शॉपिंग की योजना बनाएं
- शॉपिंग पर जाने से पहले क्या ख़रीदना है, कितना ख़रीदना है, यह तय करना ज़रूरी है. इसलिए आराम से बैठकर एक लिस्ट तैयार कर लें. - शॉपिंग की सूची में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स, फल, हरी सब्ज़ियों आदि को जगह दें. - जो लिस्ट बनाई है, उस पर कायम रहें, ताकि शॉपिंग के दौरान आपका समय बचे और आप कंफ्यूज़ न हों.शॉपिंग पर जाने से पहले
- हेल्दी शॉपिंग का पहला रूल है कि कभी भी भूखे पेट शॉपिंग करने न जाएं. - एक रिसर्च के मुताबिक़, जो भूखे पेट शॉपिंग करते हैं, वो ज़रूरत से ज़्यादा सामान ख़रीद लेते हैं, जिनमें ज़्यादातर जंक फूड्स होते हैं. - सवाल उठता है, क्या खाकर शॉपिंग करें? इसका जवाब ये है कि जब कुछ खाना ही है, तो क्यों न कुछ लाइट और पौष्टिक खाएं, जैसे- फल. - विदेश में हुई एक स्टडी की मानें, तो जो पौष्टिक चीज़ें खाकर शॉपिंग करते हैं, उनकी ट्रॉली में सेहदमंद आहार ज़्यादा नज़र आता है. - बच्चों को साथ न ले जाएं. बच्चे आपको जंक फूड की ओर खींचेंगे और मजबूरन आपको कुछ न कुछ ख़रीदना पड़ेगा. - अपने साथ किसी ऐसी सहेली को ले जा सकती हैं, जो फिटनेस फ्रीक हो. वह आपको सही और पौष्टिक खाद्य पदार्थ चुनने में मदद कर सकती है.शॉपिंग मॉल में
- शॉपिंग मॉल में अपनी ट्रॉली के साथ पहले एक चक्कर लगाएं, ताकि आपको पता हो कौन-सी चीज़ कहां मिल रही है? और किस पर क्या ऑफर चल रहा है? - इसी बहाने आपकी अच्छी-ख़ासी वॉक भी हो जाएगी. - एक पर एक फ्री के चक्कर में न पड़ें. ऐसे ऑफर्स अक्सर जंक फूड्स पर होते हैं. फ्री के चक्कर में आप जंक फूड घर ले आएंगी. - सस्ता ख़रीदने के चक्कर में गुणवत्ता से समझौता न करें. - रंग-बिरंगी ताज़ी सब्ज़ियां और हर तरह के फल ख़रीदें. रंगीन होने की वजह से ये फाइटोन्यूट्रिशियन से भरपूर होते हैं, जो कैंसर और दिल की बीमारी से बचाता है. - हरी सब्ज़ियों को भी ट्रॉली में ख़ास जगह दें, क्योंकि इनमें मिनरल, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो दिल की बीमारी से बचाने में सहायक होते हैं. - प्रोटीन के लिए अंडा, ताज़ी मछली और बिना स्किनवाला चिकन अच्छा ऑप्शन है. - होल ग्रेन से बने ब्रेड, पिज़्ज़ा, पास्ता, सीरियल्स ख़रीदें. - गेहूं, चावल के साथ अलग-अलग तरह की दालें ख़रीदें. वैसे नॉर्मल चावल की जगह बजट के अनुसार ब्राउन राइस भी ख़रीदा जा सकता है. - कैल्शियम, विटामिन डी के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स ख़रीदना आवश्यक है. मार्केट में आजकल लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स भी उपलब्ध हैं, जैसे- 1% या 2% फैट स्कीम मिल्क, लो फैट चीज़, बटर, पनीर आदि. - वेजीटेबल ऑयल, जैसे- कैनोला, जैतून या सरसों का तेल ख़रीदें, इसमें मोनोअनसैचुरेडेट फैट्स भरपूर मात्रा में होता है. - अगर कोई पैक्ड फूड ख़रीद रही हों, तो एक्सपायरी डेट चेक कर लें. - खाद्य पदार्थ पर लिखे न्यूट्रिशनल लेवल को ज़रूर पढ़ लें. - पैकेट पर उसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी, फैट्स, शुगर, सोडियम से संबंधित जानकारियां लिखी होती हैं. - कई प्रोडक्ट्स पर फैट फ्री लिखा होता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि वह कैलोरी फ्री भी होगा. कई बार ऐसे प्रोडक्ट्स में कैलोरी और शुगर की मात्रा ज़्यादा हो सकती है. - प्रीज़र्व्ड, फ्रोज़न, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ से दूरी बनाएं, क्योंकि इनमें शक्कर और नमक ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में होते हैं. - हाई कैलोरीवाले सॉफ्ट ड्रिंक्स, पेस्ट्रीज़, केक्स, फ्राइड फूड, फ्रूट फ्लेवर्ड ड्रिंक्स न ही ख़रीदें, तो बेहतर होगा. - कैश काउंटर के पास जाकर भी ख़ुद पर संयम रखें और वहां रखी हुई चॉकलेट्स, चिप्स न ख़रीदें. - आकर्षक पैकिंग से कतई प्रभावित न हों.रोचक जानकारियां
- यूरोप में हुए एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सालभर में महिलाएं शॉपिंग करके लगभग 48000 तक कैलोरी कम कर लेती हैं.
- हेल्दी शॉपिंग के लिए प्लास्टिक की थैलियों के बजाय कपड़े की थैली का इस्तेमाल करें. रिसाइकल न हो पाने की वजह से प्लास्टिक की थैलियां बढ़ती जा रही हैं. इन थैलियों को जब कचरे के साथ जलाया जाता है, तो इसमें से एक्रेलिमाइट जैसे तत्व निकलते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं. वैसे भी 1 जनवरी 2015 से 40 माइक्रोन से कम की पॉलिथीन बैन कर दी गई है.
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