अनुष्का शर्मा ने ज़िंदगी का फ़लसफ़ा अपने ही अंदाज़ में बयां किया है. आज जिन हालातों में हम सभी घर में कैद होकर रह गए हैं, उस पर उन्होंने कई गहरी बातें भी लिखी हैं. उन्होंने विराट कोहली और अपने प्यारी डॉगी के साथ ख़ुशियों के पल बिताते हुए एक तस्वीर शेयर की है. इसी के साथ उन्होंने कुछ आपबीती भी कहीं और जीवन के महत्व को भी समझाया.
बकौल अनुष्का के उनके लिए भोजन, पानी, सिर पर छत के साथ-साथ अपने प्रियजनों का अच्छा स्वास्थ्य और ख़ुशी अधिक मायने रखती है. लेकिन जब वे देखती हैं कि छोटी-छोटी चीज़ों के लिए लोग कितना संघर्ष कर रहे हैं, तब उनके लिए अनुष्का का मन द्रवित हो उठता है. वे सभी के लिए प्रार्थना करती हैं कि सभी सुरक्षित रहें और उनकी कोशिश है कि उनके सामर्थ्य के अनुसार ज़रूरतमंद लोगों की मदद कर सकें और वे हमेशा करती रहेंगी.
अनुष्का के अनुसार, इस वक़्त यानी लॉकडाउन के समय ने हमें बहुत कुछ सिखा दिया है. ज़िंदगी को सही तरीक़े से जीने के बारे में भी समझा दिया है, वरना हम सभी अपने काम के कारण जाने कितनी भागदौड़ में लगे थे और सब भाग रहे थे, मानो कहीं ठहराव ही न था. इस समय जब कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने पर हम सभी घर पर हैं और सुरक्षित होने की जुगाड़ में लगे हैं, तब यह एहसास होता है कि हमें अपने काम और ज़िंदगी में एक बैलेंस बनाकर रखना चाहिए. जब हम इन दोनों के बीच संतुलन बनाकर रखते हैं, तो ज़िंदगी और भी ख़ूबसूरत और आसान हो जाती है.
अनुष्का ख़ुद को भाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें अपनों का साथ, प्यार और सुरक्षा भरपूर मिली है. इसके लिए वे उन्हें धन्यवाद भी कहती हैं और अब उनकी अहमियत को अपने जीवन में बख़ूबी समझ भी रही हैं. इसी कारण वे देख रही हैं कि घर में ही बंधे रहने पर जाने कितने लोगों को कितनी ही बातों का संघर्ष करना पड़ रहा है. लेकिन क्या करें समय और मजबूरी तो यही कह रही है कि घर सबसे सुरक्षित है.
अनुष्का ने एक तरह से अपने संवेदनशील लेखनी के ज़रिए बहुत गहरी बातों को उजागर किया है. सच तो है आमतौर पर हम सभी अपने काम, अपने प्रोफेशन, डेडलाइन, वर्कहोलिक होने के कारण बस भागते ही जा रहे हैं. काम इस कदर हम पर हावी हो गया है कि हम इससे उबर ही नहीं पा रहे थे. जब भी कोई पूछता तो कहते बिजी हैं, लेकिन आज हमें व्यस्तता के महत्व को समझना होगा. अनुष्का ने भी काम और ज़िंदगी के बीच तालमेल बिठाने के लिए कुछ समय पहले अपने काम से ब्रेक ले लिया था. क्योंकि उन्हें धीरे-धीरे यह एहसास हुआ कि काम ही सब कुछ नहीं है. हमें अपना क़ीमती वक़्त अपनों को, परिजनों को, परिवार को देना भी उतना ही ज़रूरी है, जितना कि काम. भला हो लॉकडाउन का जिसने हमें सही मायने में जीना सिखा दिया.
अनुष्का के अनुसार इस वक़्त हम सभी को व्यक्तिगत तौर पर और अन्य कारणों से भी देखा जाए, तो एक लेसन मिल रहा है. यह सबक हमें आगे भी मिलते रहना चाहिए यानी आज भले ही लॉकडाउन के कारण हम सभी घर में बंद है, लेकिन इससे हमें यह भी सबक मिलता है कि हमें अपने बिजी शेड्यूल से अपनों के लिए थोड़ा वक्त अक्सर निकालते रहना चाहिए. काम सब कुछ नहीं है. ज़िंदगी को सुकून से और अपनों की ख़ुशियों के साथ जीना भी ज़रूरी है.
कह सकते हैं इस विपदा की घड़ी में वक़्त ने हमें सही मायने में सलीके से जीना सिखा दिया. वो राज कपूरजी का गाना है ना किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का ग़म मिले तो ले चला, किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार, जीना इसी का नाम है... इस गाने को अनुपम खेर ने भी बड़े ही मजेदार ढंग से गाया था और वह दिलचस्प वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था.
हम सभी को यह समझना होगा कि अपने लिए तो है ही, लेकिन दूसरों के लिए भी हमें जीना है उनकी ख़ुशियों के लिए कोशिश करनी है कि हम भी उन्हें अपना कोई सहयोग दे सकें. सभी के लिए हमारे दिल में प्यार, मान और सहयोग की भावना होनी चाहिए.
अनुष्का और विराट ने पीएम केयर्स फंड में मदद भी की है. साथ ही लोगों से सरकार के निर्देशों का पालन करने, अपने-परिवार और दूसरों के जीवन की रक्षा करने के लिए घर पर ही रहने के लिए सभी से आग्रह व अपील भी की. विराट-अनुष्का घर पर रहकर मनोरंजन भी ख़ूब कर रहे हैं. कभी दोनों अजीबोगरीब हरक़त करते, तो कभी अनुष्का विराट की हेयर स्टाइलिस्ट बन जातीं और रसोई की कैंची से ही उनके बालों का स्टाइल करतीं...
हम अनुष्का को धन्यवाद देना चाहेंगे कि उन्होंने थोड़े में बहुत बड़ी बात सभी को कह दी गई है. साथ ही और अनुष्का ने सभी से निवेदन भी की है कि वे भी इस घड़ी, इस बीते हुए समय से सबक लें और अपनों के साथ ख़ुशियोंभरे पल बिताएं. धन्यवाद!