बॉडी पेन होना नॉर्मल है और हम सभी को होता है, लेकिन लंबे समय तक शरीर के किसी हिस्से में दर्द हो तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए. यहां हम इसी तरह के दर्द की बात करेंगे, जिन्हें मामूली समझकर नज़रअंदाज़ करना आपको भारी पड़ सकता है.
भयंकर सिरदर्द
वैसे तो सिरदर्द आम बात है, लेकिन अचानक होनेवाले तेज़ सिरदर्द को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि कई बार सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर, दिमागी बुखार, स्ट्रोक, ब्रेन हैमरेज और माइग्रेन का भी संकेत हो सकता है. इसलिए सिरदर्द को नजरअंदाज न करें. किसी असामान्यता का अंदेशा होने पर न्यूरोलॉजिस्ट व न्यूरोफिजिशयन की सलाह अवश्य लें.
कब लें डॉक्टरी सलाह?
-अचानक बहुत तेज़ सिरदर्द होना.
- सिरदर्द के साथ बुखार, देखने में परेशानी.
- व्यवहार में बदलाव.
- मिर्गी, दौरा व बेहोश होना.
- सुबह-सुबह सिरदर्द होना, सिरदर्द के साथ उल्टी.
- सिरदर्द के साथ हाथ-पैर या शरीर में कमज़ोरी महसूस होना.
तेज पेट दर्द
पेट दर्द को हम अक्सर मामूली समस्या समझकर अनदेखी करते हैं. हालांकि खाने-पीने में गड़बड़ी या गैस-एसिडिटी की वजह से पेट दर्द होना आम बात है, लेकिन अगर बिना वजह पेट के किसी विशेष हिस्से में दर्द हो रहा हो, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.
- अगर पेट में बाईं तरफ अक्सर दर्द रहता है, तो यह किडनी संबंधी परेशानी या फिर किडनी में पथरी के कारण हो सकता है.
- पेट में दाहिनी ओर होने वाला दर्द अपेंडिसाइटिस का संकेत हो सकता है.
- इसके अलावा महिलाओं को पेट के निचले हिस्से यानी लोअर अबडोमिन में दर्द हो तो ये गर्भाशय की समस्या का संकेत हो सकता है.
- पेट के बीचोबीच होने वाला दर्द पेट में अल्सर का इशारा हो सकता है.
- पेट में नीचे की तरफ होनेवाला दर्द मूत्राशय से जुड़ी समस्या और मूत्रनली में संक्रमण के कारण भी हो सकता है.
- इसलिए पेट दर्द को मामूली न समझें. डॉक्टर को कंसल्ट करें और समय रहते इलाज कराएं.
सीने में दर्द
अगर आपको बार-बार सीने में दर्द हो रहा है, तो इसको हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. हालांकि कई बार यह गैस बनने के कारण भी होता है, लेकिन किसी भी सूरत में सीने में दर्द को इग्नोर न करें, क्योंकि कई बार सीने में तेज़ दर्द होना हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
- डाक्टर की मानें तो सीने में दर्द का मुख्य कारण हार्ट अटैक, एन्जाइना, हार्ट के ब्लड वेसल्स में रुकावट, हार्ट की मांसपेशियों में सूजन हो सकता है.
- वहीं निमोनिया, ब्लड क्लॉट, फेफड़ों के आसपास सूजन होना, पैनिक अटैक, सीने में जलन, पेट में ऐंठन की वजह से भी सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है.
- यदि छींकते या खांसते समय सीने में दर्द हो तो यह सीने में इंफेक्शन के कारण हो सकता है.
- वहीं अगर आपके सीने के बाई तरफ या फेफड़ों के नीचे दर्द हो, सांस लेने में तकलीफ आदि होने लगे तो यह दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है.
- छाती में चुभन या दर्द हो, या फिर आपको किसी भी तरह की जलन महसूस हो तो ऐसे में आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
- सीने में दर्द हो तो कभी भी खुद की डॉक्टरी न करें. तुरंत डॉक्टर को कंसल्ट करें.
पैरों में तेज़ दर्द
पैरों में दर्द होना एक बेहद आम समस्या है. यह थकान, कमज़ोरी, बहुत अधिक शारीरिक श्रम, नसों, मांसपेशियों, जोड़ों में खिंचाव-दबाव या किसी बीमारी की वजह से हो सकता है.
- कई बार पैरों में, खासकर जांघों में चुभन भरा दर्द होता है और ऐंठन सी महसूस होती है. इसका कारण मांसपेशियों में थकान या शरीर में पानी की कमी हो सकती है.
- कई दवाएं जैसे स्टैटिन्स और डाइयूरेटिक भी पैरों में दर्द का कारण बन सकती हैं.
- डीप वेन थ्रोम्बोसिस भी पैरों में दर्द की वजह हो सकता है. ये स्थिति तब पैदा होती है जब शरीर में खून का थक्का जमने लगता है. यह थक्का शरीर में कहीं भी हो सकता है, लेकिन जब यह लोअर बॉडी में होता है, तो खून पहुंचना कम या बन्द हो जाता है. लंबे समय तक बेड रेस्ट करना इसका मुख्य कारण है. ऐसे में पैर में सूजन और क्रैम्प होते हैं.
घुटने का दर्द
घुटने में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. अगर आपको घुटनों को मोड़ने या सीधा करने में परेशानी हो, घुटने के आसपास सूजन दिखाई दे, पैरों को हिलाते वक्त घुटने से हड्डी टकराने की आवाज़ आए तो एक्सपर्ट की सलाह लें. घुटनों के दर्द कई प्रकार के हो सकते हैं. कुछ दर्द थोड़े समय के लिए रहते हैं तो कुछ बहुत लंबे समय तक परेशान करते हैं.
- जब हम घुटनों का बहुत देर तक इस्तेमाल करते हैं तब हमें यह समस्या होती है.
- शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर गाउट की समस्या होती है, जिसकी वजह से घुटनों में तेज़ दर्द होता है.
- आर्थराइटिस भी घुटनों के दर्द का कारण हो सकता है. इसमें घुटनों में सूजन के साथ तेज़ दर्द भी रहता है.
- काम करते वक्त घुटनों में ज़्यादा बल देने से घुटने दर्द देने करने लगते हैं.
- हड्डियों का कमज़ोर होना भी घुटनों के दर्द का कारण बन सकता है.
- ज़्यादा देर तक पैर मोड़कर बैठने या एक ही अवस्था में बहुत समय तक बैठने से भी घुटने दर्द होने लगते हैं.
- मोटापे से पैरों के जोड़ों पर दबाव पड़ता है जिससे घुटनों में दर्द होने लगता है. इसलिए अगर आप मोटे हैं तो अपना वज़न कम करने की कोशिश करें.
- अधिक खेल कूद या व्यायाम भी घुटनों के दर्द का कारण बन सकते हैं.
गर्दन में दर्द
गर्दन में दर्द के भी कई कारण हो सकते हैं. सेक-मसाज करने से अगर आराम न मिले तो बेहतर होगा कि एक बार डॉक्टर से कंसल्ट कर लें.
- ऊंचे और एक से अधिक तकिए का प्रयोग करना.
- लंबे समय तक एक मुद्रा में स्थिर रहना.
- घंटों तक एक दिशा में गर्दन झुकी रहना.
- गलत मुद्रा में लैपटॉप और कंप्यूटर पर काम करना.
- एक्सरसाइज़ करते वक़्त गर्दन की गलत पोजीशन होना.
- गर्दन को झटके से मोड़ना.
- गर्दन में मोच आना.
- रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याएं.
- सर्वाइकल अर्थराइटिस या स्पोंडिलोसिस.
हीट या आइस पैक, मसाज, पोश्चर करेक्शन, नेक की हल्की फुल्की एक्सरसाइज करें. अगर इससे राहत ना मिले तो डॉक्टर से परामर्श लें.