घटिया राजनीति हो रही है. मैंने मामले पर संयम बनाए रखा है. मैं बालासाहेब ठाकरे का पोता हूं. मैं बालासाहेब ठाकरे के पोते के नाते ये बात बताना चाहूंगा कि मेरा इस पूरे मामले से कुछ लेना देना नहीं हैं. और मेरे हाथ से कोई ऐसा काम नहीं होगा जिससे ठाकरे परिवार या शिवसेना की प्रतिष्ठा को आंच पहुंचे. सुशांत सिंह राजपूत के मामले से मेरा जरा भी संबंध नहीं हैं. बॉलीवुड मुंबई का एक बड़ा हिस्सा है. मेरे दोस्त फिल्म इंडस्ट्री में हैं. लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मैं इसमें शामिल हूं. मुझपर लगने वाले सभी आरोप बेबुनियाद हैं." बस आदित्य के इसी ट्वीट पर अब कंगना ने उन्हें आड़े हाथों लिया है और उन पर निशाना साधते हुए सात सवाल पूछे हैं.
ठाकरे की सफाई के बाद कंगना ने दागे 7 सवाल
ठाकरे ने जैसे ही ये लम्बा- चौड़ा सफाईनामा दिया, कंगना ने भी जमकर उनकी क्लास लगा दी. कंगना ने एक के बाद एक लगातार चार ट्वीट करके आदित्य ठाकरे के पिता और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से 7 अहम सवाल पूछे हैं. कंगना ने ट्वीट में लिखा कि ‘देखिए तो कौन डर्टी पॉलिटिक्स की बात कर रहा है. तुम्हारे पिता को सीएम की सीट कैसे मिली? यह गंदी राजनीति का एक केस स्टडी है सर... ये सब भूल जाइए और सुशांत सिंह राजपूत केस में अपने पिता जी से इन 7 सवालों का जवाब लेकर आइए
1. रिया कहां है?
2. मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत की अननेचुरल मौत की FIR दर्ज क्यों नहीं की?
3. फरवरी में जब पुलिस को आगाह किया गया था कि सुशांत की जान खतरे में है तो मुंबई पुलिस पहले ही दिन उनकी मौत को सुसाइड क्यों घोषित कर रही है?
4. हमारे पास फॉरेंसिक एक्सपर्ट क्यों नहीं हैं या सुशांत के फोन रिकॉर्ड क्यों नहीं हैं? फोन रिकॉर्ड में क्यों नहीं निकाला गया कि मौत के एक हफ्ता पहले उन्होंने किस-किस से बात की?
5. क्यों आईपीएस विनय तिवारी को जानबूझकर क्वारंटाइन किया गया?
6. सीबीआई जांच से सब लोग डर क्यों रहे हैं?
7. रिया और उसके परिवार ने सुशांत का पैसा कैसे लूट लिया?
ट्वीट में कंगना रनौत की तरफ से उनकी टीम ने ये भी लिखा गया कि ये सारे सवाल पॉलिटिक्स से तो नहीं जुड़े हैं, कृपया करके इनका जवाब दें. कंगना के इस ट्वीट के बाद सुशांत के फैंस भी मुम्बई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार से लगातार सवाल कर रही है.
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के मामले में कंगना रानौत ने पहले दिन से ही मोर्चा संभाले हुआ है. ये कहना गलत नहीं होगा कि उनके एक एक सवाल बिल्कुल तथ्यात्मक हैं और इनका जवाब देना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा.