मॉनसून में मौसम बेशक खुशनुमा हो जाता है, लेकिन साथ में लाता है ढेर सारी बीमारियां. मौसम में सावधानी नहीं बरती गई, तो वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम, गले में संक्रमण और अन्य दूसरी बीमारियां होने खतरा बढ़ जाता है. लेकिन अगर इस मौसम में थोड़ी सी सावधानी बरती जाए, तो न सेहत बिगड़ेगी और मौसम का मज़ा भी ख़राब नहीं होगा. आइये हम आपको बताते है मानसून में कैसे रखें अपनी सेहत का ध्यान.
हेल्दी रहने के लिए क्या करें?
- पर्सनल हाइजीन का खास ख्याल रखें
बरसात के मौसम में सबसे पहले पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. क्योंकि कई वायरस और बैक्टीरिया हमारे चारों तरफ़ फैले और छिपे हुए होते हैं, जिनकी ओर हमारा ध्यान बिलकुल नहीं जाता, और हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण इन वायरस और बैक्टीरिया की गिरफ़्त में आ जाता है. इसलिए हेल्दी डाइट के साथ-साथ पर्सनल हाइजीन का ध्यान भी जरूरी है.
2. अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करें
जिन लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती हैं, बीमारियां उन्हें जल्दी अपनी गिरफ़्त में ले लेती हैं. इसलिए आवश्यक है कि अपनी इम्युनिटी बढ़ाएं. इम्युनिटी को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है कि विटामिन सी का सेवन बहुत अधिक मात्रा में किया जाए. अपनी डाइट में ड्राई फ्रूट्स, लहसुन, सब्जियां, फल और अनाज शामिल करें. ग्रीन टी पीने से भी इम्युनिटी मजबूत करने में मदद मिलती है.
3. साफ व सूखे कपड़े और जूते पहनें
पर्सनल हाइजीन के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि इस मौसम में साफ़ और सूखे कपडे तथा जूते पहनें। गीले कपडे और जूते पहनने से शरीर को ठण्ड लग सकती है और आपको सर्दी-जुकाम या फीवर भी हो सकता है.इसके अलावा नमी कपडे-जूते पहनने से बैक्टीरियल इंफेक्शन बह हो सकता है.
4. घर को साफ़-सुथरा रखें
बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी इकठ्ठा होने के कारण मच्छरों के लिए प्रजनन का खतरा और बढ़ जाता है, जिससे बीमारियां फैलने का डर रहता है, इसलिए अपने घर और घर के आसपास की जगह को साफ और सूखा रखें.
5. उबला हुआ पानी पिएं
बारिश के मौसम में दूषित पानी पीने से पेट संबंधी तकलीफें ओने का खतरा बढ़ जाता है. दूषित बीमारियों से बचने के लिए उबला हुआ पानी पिएं. कई शोधकर्ता इस बात को साबित कर चुके हैं कि गरम पानी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. साफ़ और शुद्ध पानी के लिए प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें अथवा पानी उबालकर पीना सबसे बेहतरीन उपाय है.
6. अस्थमा और डायबिटीज़ के खास ध्यान रखें
अस्थमा और डायबिटीज़ के मरीज़ों को इस मौसम में सतर्कता बरतनी चाहिए. बरसात के दिनों में वे लोग भीगी और नमी वाली दीवारों से दूर रहें. वरना दीवारों के फंगस उन्हें नुक़सानदायक पंहुचा सकते हैं.
7. रोज़ाना एक्सरसाइज करें
मॉनसून में जिम जाना मुश्किल होता है, लेकिन आलस करने की बजाय घर पर रहकर ही एक्सरसाइज करें. इंडोर एक्सरसाइज, जैसे- बर्प, स्क्वैट्स, पुश-अप,स्क्वाटस, स्किपिंग आदि करें. अगर इन्हें करने से बोरियत हो तो मेडिटेशन और योग भी कर सकते हैं.
8. हैंड हाइजीन का ध्यान रखें
स्कूल, कॉलेज और ऑफिस से आने के बाद और खाना खाने से पहले साबुन से हाथों को अच्छी तरह करें. ऐसा करने से कोई कीटाणु और जीवाणु आपके शरीर में प्रवेश नहीं कर पाएगा. इसके अलावा हाथ धोने से पहले अपनी आँखें, नाक या कान न छुएँ.
9. बारिश में भीगने पर घर पहुंचने पर स्नान जरूर करें
बारिश में भीगने के बाद घर आकर साबुन लगाकर गरम पानी से स्नान करें. शरीर और बालों को सूखे टॉवल से पोछें. शरीर और बालों के गीले रहने पर सर्दी-खासी या बुखार आ सकता है.
10. ८-१० घंटे की अच्छी नींद लें
नींद पूरी नहीं पर चिड़चिड़ापन, सरदर्द और थकान महसूस होने लगती है, जिसका सीधा असर इम्युनिटी पर पड़ता है. इसलिए जरुरी है कि रोज़ाना ८-१० घंटे की अच्छी नींद लें.अच्छी नींद लेने पर शारीरिक और मानसिक तौर पर फ्रेश और एक्टिव महसूस होता है.
मॉनसून में बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो न करें ये काम
11. बारिश में भीगने से बचें
बारिश में भीगना सभी को अच्छा लगता है, लेकिन भीगने से वायरल, सर्दी-जुकाम, बदन दर्द करना नाक बहना, छींकें आना और गले में इंफेक्शन आदि तकलीफें हो सकती हैं. इसलिए बारिश में भीगने से बचें. भीगने के बाद तुरंत गर्म स्नान करें.
12. बाहर जाते समय अपने साथ रेनकोट और छाता ले जाना न भूलें.
13. रोड साइड पर स्टॉल लगाकर बैठे हुए हॉकर्स से स्ट्रीट फ़ूड लेकर न खाएं
बरसात के मौसम में ऑयली और स्पाइसी फ़ूड खाने का बहुत मन करता है. लेकिन सड़क किनारे बैठे हुए हॉकर्स से खरीदकर न खाएं. इस मौसम में बाहर का खाना खाने से बचें, रोड साइड फ़ूड खाने से पेट संबंधी बिमारियां होने खतरा हो सकता है. अच्छी तरह से पका हुआ, घर का बना भोजन और स्नैक्स ही खाएं.
14. गीला होने पर एसी सामने न बैठे
भीगने के बाद एसी वाले कमरे में भूलकर भी न बैठे. ऐसा करे से तबियत ख़राब हो सकती है. अच्छी तरह सूखने के बाद ही एसी रूम में जाएं
15. गंदे हाथों से बार-बार अपना चेहरा न छुएं
दिनभर के बाद जब शाम को घर लौटते हैं, तो आपके हाथों में सैकड़ों कीटाणु और जीवाणु छिपे होते हैं, जिनके बारे में हमने तनिक भी अंदाज़ा नहीं होता है. और हम गंदे हाथों से अपने मुंह, आंख, कान को छूतें हैं, जिसके कारण ये सूक्ष्मजीव शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. इसलिए बाहर के बाद सबसे पहले हाथ-पैरों धोएं
16. मच्छरों और कीड़े-मकोड़ों से बचें
रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें और अपने घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाएं.
17. घर के आसपास पानी जमा न होने दें
बारिश के कारण जगह-जगह पानी भरना आम बात है. जिसके वजह से मच्छरों को पनपने का अवसर मिल जाता है, जो बीमारियों फैलने का मुख्य कारण बन सकता है. इसलिए बरसात के मौसम में खाली पड़े टैंक, टायर, कचरा के डिब्बे, बोतल, फ्लॉवर वास में पानी में जमा न होने दें.
18. बच्चों को बरसात के गंदे पानी में न खेलने दें
बारिश के गंदे पानी में खेलने से स्किन इंफेक्शन, सर्दी और गले में खराश, नाक बहना, छीकें आना और बुखार आने की संभावना बढ़ जाती है.
19. नियमित रूप से नाख़ून काटें
नाखूनों की जड़ों में गंदगी और जर्म्स भर जाते हैं, जो खाने के साथ पेट में चले जाते हैं, जिसके कारण पेटदर्द, मरोड़ सकता है .
20. बीमार लोगों के करीब जाने से बचें
मानसून में खुद को बीमारियों से बचाने का तरीका यह भी है कि बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें, ऐसा करके आप न केवल खुद को बीमार होने से बचा सकते हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी बीमार होने से रोक सकते हैं