बदलते मौसम के कारण, खानपान के प्रति लाहपरवाही और लाइफस्टाइल संबंधी गलत आदतों ज्यादातर लोग पाचन संबधी समस्याओं से परेशान रहते हैं. उन्हें अक्सर पेट फूलना, अपच, मरोड़ और एसिडिटी की समस्या होती है. धीरे-धीरे ये छोटी-छोटी समस्याएं आगे चलकर गंभीर बीमारी का रूप ले लेती हैं. इसलिए जरुरी है कि अपनी डाइट में ऐसे फ़ूड शामिल करें, जो आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाएं. ये सुपरफूड आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में आपकी सहायता करेंगे-
- केला
केले में फाइबर और पेक्टिन भरपूर मात्रा में होता है, जो स्वस्थ आंत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसमें ऐसे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट को डाइजेस्ट करने में सहायता करते हैं, ब्लड में शुगर के लेवल को कम करता है, ताकि पाचन तंत्र सुचारु रूप से काम कर सके. केले को ब्रेकफास्ट में स्मूदी, फ्रूट सलाद, पैनकेक में मिलाकर खा सकते हैं.
2. दही
दही में गुड़ बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें प्रोबायोटिक्स कहते हैं. ये प्रोबिओटिक्स पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करते है, ताकि पाचन तंत्र सुचारु रूप से काम कर सके. इसके अलावा दही में ऐसे तत्व भी होते हैं, जो कब्ज़, सूजन और पेट में दर्द जैसी तकलीफों को दूर करने में सहायता करते हैं. इसलिए अपनी डाइट में रोज़ाना १ बाउल दही जरूर शामिल करें
3. अदरक
पारंपरिक हर्ब के तौर पर मशहूर अदरक केवल केवल सर्दी-ज़ुकाम, मतली और अपच के लिए ही फायदेमंद नहीं है. बल्कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. इसमें ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में जमा फैट्स को कम करते हैं.
4. साबूत अनाज
साबूत अनाज के तौर पर खाने में गेहूं, ब्राउन राइस, ज्वार और क्विनोआ को शामिल करें। ये साबूत अनाज पाचन तंत्र को ठीक रखने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से साबुत अनाज का सेवन करने से मल त्याग करने में आसानी होती है और पेट संबंधी अन्य समस्याओं से राहत मिलती है.
5. जीरा
खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जीरे का इस्तेमाल किया जाता है. जीरे में एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीमाइक्रोबल और एंटीडायबिटिक्स प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जो भूख बढाने के साथ-साथ पेचिश और दस्त से आराम दिलाने में मददगार होते हैं.
6. बीन्स
हेल्दी डायजेस्शन के लिए जरूरी है कि सभी तरह की बीन्स- फ्रैंच बीन्स, किडनी बीन्स आदि का नियमित रूप से खाया जाए. बीन्स में फाइबर होते हैं, जो पाचन तंत्र को धीमा करते हैं और पेट के अच्छी सेहत के लिए गुड़ बैक्टीरिया के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं. फेयर से भरपूर होने के कारण बीन्स कब्ज़ को भी दूर कर करता है.
7. पपीता
पपीते में विटामिन ए, बी और सी, प्रोटीयोलाइटिक एंजाइम, काइमोपैपेन और पपैन नामक एन्जाइम्स होते हैं, जो प्रोटीन और फाइबर को तोड़कर भोजन को डायजेस्ट करने में मदद करते हैं. शोध से यह बात साबित हुई है कि लंच करने के एक घंटे बाद पपीता खाने से डायजेस्टिव सिस्टम में सुधार होता है. पपीते को फ्रूट सलाद और स्मूदी के तौर पर ले सकते हैं.
8. हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
हरी सब्जियां में इन्सोलिबले फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये इन्सोलिबले फाइबर आसानी से मल त्याग करने में मदद करते हैं. इन हरी सब्ज़ियों में मैग्नीशियम भी बहुत अधिक मात्रा में होता है, जो कब्ज़ से रहत दिलाता है.
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