इसके साथ ही ज़ायरा ने लिखा कि यह 'एक ऐसा दौर था जिसने मुझे ऐसी भयावह परिस्थिति में डाल दिया जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी. उन्होंने कहा कि हर रोज़ मुझे 5 एंटीडिप्रेसेंट गोलियां लेनी पड़ती है'. डिप्रेशन के इस दौर में मुझे एंग्ज़ाइटी अटैक्स, रातों को अस्पताल के लिए भागना, ख़ालीपन महसूस करना, बेचैनी, हेलोसिनेशंस, बेतहाशा थकान, भूखे रहना, ओवर रिएक्ट करना, शरीर में दर्द और आत्महत्या का ख़्याल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. दुनिया के सामने अपने इस दर्द को बयां करने वाली ज़ायरा डिप्रेशन से निपटने के लिए अब एक लंबा ब्रेक लेना चाहती हैं. उन्होंने लिखा है कि 'मैं हर चीज़ से ब्रेक लेना चाहती हूं, मेरी सोशल लाइफ, मेरा काम, स्कूल और सोशल मीडिया'.
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ज़ायरा के इस नोट के मुताबिक़ 12 साल की उम्र में उन्हें पहली बार डिप्रेशन का दौरा पड़ा था और दूसरा दौरा उन्हें 14 साल की उम्र में आया था. हालांकि उन्हें ख़ुद भी याद नहीं है कि उन्हें कितनी बार इस दर्दनाक दौरे से गुज़रना पड़ा है. ज़ायरा इस बात को क़रीब 4 साल से इसलिए स्वीकार नहीं कर पा रही थीं, क्योंकि उन्हें अक्सर कहा जाता था कि डिप्रेशन जैसी बीमारी के लिए वो बहुत छोटी हैं और यह महज़ एक दौर है जो गुज़र जाएगा.
बता दें कि ज़ायरा ने आमिर खान की फिल्म 'दंगल' में गीता फोगात के बचपन का किरदार निभाया था, जबकि 'सीक्रेट सुपरस्टार' में उन्होंने एक ऐसी मुस्लिम लड़की का रोल प्ले किया था जो सिंगर बनने के अपने सपने को उड़ान देने के लिए अपने पिता से लड़ जाती है. इतना ही नहीं अपनी दमदार एक्टिंग के लिए ज़ायरा बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का नेशलन अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं.
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