सिल्क केयर टिप्स
सिल्क के कपड़ों की शाइन बनाए रखने के लिए ज़रूरी है स्पेशल केयर. सिल्क के कपड़ों को धोते समय कुछ बातों का ध्यान रखें.
- मशीन वॉश से सिल्क के कपड़े जल्दी ख़राब होते हैं, इसलिए सिल्क के कपड़ों को हाथ से ही धोएं या ड्राईक्लीन कराएं.
- सिल्क के कपड़ों का कलर छूटने का डर होता है, इसलिए पानी में भिगोने से पहले कपड़े का कॉर्नर भिगोकर कलर की जांच कर लें.
- सिल्क के कपड़ों को निचाड़ने की गलती न करें.
- सिल्क के कपड़े ख़ासकर साड़ियों को स्टार्च करने के लिए लिक्विड गम का इस्तेमाल करें.
- कपड़ा जब हल्का गीला हो तभी आयरन करें. इससे कपड़े की चमक बढ जाती है.
- सिल्क के कपड़ों पर लगे दाग-धब्बे छुड़ाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल न करें.
- सिल्क की साड़ी को हमेशा मलमल या सूती कपड़े में लपेटकर रखें.
- थोड़े-थोड़े समय में कपड़ों को धूप दिखाएं. इससे उसमें बदबू नहीं आएगी.
- कपड़ों को धोने से पहले हमेशा लेबल पर लिखा वॉशिंग इंस्ट्रक्शन पढें. यदि उस पर ड्राईक्लीन लिखा है तो से घर पर धोने कल गलती न करें. वरना कपड़े की शाइन चली जाएगी.
- इन्हें ड्रायर पर डालने की गलती न करें.
- सिल्क के कपड़ों को अलग से धोएं. इन्हें दूसरे कपड़ों के साथ धोने की गलती न करें.
साड़ी केयर टिप्स
कॉटन साड़ी
- कॉटन साड़ी को पहली बार धोने से पहले पानी में रॉक सॉल्ट मिलाकर 15 मिनट तक भिगोकर रखें. इससे साड़ी का कलर पक्का हो जाएगा.
- कॉटन साड़ी को हमेशा बाकी कपड़ों से अलग धोएं.
- कॉटन साड़ी को कभी भी डिटर्जेंट में भिगोने की गलती न करें, न ही इन्हें निचोड़ें.
- इन्हें तेज़ धूप में न सुखाएं. छांव में ही सुखाएं, ताकि इनका कलर बना रहे.
हैवी जरी वाली साड़ियां
- हैवी साड़ियों को इस्तेमाल के बाद फोल्ड करके रखने की बजाय थोड़ी देर धूप दिखाएं,
- धुली हुई और बिना धुली हुई साड़ियों को कभी भी एक साथ रखने की गलती न करें.
- वैसे तो हैवी साड़ियों को ड्राईक्लीन करवाना ही बेहतर होता है. अगर घर में धो रही हों तो शैंपू से या किसी माइल्ड डिटर्जेंट से ही धोएं.
- पूरी साड़ी धोने की बजाय जरी या वर्क को हल्के गीले कपड़े से पोछकर पंखे के नीचे सुखा लें. इससे भी साड़ी नई जैसी लगने लगेगी.
- जरी वाली साड़ियों पर परफ्यूम न छिड़कें. इससे जरी काली पड़ जाती है.
शिफॉन और जॉर्जेट की साड़ी
- शिफॉन और जॉर्जेट की साड़ी को हमेशा हल्के हाथों से धोएं. मशीन वॉश से बचें.
- धोने के बाद साड़ी को निचोड़ने की गलती न करें. इससे उसमें सिलवटें पड़ने का डर रहता है.
- सुखाते समय बहुत ज़्यादा क्लिप न लगाएं. इससे साड़ी पर क्लिप के निशान पड़ जाते हैं.
- शिफॉन और जॉर्जेट की साड़ी को हैंगर में लंबे समय तक लटकाकर न रखें. इससे उनका शेप ख़राब होने का डर रहता है.
फैब्रिक कंडीशनर क्यों है ज़रूरी? जानें10 वजहें
- हम अपनी स्किन की सॉफ्टनेस के लिए कितना कुछ करते हैं, तो कपड़ों की सॉफ्टनेस के लिए क्यों नहीं. फैब्रिक सॉफ्टनर इस्तेमाल करें. ये कपड़ों के फाइबर्स को स्मूद करके कपड़ों सॉफ्ट बनाता है.
- फैब्रिक कंडीशनर में ख़ास फॉर्मूला होता है, जिसके इस्तेमाल से कपड़ों से दिनभर भीनी-भीनी ख़ुशबू आती रहती है, जिससे आप फ्रेश फील करते हैं.
- फैब्रिक कंडीशनर फैब्रिक का कलर और शाइन बनाए रखने में मदद करते हैं. इनके नियमित इस्तेमाल से फैब्रिक का कलर फीका नहीं पड़ता.
- फैब्रिक कंडीशनर के इस्तेमाल के बाद कपड़ों को आयरन करना आसान हो जाता है, क्योंकि इसके इस्तेमाल से धोने के बाद कपड़े रिंकल फ्री हो जाते हैं, जिससे उन्हें प्रेस करना आसान हो जाता है.
- ये कपड़ों की स्पेशल केयर करता है और कपड़ों की उम्र बढाता है.
- कई बार नमी की वजह से कपड़ों में बदबू आती है. या कई बार ह्यूमिड मौसम के कारण कपड़ों में बैक्टीरिया पनप जाते हैं. फैब्रिक कंडीशनर न सिर्फ बदबू दूर करके कपड़ों को ख़ुशबूदार बनाता है, बल्कि उन्हें बैक्टीरिया फ्री भी रखता है.
- फैब्रिक कंडीशनर के इस्तेमाल से कपड़े वॉशिंग और पहनने के लिए बाद अपना शेप और कलर नहीं खोते. जिससे कपड़ों की ख़ूबसूरती बनी रहती है.
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